पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) की ओर विकसित किए गए छह फसलों के नौ किस्मों को पंजाब सरकार की ओर से स्वीकृति दी जा चुकी है। फसलों की इन उन्नत किस्मों के बारे में पंजाब के कृषि निदेशक बीएस सिधू ने नेतृत्व में राज्य वेरायटी प्रमाणिक समिति की बैठक में चर्चा करने के बाद उसे स्वीकृत की गई। इनमें चावल की विकसित किस्म पूसा-1121, पंजाब बासमती-2, कॉटन की एलएच -2076, आरसीएच-308 बीटी और आरसीएच-314 बीटी किस्में, मक्का की पंजाब स्वीट कॉर्न-1, शकरकंदी की सीओएस-119 और सूर्यमुखी की पीएसएच-569 किस्में शामिल हैं। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के एक्सटेंशन एजूकेशन के निदेशक एनएस मालही ने बताया कि इन विकसित किस्मों पर गहन चर्चा की गई और इसकी श्रेष्ठता साबित होने के बाद ही समिति ने इसे स्वीकृत किया है। चावल की पूसा-1121 किस्म के बारे में बताते हुए मालही ने बताया कि इसके पौधे 120 सेमी लम्बा होगा और एक हेक्टेयर में तकरीबन 13.7 क्विंटल की पैदावार प्राप्त की जा सकती है। इसी तरह कपास की उन्न्नत किस्म एलएच-2076 से एक हेक्टेयर में 7.8 क्विंटल पैदावार प्राप्त की जा सकती है।