एलन मस्क (Elon Musk) की अगुवाई वाली टेस्ला (Tesla) अपनी प्रस्तावित किफायती EV कार की कीमत में कटौती के लिए तेजी से चार्ज होने वाली छोटी बैटरियों की तलाश कर रही है। कंपनी प्राइस संवेदनशील भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए इस तरह की बैटरी पर काम कर रही है।
इस तरह की बैटरियों का इस्तेमाल चीन में पहले से किया जाता है और Tesla ने केंद्र सरकार को बताया कि वह भारत में अपनी कारों के लिए इस टेक्नोलॉजी को लाने पर विचार कर सकती है।
हालांकि, फास्ट चार्जर्स का एक बड़ा पब्लिक नेटवर्क टेस्ला के ग्राहकों को छोटी बैटरी वाले वाहन खरीदने के लिए राजी करने में महत्वपूर्ण होगा। चार्जिंग स्टेशन के आसानी से मिलने पर टेस्ला को फायदा मिलेगा।
लाइवमिंट की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार के साथ हाल ही में बातचीत में कंपनी के अधिकारियों ने इस तरह के पब्लिक नेटवर्क को विकसित करने में मदद का अनुरोध किया है और साथ ही छोटी बैटरियां बनाने में भी सहयोग मांगा है।
टेस्ला की भारतीय बाजार में 20 लाख रुपये तक की EV लाने की योजना
बता दें कि टेस्ला भारतीय EV बाजार में 24,000 डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) की कार लाने की योजना बना रही है और इसके लिए एक छोटी बैटरी पर काम कंपनी के महत्वपूर्ण है।
सरकार कीमत की वजह से टेस्ला की योजना पर पैनी नजर रख रही है। इस समय टेस्ला का सबसे सस्ता मॉडल 48,950 डॉलर (40 लाख रुपये) का है। 2020 में टेस्ला बैटरी डे के दौरान मस्क ने ज्यादा किफायती मॉडल देने के लिए 25,000 डॉलर (20 लाख रुपये) की इलेक्ट्रिक कार बनाने की घोषणा की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसी योजना पर काम करने के लिए भारत का चार्जिंग बुनियादी ढांचा फिलहाल पूरी तरह से पर्याप्त नहीं है। कार सर्च प्लेटफॉर्म कारदेखो की तरफ से संकलित आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में भारत में लगभग 9,300 पब्लिक सेक्टर के चार्जर हैं।
दूसरी तरफ, अमेरिका में इस तरह के 138,000 चार्जिंग स्टेशन है। इसके अलावा, भारत में ज्यादतर पब्लिक सेक्टर के चार्जर धीमी गति से वाहनों को चार्ज करते हैं।