सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी एनएलसी इंडिया लिमिटेड अफ्रीका में स्थित एक लिथियम खदान से खनिज की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक रूसी सरकारी कंपनी के साथ उन्नत स्तर की बातचीत कर रही है। सूत्रों के अनुसार, एनएलसी इंडिया की बातचीत रूस की एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी से माली स्थित लिथियम ब्लॉक में हिस्सेदारी के लिए चल रही है।
यह कदम उस समय उठाया जा रहा है जब भारत अपने स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए लिथियम जैसी महत्वपूर्ण धातुओं की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है। देश में इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरियों की बढ़ती मांग के मद्देनज़र लिथियम की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है।
एनएलसी इंडिया मुख्य रूप से कोयला और लिग्नाइट खनन तथा बिजली उत्पादन के क्षेत्र में कार्यरत है। कंपनी ने हाल के वर्षों में अक्षय ऊर्जा और कोयला खनन के क्षेत्र में भी देश और विदेश में अपने कदम बढ़ाए हैं।
हाल ही में एनएलसी इंडिया को पांचवें चरण की खनिज नीलामी में दो महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिज ब्लॉक प्राप्त हुए हैं। कंपनी ने छत्तीसगढ़ राज्य में फॉस्फोराइट और चूना पत्थर के दो ब्लॉक हासिल किए हैं।
वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो, एनएलसी इंडिया ने मार्च 2025 में समाप्त तिमाही में अपने समेकित लाभ में चार गुना से अधिक की छलांग लगाई है। कंपनी ने इस तिमाही में ₹468.46 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह ₹113.95 करोड़ था।
एनएलसी इंडिया के इस रणनीतिक कदम से न केवल भारत की लिथियम आपूर्ति श्रृंखला को मजबूती मिलेगी, बल्कि देश की स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं को भी गति मिलेगी।