facebookmetapixel
SEBI कानूनों में दशकों बाद बड़ा बदलाव: लोकसभा में पेश हुआ सिक्योरिटीज मार्केट्स कोड बिल 2025‘नो PUC नो फ्यूल’ नियम से पहले दिल्ली में अफरा-तफरी, 24 घंटे में 31 हजार से ज्यादा PUC सर्टिफिकेट जारीSBI, PNB, केनरा से लेकर IOB तक ने लोन की दरों में कटौती की: आपके लिए इसका क्या मतलब है?Ola-Uber की बढ़ी टेंशन! दिल्ली में लॉन्च हो रही Bharat Taxi, ₹30 में 4 किमी का सफरExplainer: ओमान के साथ भी मुक्त व्यापार समझौता, अबतक 17 करार; भारत FTA पर क्यों दे रहा है जोर?खत्म नहीं हो रही इंडिगो की समस्या! अब CCI ने शिकायत पर उड़ानों में रुकावट को लेकर शुरू की जांचIndia-Oman FTA: भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौता, 98% भारतीय निर्यात को ड्यूटी-फ्री पहुंचबिहार में ग्रीन एनर्जी में ₹13,000 करोड़ का बड़ा निवेश, BSPGCL ने ग्रीनको एनर्जीज के साथ किया करारटैक्स डिपार्टमेंट ने ईमेल कर बड़े ट्रांजेक्शन और प्रॉपर्टी डील पर संदेह जताया है? जानें ऐसी स्थिति में क्या करेंचीन चुपचाप बना रहा दुनिया की सबसे ताकतवर चिप मशीन, जानिए अंदर की कहानी

फसल की नौ उन्नत किस्मों को स्वीकृति

Last Updated- December 05, 2022 | 4:25 PM IST

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) की ओर विकसित किए गए छह फसलों के नौ किस्मों को पंजाब सरकार की ओर से स्वीकृति दी जा चुकी है। फसलों की इन उन्नत किस्मों के बारे में पंजाब के कृषि निदेशक बीएस सिधू ने नेतृत्व में राज्य वेरायटी प्रमाणिक समिति की बैठक में चर्चा करने के बाद उसे स्वीकृत की गई। इनमें चावल की विकसित किस्म पूसा-1121, पंजाब बासमती-2, कॉटन की एलएच -2076, आरसीएच-308 बीटी और आरसीएच-314 बीटी किस्में, मक्का की पंजाब स्वीट कॉर्न-1, शकरकंदी की सीओएस-119 और सूर्यमुखी की पीएसएच-569 किस्में शामिल हैं। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के एक्सटेंशन एजूकेशन के निदेशक एनएस मालही ने बताया कि इन विकसित किस्मों पर गहन चर्चा की गई और इसकी श्रेष्ठता साबित होने के बाद ही समिति ने इसे स्वीकृत किया है। चावल की पूसा-1121 किस्म के बारे में बताते हुए मालही ने बताया कि इसके पौधे 120 सेमी लम्बा होगा और एक हेक्टेयर में तकरीबन 13.7 क्विंटल की पैदावार प्राप्त की जा सकती है। इसी तरह कपास की उन्न्नत किस्म एलएच-2076 से एक हेक्टेयर में 7.8 क्विंटल पैदावार प्राप्त की जा सकती है।

First Published - March 3, 2008 | 6:48 PM IST

संबंधित पोस्ट