फिल्म नगरी मुंबई में सिनेमाघर खुलने पर संशय बरकरार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 14, 2022 | 11:02 PM IST

कोविड-19 महामरी का संक्रमण रोकने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन को धीरे-धीरे अनलॉक किया जा रहा है। इसी के तहत केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से देशभर में सिनेमाघरों को खोलने की इजाजत दे दी है। लेकिन फिल्म नगरी मुंबई में सिनेमाघर खोलने पर राज्य सरकार ने अब तक निर्णय नहीं लिया है। हालांकि सरकार के सकारात्मक रुख को देखते हुए माना जा रहा है कि मायानगरी में भी दर्शकों के लिए जल्द ही सिनेमाघर खोलने का ऐलान हो सकता है, जबकि स्कूल-कॉलेज को फिलहाल सरकार बंद ही रखना चाह रही है।
केंद्र सरकार के मुताबिक 15 अक्टूबर से सभी सिनेमाघर खोल दिए जाएंगे। इस बात को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने मंगलवार को कोविड-19 से जुड़े दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। सभी सिंगल स्क्रीन हॉल और मल्टीप्लेक्स सिनेमाघरों के लिए इन दिशानिर्देशों को मानना अनिवार्य होगा। इस बात की जानकारी सूचना-प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दी है। जावड़ेकर ने कहा कि सिनेमाघर पिछले सात महीनों से बंद हैं। अब वे 15 अक्टूबर से खुलेंगे, लोगों की सुरक्षा के लिए हमने एसओपी तैयार की है जिसे सभी सिनेमाघर मालिकों को मानना होगा। सिनेमाघरों में 50 प्रतिशत लोगों के बैठने की अनुमति होगी। एक कुर्सी छोड़कर बैठने की व्यवस्था की जाएगी। मास्क लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही सैनिटाइजर भी जरूरी है।
केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के मुताबिक सिनेमाघर 15 अक्टूबर से खुल सकते हैं, लेकिन सिनेमाघर खुलने का अंतिम फैसला राज्य सरकार को करना होगा। महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री अमित देशमुख ने कहा कि राज्य सरकार सिनेमाघरों और थिएटरों को खोलने के पक्ष में हैं, लेकिन मौजूदा कोविड-19 महामारी के दौर में उसकी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। थियेटर ऑनर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में देशमुख ने सिनेमाघरों के मालिकों से कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट से चर्चा करेंगे। इसके बाद ही इस पर कुछ निर्णय लिया जाएगा।
देशमुख ने कहा कि आज केंद्र सरकार ने सिनेमाघर खोलने के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। हम इसको लेकर गंभीर है। राज्य सरकार जल्द इस पर ठोस निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि दशहरा, दीवाली और क्रिसमस पर लोग थिएटरों और सिनेमाघरों के लिए लंबी लाइनें लगाएंगे। उन्हें दोबारा शुरू करने का यह सही समय है। सरकार सोच रही है कि उन्हें कैसे खोला जाए, क्योंकि लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सबसे महत्‍तवपूर्ण है।
महाराष्ट्र सरकार फिलहाल सिनेमाघरों, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों को खुलने के पक्ष दिख नहीं रही है। महाराष्ट्र के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य में स्थिति विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में कक्षाओं की अनुमति देने के लिए उपयुक्त नहीं है। उन्होंने कहा कि भौतिक कक्षाओं का संचालन करना उपयुक्त नहीं है। हमने शैक्षणिक संस्थानों को विद्यार्थियों से विकास शुल्क नहीं वसूलने का भी निर्देश दिया है, क्योंकि भौतिक कक्षाएं नहीं लग रही हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने 30 सितंबर को जारी अपने नवीनतम लॉकडाउन दिशानिर्देशों में कहा है कि राज्य में सिनेमाघर, नाट्य गृह, विद्यालय, महाविद्यालय तथा अन्य शैक्षणिक एवं कोचिंग संस्थान बंद ही रहेंगे। अर्थव्यवस्था बहाल करने के लिए अपनी अनलॉक प्रक्रिया के तहत राज्य सरकार ने कुछ वाणिज्यिक गतिविधियों को कोविड-19 रोकथाम संबंधी नियमों का अनुपालन करते हुए कामकाज बहाल करने अनुमति दी है, जबकि शैक्षणिक संस्थानों को बंद ही रहने का निर्देश दिया गया।
सोमवार तक महाराष्ट्र में कोविड-19 के 14,53,653 मामले आए तथा 38,347 लोगों ने इस महामारी से जान गंवाई। भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार साढ़े छह महीने से ज्यादा वक्त से सिनेमाघर बंद पड़े हैं। एक अनुमान के मुताबिक इससे उद्योग को 2,000 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। कई बड़ी फिल्में अधर में लटकी हुई हैं। जिनमें अक्षय कुमार की सूर्यवंशी, सलमान खान की राधे, रणवीर सिंह की 83, वरुण धवन की कुली नं. 1 और जॉन अब्राहम की मुंबई सागा शामिल हैं। इन फिल्मों के सुपरहिट होने की उम्मीद की जा रही है। सिर्फ यही फिल्में 1,000 करोड़ से ज्यादा की कमाई वाली फिल्मों की सूची में हैं।

First Published : October 6, 2020 | 11:32 PM IST