सदरलैंड ग्लोबल सर्विसेज के संस्थापक अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी दिलीप वेलोडी ने प्रेट्र से कहा इस अधिग्रहण से सदरलैंड को अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी। इससे सदरलैंड की 38 अरब डालर के अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा बीपीओ बाजार में स्थिति मजबूत होगी।
अपोलो हेल्थ चेन्नई की अपोलो हस्पिटल्स एंटरप्राइजेज लिमिटेड की सहयोगी कंपनी है जो अभी सूचीबद्ध नहीं है।
बीपीओ क्षेत्र की प्रमुख कंपनी जेनपैक्ट भी एएचएस के अधिग्रहण की दौड़ में थी।
अपोलो हास्पिटल्स एंटरप्राइज की एएचएस में 38 फीसद हिस्सेदारी है और उसे इस सौदे के तहत करीब 225 करोड़ रुपए मिलेंगे।
अपोलो हास्पिटल्स के प्रमुख वित्त अधिकारी कृष्णन अखिलेश्वरन ने कहा कि कंपनी के लिए यह सौदा महत्वपूर्ण है जो करीब 1,000 करोड़ रुपए का है और अपोलो को इस बिक्री से करीब 225 करोड़ रुपए मिलेंगे।
यह नकदी सौदा फरवरी 2013 तक पूरा होने की उम्मीद है और इसे अभी औपचारिक नियामक और अन्य मंजूरी मिलनी बाकी है।
इस घटनाक्रम के बारे में अपोलो हस्पिटल्स के अध्यक्ष प्रताप सी रेड्डी ने कहा कि अपोलो हेल्थ स्ट्रीट की वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए सही भागीदार की तलाश जरूरी थी।
उन्होंने कहा सदरलैंड ग्लोबल सर्विसेज में हमंे उत्कृष्ट रिकार्ड वाला रणनीतिक भागीदार मिला।
आज अपराह्न बंबई स्टाक एक्सचेंज में अपोलो हास्पिटल्स एंटरप्राईज का शेयर 0.02 फीसद घटकर 805 रुप्ए प्रति शेयर पर पहुंच गया।
वेलोडी ने कहा इस अधिग्रहण के बाद 3,200 पेशेवरों को नियुक्त किया जाएगा जिनके पास उद्योग की गहरी समझ होगी।
भाषा