लेखक : अभिजित लेले

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

NRI Deposits: वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में एनआरआई जमा दोगुनी

भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर 2024) के दौरान प्रवासी भारतीय (एनआरआई) जमा योजनाओं में धन की आवक करीब दोगुनी होकर 10.19 अरब डॉलर हो गई है, जो पिछले साल की समान अवधि में 5.41 अरब डॉलर थी। सितंबर 2024 तक एनआरआई […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

भारत के सकल FDI में 25.7% की वृद्धि, शुद्ध FDI में स्थिरता

अप्रैल-सितंबर 2024 के दौरान भारत के सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 25.7 प्रतिशत की तेज बढ़ोतरी हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान एफडीआई बढ़कर 42.1 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले 33.5 अरब डॉलर था। बहरहाल अप्रैल से सितंबर […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

ब्याज दरों में कटौती मॉनेटरी पॉलिसी पर निर्भर

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बैंकों से ब्याज दरें कम करने की अपील फिलहाल मूर्त रूप लेती नजर नहीं आ रही है। बैंकों का कहना है कि वे इस समय मुनाफे पर दबाव का सामना कर रहे हैं और वे भारतीय रिजर्व बैंक के नकदी को लेकर रुख और नीतिगत कार्रवाई का इंतजार कर […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

संपत्ति प्रबंधन कारोबार में उतरेगा बैंक ऑफ इंडिया, HNI से जुटाएगा धन

खुदरा जमा जुटाने पर बढ़ते दबाव के बीच अमीर लोगों (एचएनआई) से टिकाऊ धन जुटाने के मकसद से बैंक ऑफ इंडिया अपनी 5,200 शाखाओं के नेटवर्क में से 1,000 शाखाओं पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करेगा। यह मार्च 2026 तक जमा को विस्तार देने और धन प्रबंधन व्यवसाय स्थापित करने की बैंक की योजना […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

Bank deposit growth: बैंक जमा में वृद्धि को ऋण की रफ्तार से तालमेल में हो सकती है कठिनाई

भारत में बैंक जमा में वृद्धि को 2025 में तेज ऋण वृद्धि से तालमेल बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है। इससे जिससे ऋण-जमा अनुपात कमजोर होने का जोखिम बढ़ सकता है। एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के मुताबिक इसके बावजूद बैंकों की कुल मिलाकर फंडिंग प्रोफाइल मजबूत बनी रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

नगर निगमों को अपने टैक्स सोर्स बढ़ाने और सुधार की जरूरत: RBI की रिपोर्ट

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार देश के नगर निगमों को कर से प्राप्त होने वाले राजस्व के स्रोतों को बढ़ाने के लिए समग्र सुधार की जरूरत है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार नगर निगमों को इस्तेमाल करने वालों पर लगाए गए शुल्क को तार्किक बनाने और वंचना को रोककर संग्रह के तंत्र को मजबूत […]

आज का अखबार, कंपनियां

SBI Q2 Results: स्टेट बैंक का दूसरी तिमाही में मुनाफा 28 फीसदी बढ़ा

SBI Q2 Results: देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 27.92 फीसदी बढ़ा है। ट्रेजरी तथा मुद्रा विनिमय सहित गैर-ब्याज आय बढ़ने से मुनाफे में वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 2025 की […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

BS BFSI Summit: यूनिवर्सल बैंक बनने को तैयार स्मॉल फाइनेंस बैंक, मगर नहीं है कोई जल्दबाजी

BS BFSI Summit: भारत के लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) के पास यूनिवर्सल बैंक बनने के लिए कोर बैंकिंग, सूचना प्रौद्योगिकी और संचालन पद्धति मौजूद है। वे परिवर्तन के लिए तैयार हैं मगर उनको कोई जल्दबाजी नहीं है क्योंकि वे बेहतरीन दीर्घावधि वृद्धि के लिए क्षमता और व्यापकता का निर्माण कर रहे हैं। यह जानकारी बिज़नेस […]

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

टिकाऊ मांग को लेकर कॉरपोरेट को भरोसा नहीं : इक्रा सीईओ

इक्रा समूह के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी रामनाथ कृष्णन ने अभिजित लेले को बताया कि भारतीय कंपनी जगत की वित्तीय सेहत मजबूत रहने के उम्मीद के बावजूद कॉरपोरेट जगत पूंजीगत व्यय करने में हिचक रहा है। अभी भी महंगाई में उतार-चढ़ाव पर्याप्त है और ब्याज दरों में कटौती किए जाने की उम्मीद नहीं है। […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

Loan Rates: प्राइवेट बैंकों के लोन हुए महंगे, सितंबर में डब्ल्यूएएलआर बढ़कर 10.33% पर पहुंची

भारत में निजी क्षेत्र के बैंकों के नए ऋण महंगे हो गए हैं। सितंबर 2024 में इस तरह के ऋण पर भारित औसत उधारी दर (डब्ल्यूएएलआर) 14 आधार अंक बढ़कर 10.33 प्रतिशत हो गई है, जो अगस्त 2024 में 10.19 प्रतिशत थी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि यह वृद्धि ऐसे […]