प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी सरकार के महत्वपूर्ण घटक दल द्रमुक को बताया है कि उन्होंने श्रीलंका में तमिलों के पुनर्वास के लिए जरूरी कदमों पर वहां के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे से बात की थी ।
द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि को 25 जून को लिखे में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने मुद्दे पर राजपक्षे से भी चर्चा की थी ।
प्रधानमंत्री ने यह पत्र करुणानिधि के पत्र के जवाब में लिखा जिसमें तमिलों के बारे में श्रीलंका के एक मंत्री की विवादास्पद टिप्पणियों पर आपत्ति जताई गई थी ।
मनमोहन ने लिखा कि उन्होंने 21 जून को रियो डे जैनीरो में श्रीलंका के राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान श्रीलंकाई तमिलों के पुनर्वास का मुद्दा उठाया था ।
द्रमुक मुख्यालय द्वारा यहां जारी पत्र में कहा गया, मैंने श्रीलंका के भीतर उचित राजनीतिक और अन्य प्रबंधों की आवश्यकता पर भी जोर दिया था जिससे कि तमिल गरिमा के साथ रह सकें और श्रीलंका में घर जैसा महसूस कर सकें ।
द्रमुक प्रमुख ने श्रीलंकाई मंत्री चंपिका रणवाका की अत्यधिक भड़काउ टिप्पणी के बारे में प्रधानमंत्री को लिखा था । श्रीलंकाई मंत्री ने अपनी टिप्पणी में श्रीलंका में तमिलों के खिलाफ हिंसक प्रतिघात की धमकी दी थी ।