आस्ट्रेलिया के दक्षिणी राज्य ने आईसीएफएआई विश्वविद्यालय को एडीलेड में कैंपस स्थापित करने का न्योता दिया है।
इस बारे में दोनों पक्षों के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) पर पहले ही दस्तखत किए जा चुके हैं। इस एमओयू पर दक्षिण आस्ट्रेलिया राज्य के प्रीमियर माइक रॉन और आईसीएफएआई विश्वविद्यालय के अध्यक्ष सुभाष सरणीकर ने दस्तखत किए।
शुरुआत में आईसीएफएआई की योजना पोस्टग्रेजुएट प्रबंधन कार्यक्रम का संचालन करने की है।इस समझौते के तहत आईसीएफएआई दक्षिण आस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालयों के साथ गठजोड़ कर दोहरी डिग्री की पेशकश भी कर सकती है। इस समझौते के तहत विद्यार्थियों को एडीलेड स्थित आईसीएफएआई कैंपस में एक साल बिताना होगा जबकि दूसरे साल दक्षिण आस्टे्रलिया के किसी विश्वविद्यालय में जाना होगा। इस प्रक्रिया के पूरा होने पर छात्र को दोनों संस्थानों से डिग्री या डिप्लोमा मिलेगा।
इस समझौते से वैश्विक स्तर पर भारतीय उच्च शिक्षा की बढ़ती स्वीकार्यता की पुष्टि होती है। उदाहरण के तौर पर सेवा क्षेत्र का नाम आता है। खासकर सूचना प्रौद्योगिकी कुछ भारतीय संस्थानों द्वारा दी जा रही शिक्षा बेहतरीन है और इन संस्थानों ने विकासशील देशों के साथ ही विकसित देशों का ध्यान भी खींचा है।
आईसीएफएआई एक मुनाफा न कमाने वाली संस्था है और देश के छह विश्वविद्यालय इसके प्रायोजक हैं जबकि राज्यों ने आईसीएफएआई विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए कानून बनाए हैं। विश्वविद्यालय के कैंपस से प्रतिवर्ष 10,000 से अधिक छात्र स्नातक की डिग्री हासिल करते हैं जबकि दुरस्थ शिक्षा के जरिए जुड़ने वाले छात्रों की संख्या बढ़कर 1,75,000 से अधिक हो चुकी है।