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एथनॉल से घटेगा माइलेज

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 7:07 PM IST

भारत की 10 करोड़ से अधिक गाडियों में पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल के अनिवार्य इस्तेमाल का पालन करना तकनीकी परिवर्तन किए बगैर मुश्किल हो सकता है।


भारत सरकार अक्टूबर से पेट्रोल में 5 प्रतिशत एथनॉल के बदले 10 प्रतिशत एथनॉल के प्रयोग को आवश्यक करने की योजना बना रही है।ऑटोमोबाइल उद्योग के एक अधिकारी ने बताया कि हम अक्टूबर से गाडियों में पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल को आवश्यक कर सकते हैं। अभी हम लोग ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि हमारे पास इससे होने प्रभावों का अध्ययन उपलब्ध नहीं है।


सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल्स (एसआईएएम) ऑटोमोबाइल उद्योगों के साथ मिलकर 10 प्रतिशत एथनॉल के उपयोग से गाडियों पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन करने जा रही है।विशेषज्ञों का मानना है कि अभी जो गाडियां सड़कों पर दौड रही है उसमें 10 प्रतिशत एथनॉल को सहन कर पाने की क्षमता नहीं है।


ऑटोमोबाइल उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि 10 प्रतिशत एथनॉल का इस्तेमाल करने पर गाड़ियों की माइलेज भी 3 प्रतिशत घट जाएगी क्योंकि इसका कैलोरी मूल्य पेट्रोल की तुलना में कम होता है। एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि हमारा देश ऊर्जा के क्षेत्र में पीछे है इसलिए इस तरह के प्रयोग करना हमारी लाचारी है।ब्लूमबर्ग की मानें तो भारत की ही तर्ज पर जर्मनी भी अपने यहां की गाड़ियों में 10 प्रतिशत एथनॉल के इस्तेमाल की योजना बना रही है।


जैव-ईंधन कार्यक्रम पूरे विश्व में अनाज बनाम ईंधन वाली बहस के केंद्र में है। पारिस्थितिकी विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका जैसे देशों में गन्ने और अनाजों से एथनॉल बनाए जाते हैं,जिससे खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि हुई है और खाद्य आपूर्ति प्रभावित हुई है।


खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ)- यूरोपीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक  जैव ईंधनों की बढ़ती मांग और इसका चीनी, मक्का, तिलहन और ताड़ के तेल पर बढ़ती निर्भरता की वजह से अनाजों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है। पारिस्थितिकी विशेषज्ञ यह भी तर्क दे रहे हैं कि जैव ईंधन एथनॉल की निष्कासन उत्पादकता में कमी लाता है और इससे वनों की कटाई को बढावा मिल रहा है।


भारत के पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों का मानना है कि यहां गन्ने का बहुत उत्पादन होता है और इसका उपयोग एथनॉल के उत्पादन में आसानी से किया जा सकता है।


एथनॉल की अनिवार्यता


भारत सरकार अक्टूबर से पेट्रोल में 5 प्रतिशत के बजाय 10 प्रतिशत एथनॉल अनिवार्य करेगी।
इसके प्रयोग से गाड़ियों का माइलेज 3 प्रतिशत घट जाएगा।
गन्ने और अनाज  से?एथनॉल बनाया जाता है, जिससे खाद्य पदार्थ की कीमतों में वृध्दि होगी।

First Published : April 6, 2008 | 11:28 PM IST