प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
बिज़नेस स्टैंडर्ड शनिवार को अहम शख्सियतों और विशेषज्ञों की भागीदारी वाली संगोष्ठी में रक्षा एवं भू-राजनीति पर अपनी मासिक पत्रिका पेश करेगा। बिज़नेस स्टैंडर्ड ब्लूप्रिंट नाम की यह पत्रिका प्रिंट और डिजिटल दोनों रूपों में उपलब्ध होगी तथा भारत के सामरिक विषयों पर केंद्रित होगी।
पत्रिका दूसरे देशों के सैन्य मामलों से जुड़े समाचार भी देगी, जिनमें सैन्य उपकरणों और तकनीक दोनों की बात होगी। दूसरी सैन्य शक्तियों के साथ भारत के रिश्तों की पड़ताल भी इसमें की जाएगी ताकि तेजी से बदल रही भू-राजनीतिक तस्वीर को ठीक से समझा जा सके।
पत्रिका के अनावरण के मौके पर बिज़नेस स्टैंडर्ड जो संगोष्ठी आयोजित करेगा, उसमें रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन वी नारायणन और कल्याणी ग्रुप के रक्षा कारोबार के प्रमुख राजिंदर सिंह भाटिया अपनी बात रखेंगे।
मुख्यधारा के मीडिया से आम तौर पर ऐसी पत्रिकाएं नहीं आती हैं, इसलिए इस पत्रिका का स्वागत करने के लिए सामरिक समझ रखने वाले और जागरूक श्रोता कार्यक्रम में रहेंगे। यह मौका इसलिए ज्यादा खास है क्योंकि पत्रिका बिज़नेस स्टैंडर्ड के 50 वर्ष पूरे होने के कुछ महीनों बाद ही आई है।
विश्व व्यवस्था इस समय भारी बदलाव से गुजर रही है। उथलपुथल भरे इस दौर में रक्षा एवं कूटनीति से जुड़े सबसे महत्त्वपूर्ण मसलों पर गहराई से खबरें करना, विश्लेषण करना और विशेषज्ञों की टिप्पणी पेश करना ही ब्लूप्रिंट का मकसद है। पत्रिका की भाषा बेहद सरल है ताकि तकनीकी विषय भी सबकी समझ में आ सकें। इसके मल्टीमीडिया सेक्शन में रक्षा और कूटनीति की दुनिया की अहम शख्सियतों के साथ पॉडकास्ट शामिल हैं।
आशा है कि ब्लूप्रिंट पत्रिका को भी हमारे दर्शक-पाठक उतना ही पसंद करेंगे, जितना पसंद बिज़नेस स्टैंडर्ड अखबार को किया है।
ब्लूप्रिंट में आने वाली खबरें बिज़नेस स्टैंडर्ड की पत्रकारिता शैली में पगी हुई होंगी, जिसमें सटीकता और निष्पक्षता का संकल्प रहता है। बिज़नेस स्टैंडर्ड की खबरें सही आंकड़ों पर आधारित होती हैं, नई जानकारी देती हैं, विश्वसनीय होती हैं और किसी भी पाले से जुड़ी नहीं होती हैं।