अदाणी समूह (Adani Group) मुंबई जैसे अपने प्रमुख हवाई अड्डों पर मूल्यवान पार्किंग स्थल खाली करने के लिए बड़ी संख्या में ठप पड़े विमानों को गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम में छोटे हवाई अड्डों पर स्थानांतरित करने के लिए सरकार के साथ बातचीत में लगा हुआ है।
नागर विमानन मंत्रालय ने दिसंबर में बताया था कि वर्तमान में 24 विमान मुंबई हवाई अड्डे पर ठप पड़े हुए हैं। इनमें 15 विमान गो फर्स्ट और जेट एयरवेज के हैं। ये दोनों विमानन कंपनियां क्रमशः मई 2023 और अप्रैल 2019 में दिवालिया हो गईं थीं।
अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड के मुख्य कार्य अधिकारी अरुण बंसल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया ‘दिशानिर्देश (ठप पड़े विमानों को स्थानांतरित करने के मामले में) लाने के लिए हम डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) और नागरिक विमानन मंत्रालय के साथ काम कर रहे हैं ।’
उन्होंने कहा, ‘अगर विमानन कंपनी किसी भी वजह से ठप पड़ी हो, तो हमें विमानन कंपनी, डीजीसीए और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के साथ मिलकर उन विमानों को मुंबई और अहमदाबाद से गुवाहाटी या त्रिवेंद्रम जैसे कम इस्तेमाल किए जाने वाले हवाई अड्डों पर ले जाने में सक्षम होना चाहिए।’
उन्होंने कहा ‘हम डीजीसीए और नागर विमानन मंत्रालय के साथ उस रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसके जरिये हम मुंबई जैसे व्यस्त हवाई अड्डों पर पार्किंग की जगह खाली कर सकते हैं।’
वर्तमान में अदाणी समूह मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलूरु, गुवाहाटी, जयपुर और तिरुवनंतपुरम में हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है। वह नवी मुंबई हवाई अड्डे का भी निर्माण कर रहा है।
विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 21 दिसंबर को कहा था कि विमान इंजन आपूर्तिकर्ता प्रैट ऐंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) को आपूर्ति श्रृंखला संबंधी दिक्कतों का सामना करने की वजह से देश में ठप पड़े 95 प्रतिशत अपनी मौजूदा स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा था ‘हम पीडब्ल्यू के सीधे संपर्क में हैं और उन्हें बताया है कि यह स्थिति अस्वीकार्य है क्योंकि भारत में हवाई यातायात काफी तेजी से बढ़ रहा है।’