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Opinion: क्या AI कॉरपोरेट बोर्ड की जगह लेगा?

जवाब हां और नहीं दोनों हो सकता है। निदेशक मंडल के सदस्यों की तरह ही एआई की क्षमता और सीमाएं हैं लेकिन निर्णय लेने के लिए इस पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है।

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अमित टंडन   
Last Updated- August 01, 2023 | 9:35 PM IST

जेनरेटिव एआई या आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करके मूल सामग्री तैयार कर रही है लेकिन इसके प्रति दिख रहे आकर्षण में काफी विषमता है। इसके साथ-साथ पेशेवर सेवाओं, प्रबंधकीय या प्रशासनिक कामों से जुड़े कर्मचारियों की नौकरियों में अधिकता की बात की जा रही है और धीमे तरीके से ही सही यह चर्चा शुरू हो गई है कि कॉरपोरेट बोर्ड के सदस्यों को हटाने का जोखिम बढ़ा है।

वर्ष 2014 में एक फंडिंग कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल होने के लिए एक कंप्यूटर की नियुक्ति की गई थी और इसकी निवेश समिति को लेकर वोट भी दिया गया था। आप इसके बारे में मेरे ब्लॉग पोस्ट पर भी पढ़ सकते हैं। हाल की तकनीकी प्रगति को देखते हुए क्या यह नियम बन सकता है? क्या एआई एक कॉरपोरेट बोर्ड की जगह ले सकता है? मैंने यह सवाल चैटजीपीटी से पूछा जिस चैटबॉट ने इंटरनेट पर तूफान ला दिया। यह चैटजीपीटी की प्रतिक्रिया है और मैंने इसमें एक शब्द भी नहीं बदला है।

‘आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) में तेजी ने कॉरपोरेट बोर्ड सहित पारंपरिक कॉरपोरेट संरचनाओं को बाधित करने की एआई की क्षमता को लेकर व्यापक तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कंपनी के निदेशक मंडल (बोर्ड) कंपनियों के रणनीतिक निर्णयों में मार्गदर्शन करने, प्रबंधन की देखरेख करने और शेयरधारकों के हितों की रक्षा करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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एआई प्रौद्योगिकियों के उभार ने कॉरपोरेट प्रशासन को सुव्यवस्थित करने, निर्णय लेने की प्रक्रिया को बढ़ावा देने और संभावित रूप से बोर्ड के सदस्यों की जगह लेने की इसकी क्षमता से जुड़े विमर्श को जन्म दिया है। इस लेख में हम कॉरपोरेट निदेशक मंडल में एआई के संभावित प्रभावों और कॉरपोरेट प्रशासन के व्यापक प्रभावों का पता लगाएंगे।

1. उन्नत डेटा विश्लेषण और निर्णय लेने की प्रक्रिया ना: एआई बड़ी मात्रा में डेटा को संसाधित कर उन पैटर्न की पहचान करने में बेहद आगे होता है जो लोगों के विश्लेषण से दूर हो सकते हैं। एआई एल्गोरिद्म का लाभ उठाकर, कॉरपोरेट बोर्ड आमतौर पर बाजार के रुझान, उपभोक्ता व्यवहार और परिचालन से जुड़े प्रदर्शन में बारे में बेहतर जानकारी पाकर परखने की स्थिति में आ सकते हैं। इससे अधिक जानकारी और डेटा आधारित निर्णय लेने में मदद मिल सकती है और बोर्ड को बदलते कारोबारी परिदृश्य में जल्द अपनी प्रतिक्रिया देने और अधिक सटीकता के साथ रणनीतिक विकल्प बनाने में सक्षम बनाया जा सकता है।

2. जोखिम प्रबंधन और अनुपालन: एआई-संचालित उपकरण, प्रभावी ढंग से जोखिम का आकलन करने और उसका समाधान करने में कॉरपोरेट बोर्ड की सहायता कर सकते हैं। विभिन्न डेटा स्रोतों की लगातार निगरानी और विश्लेषण करके, एआई संभावित अनुपालन मुद्दों, धोखाधड़ी और सुरक्षा उल्लंघनों की पहचान कर सकता है। यह क्षमता बोर्ड को पूरी सक्रियता से जोखिम का समाधान करने में मदद कर सकती है, जिससे समग्र कॉरपोरेट प्रशासन में सुधार देखा जा सकता है और नियमों का अनुपालन सुनिश्चित हो सकता है।

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3. निदेशक मंडल में विविधता और समावेश: कॉरपोरेट प्रशासन में लंबे समय से दिख रही चुनौतियों में से एक कॉरपोरेट निदेशक मंडल में विविधता की कमी है। विभिन्न पृष्ठभूमि, अनुभवों और दृष्टिकोणों से उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करने के लिए विशाल डेटासेट का विश्लेषण करके एआई के माध्यम से इस मुद्दे का समाधान निकल सकता है। विविधता और समावेश को बढ़ावा देकर, एआई एआई हितधारकों के हितों की व्यापकता को समझने और अच्छी तरह से निर्णय लेने में कॉरपोरेट बोर्ड की प्रभावशीलता को बढ़ा सकता है।

4. स्वचालन और दक्षता: एआई-संचालित स्वचालन, नियमित बोर्ड प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित कर सकता है जैसे कि बैठकें तय करना, रिपोर्ट का मिलान करना और डॉक्यूमेंटेशन का प्रबंधन करना आदि। इन प्रशासनिक कार्यों को संभालने से एआई बोर्ड के सदस्यों के लिए रणनीतिक चर्चाओं और मूल्य वर्धित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के वास्ते कीमती समय देने में कारगर होता है जिससे संभावित रूप से कॉरपोरेट बोर्ड के भीतर अधिक दक्षता और उत्पादकता की स्थिति बनती है।

इसकी चुनौतियों और सीमाओं से जुड़े कुछ बिंदु इस प्रकार हैं:

1. मानव निर्णय और भावनात्मक बुद्धिमत्ता की कमी: एआई डेटा विश्लेषण और पैटर्न की पहचान में अव्वल है लेकिन मानव निर्णय और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का अभाव है। कॉरपोरेट बोर्ड को अक्सर जटिल नैतिक दुविधाओं और अस्पष्ट स्थितियों से निपटना पड़ता है जिसके लिए कई बार ऐसे निर्णय लेने की आवश्यकता होती है जिसके अर्थ या अभिव्यक्ति में काफी बारीकियां होती है। बोर्ड के सदस्यों की जगह अगर एआई तंत्र ले लेता है तब सहानुभूति की कमी दिख सकती है और कुछ स्थितियों में व्यापक सामाजिक प्रभावों पर विचार करने की असमर्थता जैसी स्थिति भी पैदा हो सकती है।

2. जवाबदेही और जिम्मेदारी: एक एआई तंत्र उस डेटा के रूप में अच्छा है जिससे यह सीखता है और जो एल्गोरिद्म इसे रेखांकित करता है। यदि कोई कॉरपोरेट बोर्ड निर्णय लेने के लिए पूरी तरह से एआई पर निर्भर होता है तब इससे जवाबदेही और जिम्मेदारी के बारे में सवाल उठते हैं। एआई तंत्र की त्रुटियों के लिए कौन उत्तरदायी होगा? कॉरपोरेट जगत के बोर्ड को जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एआई-संचालित अंतर्दृष्टि और मानव नजरिये के बीच संतुलन बनाना चाहिए।

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3. नैतिक चिंताएं और पूर्वग्रह: एआई एल्गोरिद्म अनजाने में उस डेटा में शामिल, मौजूदा पूर्वग्रहों को बनाए रख सकते हैं जिनके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है। जब बोर्ड स्तर पर निर्णय लेने की बात आती है तब पक्षपाती एआई तंत्र अनजाने में मौजूदा असमानताओं और भेदभावपूर्ण चलन में और तेजी ला सकते हैं। ऐसे मुद्दों से बचने के लिए डेटा चयन और एल्गोरिद्म पूर्वग्रह को खत्म करने पर सावधानीपूर्वक ध्यान देना आवश्यक है।

4. मानव दृष्टिकोण का नुकसान: वास्तव में बोर्ड के सदस्य एआई द्वारा दिए गए डेटा-आधारित नजरिये के पूरक के रूप में विमर्श में विविध अनुभव, अंतर्ज्ञान और रचनात्मकता लाते हैं। मनुष्यों की जगह एआई के लेने से मानव दृष्टिकोण का नुकसान हो सकता है जो नई सोच और समग्र निर्णय लेने में बाधा डाल सकता है।

चैटजीपीटी ने निष्कर्ष निकाला है कि ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि एआई, डेटा से जुड़े दृष्टिकोण देकर प्रक्रिया को स्वचालित करने के साथ ही जोखिम प्रबंधन बढ़ाकर कॉरपोरेट प्रशासन में क्रांति लाने की क्षमता रखता है। हालांकि, कॉरपोरेट बोर्ड सदस्यों की जगह पूरी तरह एआई तंत्र के लेने में निर्णय में बनी अनिश्चितता, कई जटिलताओं के कारण है।

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एक बेहतर परिदृश्य यह भी है कि मूल्यवान उपकरण के रूप में एआई का एकीकरण हो जो बोर्ड के सदस्यों का समर्थन करने के साथ ही उनकी क्षमता और बढ़ाए ताकि वे अच्छी जानकारी लेने के बाद निर्णय लें और चुनौतियों का समाधान और प्रभावी ढंग से करने में मदद मिले। जैसे-जैसे एआई का विकास हो रहा है, कॉरपोरेट बोर्ड को तकनीकी प्रगति को अपनाने और कॉरपोरेट दुनिया में प्रभावी शासन को परिभाषित करने वाले आवश्यक मानव से संबद्ध तत्त्वों को संरक्षित करने के बीच संतुलन को सावधानीपूर्वक देखना चाहिए।’

एआई द्वारा कंपनी बोर्डों पर कब्जा करने के सवाल पर, एक अन्य समान एआई उपकरण ने जवाब दिया, ‘एआई अभी तक कॉरपोरेट बोर्ड की जगह लेने के लिए तैयार नहीं है। एआई में किसी कंपनी के निदेशक के रूप में नियुक्त होने के गुण नहीं हैं। यह एक कानूनी इकाई नहीं है जो अधिकारों और दायित्वों के अधीन हो सकती है। हालांकि, एआई का इस्तेमाल कॉरपोरेट बोर्ड के मूल्यांकन और निर्णय लेने के एक उपकरण के रूप में किया जा सकता है।’

जेनरेटिव एआई ने जो कुछ कहा है उसमें अब मेरे बहुत कुछ जोड़ने की गुंजाइश नहीं बची है।

(लेखक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज इंडिया लिमिटेड में कार्यरत हैं। उनके विचार व्यक्तिगत हैं)

First Published : August 1, 2023 | 9:35 PM IST