वाहन डीलरों को त्योहारी बिक्री की रफ्तार सुस्त रहने की आशंका है क्योंकि अगस्त के दूसरे पखवाड़े में ग्राहकों की पूछताछ और बुकिंग में करीब 25 फीसदी की गिरावट आई है। दरअसल जीएसटी दरों में संभावित कटौती के मद्देनजर ग्राहक अपनी खरीद योजना को फिलहाल टाल रहे हैं। कुछ डीलरों ने बताया कि त्योहारी महीनों के दौरान ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए वे अपनी ओर से अतिरिक्त छूट की पेशकश कर रहे हैं।
वाहन डीलरों के संगठन फाडा के प्रतिनिधियों ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की और जीएसटी दरों में प्रस्तावित कटौती के बारे में अपनी चिंताओं से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जीएसटी दरों में प्रस्तावित बदलाव के मद्देनजर बड़ी तादाद में ग्राहक खरीद योजना को फिलहाल टाल रहे हैं। इससे आगामी त्योहारी सीजन के दौरान बिक्री बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।
फाडा के अध्यक्ष सीएस विघ्नेश्वर ने कहा, ‘हमने मंत्री के समक्ष अपनी चिंता व्यक्त की है कि इससे आगामी त्योहारी सीजन में हमारी बिक्री प्रभावित होगी। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सरकार स्थिति से अवगत है और वह उचित कदम उठाएगी।’ जीएसटी परिषद की दो दिवसीय बैठक 3 सितंबर से शुरू होगी। अगर सरकार दीवाली उपहार के रूप में जीएसटी सुधार को लागू करने की योजना पर कायम रहती है तो उद्योग के आंतरिक सूत्रों का मानना है कि डीलर और कंपनियां ग्राहकों को अधिक छूट देने की योजना बना सकती हैं।
त्योहारी पेशकश के तहत विभिन्न मॉडलों पर 1.5 से 2 लाख रुपये तक के लाभ उपलब्ध हैं। हालांकि सितंबर की पेशकश के बारे में सटीक जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है, लेकिन सूत्रों का मानना है कि बिक्री को रफ्तार देने के लिए भारी छूट जारी रहेगी। जीएसटी दरों में कटौती से आम लोगों को राहत मिलेगी, मगर इससे अगस्त और सितंबर महीनों के दौरान वाहनों की बिक्री प्रभावित हो सकती है।
वाहन कंपनियों (ओईएम) ने फाइनैंस के साथ-साथ कई आकर्षक त्योहारी पेशकश किए हैं। टाटा मोटर्स ओणम बुकिंग पर डिलिवरी को प्राथमिकता देते हुए पेट्रोल और ईवी दोनों मॉडलों पर 2 लाख रुपये तक का विशेष लाभ दे रही है।
कंपनी ने कई प्रमुख संस्थानों के साथ साझेदारी के जरिये आकर्षक फाइनैंस योजनाएं भी पेश की हैं। ग्राहक अब बैलून स्कीम के तहत कम शुरुआती ईएमआई का फायदा उठा सकते हैं। स्टेप-अप स्कीम के तहत आय में वृद्धि के अनुसार ईएमआई में बढ़ोतरी और लो ईएमआई स्कीम के तहत पहले 3 महीनों के लिए केवल 100 रुपये प्रति लाख ईएमआई की सुविधा प्रदान की गई है। इसके अलावा, ईवी ग्राहक एक्सेसरीज, अधिक वारंटी, एएमसी और सर्विस रिपेयर के लिए 6 महीने की फाइनैंसिंग का भी लाभ उठा सकते हैं।
डीलरों का कहना है कि तमाम कोशिशों के बावजूद गणेश चतुर्थी और ओणम का आकर्षक सीजन पहले ही फीका पड़ चुका है। उन्होंने बताया कि कुछ मामलों में बिक्री 10 से 15 फीसदी तक घट चुकी है। बीएनपी पारिबा सिक्योरिटीज इंडिया के कुमार राकेश ने कहा कि जीएसटी कराधान पर स्पष्टता के अभाव के कारण ग्राहक फिलहाल अपनी खरीद योजना को टाल सकते हैं। इससे महाराष्ट्र और केरल त्योहारी मांग प्रभावित हो सकती है।
डीलरशिप नेटवर्क का संचालन करने वाली ईवीएम मोटर्स के प्रबंध निदेशक सुबु जॉनी ने कहा, ‘कुछ ग्राहक अपनी खरीदारी टाल रहे हैं। मगर वास्तविक प्रभाव का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी। हमें लगता है कि सरकार हमारी चिंताओं को दूर करने के लिए उपयुक्त कार्रवाई करेगी।’
कई कार मॉडलों पर जीएसटी दर मौजूदा 28 फीसदी से घटकर 18 फीसदी होने की संभावना है। मगर कार की लंबाई, श्रेणी और इंजन के आकार के लिहाज से उपकर बरकरार रह सकता है। ब्रोकरेज फर्म नोमूरा के अनुसार, मारुति सुजूकी वैगन आर जैसे लोकप्रिय मॉडलों की कीमतों में करीब 60,000 रुपये, मारुति बलेनो की कीमतों में करीब 75,000 रुपये, ह्युंडै क्रेटा की कीमतों में करीब 55,000 रुपये और महिंद्रा एक्सयूवी700 की कीमतों में 1.15 लाख रुपये तक की कमी आ सकती है।
मुंबई के एक मारुति सुजूकी डीलर ने बताया कि छोटी कारों के खरीदार कर में बदलाव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं और इसलिए वे निर्णय लेने में देरी करते हैं। मगर त्योहारी पेशकश और फाइनैंस में मदद से अक्टूबर में मांग को दम मिलेगा। मुंबई के एक हीरो मोटोकॉर्प डीलर ने संकेत दिया कि दोपहिया वाहन खरीदार जीएसटी के कारण काफी सतर्क दिख रहे हैं। मगर त्योहारी रुझान बिक्री को रफ्तार दे रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल कोई बड़ी गिरावट नहीं दिखी है।
(साथ में अंजलि सिंह)