सोने (gold) की कीमतें 4 दिसंबर को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। हालांकि उसके बाद कीमतें नीचे आ गई हैं। फिलहाल घरेलू बाजार में सोना 62,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 2,050 डॉलर प्रति औंस के भाव पर है। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें अगस्त 2020 में रिकॉर्ड हाई पर पहुंची थी।
सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के दौर की शुरुआत हमास पर इजरायल के हमले के बाद यानी 7 अक्टूबर से हुई। जानकारों के अनुसार कीमतों में हालिया तेजी की बड़ी वजह सेफ-हेवन (safe-haven) एसेट के तौर पर सोने की डिमांड में आ रही बढ़ोतरी है। लेकिन इसके बावजूद भी इन्वेस्टमेंट डिमांड रफ्तार नहीं पकड़ सकी है।
सेंट्रल बैंकों ने अक्टूबर में 41 फीसदी कम सोना खरीदा, साल के 10 महीने में खरीदारी 842 टन तक पहुंची
इससे पहले जब 2020 में सोने ने रिकॉर्ड बनाया था तो कीमतों को सबसे ज्यादा सपोर्ट इन्वेस्टमेंट डिमांड से मिला था। लेकिन स्थिति फिलहाल अलग है। कीमतों में तूफानी तेजी तो है लेकिन इन्वेस्टमेंट डिमांड सुस्त पड़ी है। मार्च-मई 2023 की अवधि को निकाल दें तो अप्रैल 2022 से इन्वेस्टमेंट डिमांड लगातार नेगेटिव जोन में है।
हालांकि अब इन्वेस्टमेंट डिमांड में सुधार के संकेत कमोबेश दिखने लगे हैं। पिछले महीने के लिए जो आंकड़े आए वह तो कम से कम इसी बात की तस्दीक करते हैं। ज्यादातर जानकार भी मानते हैं कि कीमतों में तेजी बरकरार तभी रह सकती है जब इन्वेस्टमेंट डिमांड रफ्तार पकड़ ले।
सबसे बडे गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़ा
ताजा आंकड़ों के मुताबिक दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड शेयर्स ईटीएफ (SPDR Gold Shares ETF) में नवंबर के दौरान 1.09 बिलियन डॉलर का नेट/शुद्ध निवेश (net inflow) हुआ। मार्च 2022 के बाद इस फंड में यह सबसे ज्यादा निवेश है। इससे पहले लगातार 5 महीने इस फंड से निकासी (net outflow) देखने को मिली थी।
ग्लोबल लेवल पर आउटफ्लो जारी
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) के आंकड़े भी कमोबेश इसी बात की ओर इशारा करते हैं। WGC की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक ग्लोबल लेवल पर लगातार छठे महीने नवंबर के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) जारी रही। हालांकि यह अक्टूबर के मुकाबले बेहद कम रही।
इससे पहले 2020 में जब सोने की कीमतों ने 2020 में रिकॉर्ड बनाया था, गोल्ड ईटीएफ में निवेश 49.4 बिलियन डॉलर (892.1 टन) बढ़ा था। हालांकि उसके बाद 2021 और 2022 में यह क्रमश: 8.9 बिलियन डॉलर (188.8 टन) और 2.9 बिलियन डॉलर (109.5) टन घटा। मौजूदा कैलेंडर ईयर के 11 महीनों के दौरान गोल्ड ईटीएफ से कुल 13.7 बिलियन डॉलर (234.8 टन) की निकासी हो चुकी है।
Gold ETF flows year-wise (tonnes/ USD)
2018 : +3.9 बिलियन डॉलर (+70.2 टन)
2019 : +19.6 बिलियन डॉलर (+403.6 टन)
2020 : +49.4 बिलियन डॉलर (+892.1 टन)
2021 : -8.9 बिलियन डॉलर (-188.8 टन)
2022 : -2.9 बिलियन डॉलर (-109.5)
2023 (Jan- Nov) : -13.7 बिलियन डॉलर (-234.8 टन)
(Source: World Gold Council)
नवंबर के दौरान ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ से 0.9 बिलियन डॉलर (9.4 टन सोने की वैल्यू के बराबर) की निकासी हुई जबकि अक्टूबर में 2.1 बिलियन डॉलर (36.5 टन) की निकासी की गई थी। सितंबर, अगस्त, जुलाई और जून के दौरान क्रमश: 3.2 बिलियन डॉलर (58.7 टन), 2.5 बिलियन डॉलर (45.7 टन), 2.3 बिलियन डॉलर (34.7 टन) और 3.7 बिलियन डॉलर (55.9 टन) की निकासी की गई थी।
इससे पहले मई में गोल्ड ईटीएफ में 1.7 बिलियन डॉलर (19.3 टन सोने) का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ था। मार्च और अप्रैल में भी गोल्ड ईटीएफ में निवेश क्रमश: 1.9 बिलियन (32.1 टन) और 0.8 बिलियन डॉलर (15.4 टन) बढ़ा था। हालांकि इससे पहले अप्रैल 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक लगातार 11 महीने गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटा था। इस तरह से देखें तो मौजूदा कैलेंडर ईयर के 11 महीनों में 3 महीने छोड़कर बाकी 8 महीनों के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटा।
भारत में इन्वेस्टमेंट डिमांड की स्थिति बेहतर
हालांकि भारत में गोल्ड ईटीएफ में नवंबर के दौरान निवेश 46.6 मिलियन डॉलर (0.6 टन) बढ़ा। होल्डिंग के मामले में यह पिछले महीने के मुकाबले 1.5 फीसदी ज्यादा है। भारत में गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग 42.1 टन पर पहुंच गई है। जबकि साल के पहले 11 महीनों (जनवरी-नवंबर) के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश 10.6 फीसदी (4 टन सोने की वैल्यू के बराबर) बढ़ा है।
टॉप 10 गोल्ड ईटीएफ में भारत के भी दो फंड
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक इनफ्लो (inflow) के मामले में दुनिया के टॉप 10 gold ETF में भारत के दो फंड आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल गोल्ड iWIN ईटीएफ और कोटक गोल्ड ईटीएफ नवंबर में क्रमश: तीसरे और सातवें नंबर पर रहे। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल गोल्ड iWIN ईटीएफ की होल्डिंग में नवंबर के दौरान 0.5 टन यानी 8.1 फीसदी का इजाफा हुआ। जबकि कोटक ईटीएफ की होल्डिंग में समान अवधि के दौरान 0.2 टन यानी 4.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
Fund | Country | Fund Flows (US$mn) | Holdings (tonnes) | Demand (tonnes) | Demand (% of holdings) | |
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SPDR Gold Shares | US | 1,088.0 | 876.2 | 17.0 | 2.0% | |
Goldman Sachs Physical Gold ETF | US | 58.2 | 9.5 | 0.9 | 10.8% | |
ICICI Prudential Gold iWIN ETF | India | 38.4 | 7.0 | 0.5 | 8.1% | |
iShares Gold Trust Micro | US | 25.7 | 14.7 | 0.4 | 2.8% | |
SPDR Gold MiniShares Trust | US | 23.6 | 93.5 | 0.4 | 0.4% | |
Japan Physical Gold ETF | Japan | 17.5 | 29.3 | 0.3 | 0.9% | |
Kotak Gold ETF | India | 14.4 | 5.0 | 0.2 | 4.2% | |
Fullgoal Shanghai Gold ETF | China P.R. Mainland | 13.7 | 0.7 | 0.2 | 45.5% | |
Bosera Gold Exchange Trade Open-End Fund ETF | China P.R. Mainland | 10.5 | 15.8 | 0.2 | 1.0% | |
BKB Physical Gold Fairtrade Max Havelaar Class I CHF | Switzerland | 6.0 | 1.5 | 0.1 | 7.2% |
(Source : World Gold Council)
AMFI के आंकड़े क्या कहते हैं?
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़े बताते हैं कि पिछले महीने गोल्ड ईटीएफ में निवेश 333 करोड़ रुपये बढ़ा। अक्टूबर के मुकाबले यह कम है। अक्टूबर में गोल्ड ईटीएफ में निवेश 841 करोड़ रुपये बढ़ा था।
Gold ETF (inflow/outflow)
Nov 2023 : +337.37 करोड़ रुपये
Oct 2023 : +841.23 करोड़ रुपये
Sep 2023 : +175.29 करोड़ रुपये
Aug 2023 : +1,028.06 करोड़ रुपये
(Source: AMFI)