प्रमुख वाहन कंपनी बजाज ऑटो का मानना है कि वित्त वर्ष 2022 निर्यात के लिहाज से कंपनी के लिए एक रिकॉर्ड वर्ष होगा। कोविड वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से घरेलू बाजार प्रभावित होने के बीच कंपनी को विदेशी बाजारों से दमदार ऑर्डर बुकिंग हासिल हुई है। मार्च 2021 में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी के शुद्ध लाभ में 2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि उसके परिचालन राजस्व में 26 फीसदी की वृद्धि हुई। कंपनी को निर्यात आय और महंगे मॉडलों की अधिक बिक्री से बल मिला।
बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने कहा, ‘यदि सबकुछ ठीक रहा और वैश्विक स्तर पर कोविड की दूसरी या तीसरी लहर नहीं आई तो वित्त वर्ष 2022 निर्यात के लिहाज से बजाज ऑटो के लिए एक रिकॉर्ड वर्ष होगा। वित्त वर्ष 2020 हमारा बेहतरीन वर्ष था। मैं समझता हूं कि हम उससे भी आगे जाएंगे।’ कंपनी के कुल निर्यात में अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और पश्चिम एशिया का योगदान करीब 75 फीसदी होगा।
चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 1,332 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,310 करोड़ रुपये रहा था। इसी प्रकार शुद्ध राजस्व बढ़कर 8,596 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 6,816 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि जिंस कीमतों में तेजी के कारण मार्जिन घटकर 18.1 फीसदी रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 19 फीसदी रहा था। बजाज ऑटो के निदेशक मंडल ने 140 रुपये प्रति शेयर (1,400 फीसदी जो पिछले साल 1,200 फीसदी रहा था) लाभांश देने की सिफारिश की है। लाभांश मद में कुल भुगतान 4,051 करोड़ रुपये होगा जो 90 फीसदी भुगतान अनुपात है।