World Cup 2023: समूचे एशिया और दुनिया के कई हिस्सों में दीवानगी के साथ देखा जाने वाला आईसीसी विश्व कप (ICC World Cup) गुरुवार से शुरू हो गया है।
इसमें विज्ञापन के लिए प्रसारणकर्ताओं के साथ बातचीत कर रही विज्ञापन एजेंसियों और मीडिया योजनाकारों का कहना है कि डिज्नी स्टार (Disney Star) विज्ञापन के जरिये कम से कम 2,000 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है। इसमें से आधी हिस्सेदारी टेलीविजन की होगी और आधे विज्ञापन इसके ओटीटी चैनल डिज्नी+ हॉटस्टार पर आएंगे।
मगर कंपनी को उम्मीद है कि विश्व कप के दौरान खबरिया चैनलों, अखबारों, सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों पर भी क्रिकेट से जुड़े विज्ञापन खूब दिखेंगे। इस तरह अगले करीब सवा महीने तक विश्व कप विज्ञापन देने वालों को सबसे ज्यादा लुभाएगा।
इस टूर्नामेंट के डिजिटल और प्रसारण अधिकार डिज्नी स्टार के ही पास हैं। कंपनी ने 2019 की ही तरह इस बार भी विश्व कप के मैचों का मुफ्त प्रसारण करने का फैसला किया है यानी डिज्नी+हॉटस्टार का सबस्क्रिप्शन नहीं लेने वाले भी उस पर विश्व कप के मैच देख सकते हैं। इसकी वजह से विज्ञापनों का भारी पैसा डिजिटल मीडिया की तरफ चला गया है। माना जा रहा है कि विज्ञापनों से 55 फीसदी कमाई डिजिटल रास्ते से ही होगी।
रिलायंस ने इस साल ऐसा ही किया था, जब उसने इंडियन प्रीमियम लीग (IPL) के मैच अपने ओटीटी चैनल जियो सिनेमा पर मुफ्त दिखाए थे। हालांकि उसके पास आईपीएल मैचों का केवल प्रसारण अधिकार था। 2019 के क्रिकेट विश्व कप में विज्ञापनों से स्टार को करीब 1,800 करोड़ रुपये मिले थे, जिसमें डिजिटल मीडिया की हिस्सेदारी 16 से 20 फीसदी ही थी।
एक एफएमसीजी कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि क्रिकेट में उनके कुल विज्ञापन खर्च का करीब 35 फीसदी हिस्सा डिजिटल माध्यम पर खर्च किया जा रहा है। ओटीटी पर मैच मुफ्त चलने पर 50 फीसदी तक विज्ञापन डिजिटल माध्यम पर आ सकते हैं। मगर स्टार-डिज्नी के प्रवक्ता ने कोई आंकड़ा देने से इनकार कर दिया।
प्रमुख विज्ञापन कंपनी रीडिफ्यूजन के अध्यक्ष संदीप गोयल का कहना है, ‘मोटा हिसाब लगाएं तो भी स्टार को टूर्नामेंट के दौरान विज्ञापन से करीब 2,000 करोड़ रुपये मिलने चाहिए। यह रकम ज्यादा भी हो सकती है। लेकिन टूर्नामेंट जितना चर्चा में है, उसे देखकर लगता है कि अखबारों, समाचार चैनलों, आउटडोर मीडिया, प्रायोगिक मीडिया, सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया को भी क्रिकेट पर आधारित विज्ञापन बराबर मिलेंगे। मगर ये विज्ञापन सैकड़ों मीडिया कंपनियों के बीच बंट जाएंगे।’
गोयल ध्यान दिलाते हैं कि टूर्नामेंट के दौरान ही त्योहार भी आएंगे। दीवाली तो विज्ञापनदाताओं के लिए दोहरा मौका लाएगी। ब्रांड इस मौके को भुनाने के लिए ग्राहकों के लिए कई तरह के ऑफर ला सकते हैं। इस वजह से विज्ञापन की दरें बढ़ सकती हैं और 36 दिन के टूर्नामेंट के दौरान विज्ञापनों की बौछार बहुत ज्यादा हो सकती है।
स्टार ने बड़ी तादाद में विज्ञानपदाताओं के साथ करार किया है। पिछले महीने ही यह 21 बड़े विज्ञापनदाता अपने साथ जोड़ चुकी थी और मीडिया योजनाकारों के मुताबिक उनमें से हरेक के साथ उसका 150 करोड़ रुपये का करार हुआ था। इनमें फोनपे और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा जैसी कंपनियां भी शामिल हैं।
सॉफ्ट ड्रिंक दिग्गज कोका कोला ने पिछले महीने संपन्न एशिया कप के साथ-साथ विश्व कप के लिए भी डिज्नी के साथ करार किया था। हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंडसइंड बैंक और मॉन्डलीज भी इससे जुड़ी हैं।
विश्व कप के लिए स्पॉट यानी अंतिम क्षणों में दिए जाने वाले विज्ञापनों की कीमत (कीमत 10 सेकंड के विज्ञापन के हिसाब से वसूली जाती हैं) भारतीय टीम के प्रदर्शन के हिसाब से ही तय होंगी। लेकिन मीडिया योजनाकारों के मुताबिक जोखिम से बचने के लिए कुल विज्ञापनों का 10 फीसदी हिस्सा ही अंतिम क्षणों के लिए रोका जाता है।
भारतीय टीम नौ मैच खेलेगी। इसमें पाकिस्तान के साथ उसका मैच भी होगा, जिसका इंतजार दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से करते हैं। टीम का सेमीफाइनल और फाइनल का सफर ही विज्ञापनों की कीमत तय करेगा।