आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) ने जून तिमाही के दौरान एबिटा में पिछले साल के मुकाबले 54.24 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है और यह बढ़कर 56.3 करोड़ डॉलर हो गई है।
इस्पात के अधिक निर्यात और कम लागत की वजह से यह इजाफा हुआ है। एक साल पहले की अवधि के दौरान आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के इस संयुक्त उद्यम का एबिटा 36.5 करोड़ डॉलर था।
इस्पात के अधिक औसत बिक्री मूल्य और कम लागत की वजह से पिछली तिमाही की तुलना में एबिटा 65.10 प्रतिशत तक अधिक रहा। मार्च तिमाही में एबिटा 34.1 करोड़ डॉलर था। कच्चे इस्पात का उत्पादन 18 लाख टन की दर पर पिछले साल के मुकाबले 7.4 प्रतिशत अधिक रहा।
कंपनी ने कहा कि 85 दिनों तक कोरेक्स भट्टी बंद रहने के बाद पिछली तिमाही की तुलना में यह स्थिर रहा, जिसे डीआरआई के जरिये अधिक उत्पादन ने संतुलित कर दिया। पिछले साल की तुलना में इस्पात निर्यात 11.1 प्रतिशत बढ़कर 17 लाख टन रहा, लेकिन हॉट स्ट्रिप मिल (एचएसएम) के नियोजित रखरखाव के कारण पिछली तिमाही की तुलना में इसमें 8.3 प्रतिशत तक गिरावट आई।
ये आंकड़े 30 जून, 2023 को समाप्त तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिए आर्सेलरमित्तल के परिणामों के हिस्से के रूप में प्रकाशित किए गए थे। कंपनी जनवरी से दिसंबर की अवधि को वित्त वर्ष मानती है। एएम/एनएस इंडिया में आर्सेलरमित्तल की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कंपनी ने बताया कि एएम/एनएस इंडिया हजीरा संयंत्र का वर्ष 2026 तक क्षमता विस्तार करके 1.5 करोड़ टन तक करने की योजना अच्छी प्रगति कर रही है।