उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के शोरूम अब विभिन्न देशों के दूतावासों में भी खोले जाएंगे। दूतावासों के इन शोरूमों में ओडीओपी के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। देश में कई शहरों के पेट्रोल पंपो पर भी ओडीओपी के एक्सक्लूसिव शोरूम खोले जाएंगे।
प्रदेश के लघु उद्यम, निर्यात प्रोत्साहन, खादी एवं रेशमविभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि इस साल ओडीओपी के 1000 से ज्यादा स्टाल देश भर में खोले जाने की योजना है। रेलवे स्टेशन, पेट्रोल पंप, विदेशों में स्थित दूतावासों, देश के विभिन्न शहरों में स्थित यूपिका के शो-रूम में ओडीओपी बिक्री के ये स्टाल खोले जाएंगे। इन स्टालों के खुलनेपर करीब 12 हजार लोग सीधे तौर पर रोजगार से जुड़ेंगे।
उन्होंने बताया कि भारत में विभिन्न देशों के दूतावासों से बातचीत की जा रही है और जल्दी ही वहां भी ओडीओपी के स्टाल लग जाएंगे। सहगल ने बताया कि ओडीओपी योजना को मिली सफलता से उत्साहित हो राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर इसका विस्तार करने की योजना बनायी है। इसके तहत देश ही नहीं बल्कि विदेशों में इसके शोरूम अथवा स्टाल खोले जाएंगे। रेलवे के साथ हुयी बातचीत के बाद प्रदेश सरकार देश के कई महत्वपूर्ण स्टेशनों पर ओडीओपी स्टाल खोल रही है। रेल प्रशासन ने 600 से अधिक स्टेशनों पर ओडीओपी उत्पादों की बिक्री के लिए स्टाल बनाकर देने की सूची उत्तर प्रदेश सरकार को दी है। इसके साथ प्रदेश सरकार ने पेट्रोल पंपों पर ओडीओपी शोरूम या स्टाल खोलने के लिए पेट्रोलियम कंपनियों से बात की है।
सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी पेट्रोलियम कंपनी इंडिया आयल कारपोरेशन (आईओसी) अपने पेट्रोल पंपों पर ओडीओपी के उत्पाद बेंचने के लिए राजी हो गयी है। आईओसी प्रदेश व अन्य राज्यों में संचालित अपने पेट्रोल पंपों पर स्टाल बनाकर देगी जहां ओडीओपी उत्पाद बिक्री के लिए रखे जाएंगे। इनके अलावा मुबई, अहमदाबाद, बंगलुरू आदि शहरों में स्थित यूपिका के शोरूम को भी ओडीओपी बिक्री का केंद्र बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार की कपड़ा मिलों की बंदी के बद से यूपिका के इन शोरूमों की हालात खराब होती जा रही थी अब ओडीओपी की बिक्री होने से इनको नया जीवन मिलेगा।
सहगल ने बताया कि हाल ही में भारत को जी-20 की अध्यक्षता के साथ कई सम्मेलनों की मेजबानी मिली है। इसके तहत उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा , वाराणसी, आगरा और लखनऊ में चार बड़े कार्यक्रम होने हैं। ओडीओपी के उत्पाद कई जी-20 देशों में निर्यात किए जा रहे हैं। उनका कहना है कि जी-20 देशों की मेजबानी से ओडीओपी की बिक्री को प्रोत्साहन मिलेगा और दुनिया के सबसे ज्यादा व्यापार करने वाले देशों तक यहां का उत्पाद पहुंच सकेगा। हाल ही में ओडीओपी के तहत आने वाले कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने भी पांच राज्यों के सात जिलों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। जिन जिलों में इसकी शुरुआत की गयी है उनमें लखनऊ का आम भी शामिल है।