देश की सबसे बड़ी खनिज उत्पादक और निर्यातक राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) ने लौह अयस्क की कीमतें 40 फीसदी बढ़ा दी है जिससे छत्तीसगढ़ के स्पंज लौह निर्माताओं को कंपनी को 120 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। नई कीमतें आगामी 1 अप्रैल से लागू होंगी।
क्षेत्रीय उद्यमियों ने एनएमडीसी से लौह अयस्क इसी शर्त पर खरीदा था कि जब भी कंपनी कीमतें बढ़ाएगीं, वे कीमत में जो भी अंतर आएगा, अदा करेंगे। स्पंज लौह निर्माता एसोसिएशन के जी के अग्रवाल ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि उस समय स्थिति कुछ और थी, जब इस्पात उद्योग सबसे बुरे संकट से गुजर रहा था।
कीमतें बढ़ाने से उन पर 120 करोड़ रुपये के कर्ज का भारी बोझ चढ़ जाएगा। अभी हालत ऐसी नहीं है कि इस कर्ज की भरपाई की जा सके। स्पंज उद्यमी एनएमडीसी के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। उद्यमियों का कहना है कि उन्हें एनएमडीसी की यह शर्त मंजूर नहीं है।
छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन निर्माता संघ के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने कहा, ‘एनएमडीसी ने कीमतें बढ़ाने के पहले हमें न तो किसी तरह का नोटिस जारी किया और न ही किसी तरह की अन्य सूचना दी।’ उन्होंने यह भी कहा कि स्पंज लौह उद्यमियों का एक प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे पर हैदराबाद स्थित एनएमडीसी के मुख्यालय पर वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराएगा।
नचरानी ने कहा कि अगर एनडीएमसी के अधिकारी हमारी मांगें नहीं मानेंगे तो हम इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। न्याय पाने के लिए हम नई दिल्ली जाकर केन्द्र सरकार का दरवाजा भी खटखटायेंगे।