सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफेक्चरर्स (SIAM) के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने सोमवार को कहा कि भारतीय वाहन उद्योग पर इजरायल-हमास संघर्ष का प्रभाव काफी नगण्य है।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों को बताया, ‘हमें भारतीय वाहन उद्योग पर इस टकराव का कोई त्वरित प्रभाव नहीं दिखा है। मेरा मानना है कि इजरायल पर व्यापार के लिए हमारी निर्भरता अब उतनी ज्यादा नहीं रह गई है। मौजूदा समय में हम पर काफी कम प्रभाव है।’
मौजूदा समय में चिंता की बात नहीं
जब उनसे पूछा गया कि क्या इस युद्ध के कारण किसी तरह की लॉजिस्टिक संबंधित समस्या पैदा हो सकती है, तो उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमें फिलहाल ‘इंतजार करो और देखो’ की रणनीति अपनानी होगी। यदि यह समस्या बढ़ती है तो हालात ज्यादा चिंताजनक होंगे। मौजूदा समय में चिंता की बात नहीं है।’
8 अक्टूबर को इजरायल ने इस्लामिक संगठन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू की। इससे एक दिन पहले बड़ी संख्या में लड़ाकों ने इजरायली सीमा में प्रवेश किया और हमले किए थे, जिसमें 1,400 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
भारत ने इन हमलों के बाद वहां रह रहे भारतीयों को वापस लाने के लिए 12 अक्टूबर को ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया। इजरायल मौजूदा समय में जमीनी कार्रवाई शुरू करने के लिए गाजा से सटी सीमा पर अपनी सेना जमा कर रहा है।