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Post Office Scheme: अगर आप हर महीने छोटी-छोटी रकम सेव करके अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की 5 साल की आरडी (Recurring Deposit) स्कीम आपके लिए एक शानदार विकल्प है। आइए इसके सभी पहलुओं को विस्तार से समझते हैं।
इस स्कीम में 01 जनवरी 2024 से 6.7% सालाना ब्याज दर लागू है, जो हर तिमाही कंपाउंड होती है। खाता खोलने के लिए न्यूनतम ₹100 प्रति माह की किश्त जरूरी है और इसके बाद ₹10 के मल्टीपल में जमा किया जा सकता है। अधिकतम जमा राशि की कोई सीमा नहीं है, यानी आप जितनी चाहे उतनी रकम जमा कर सकते हैं।
यह खाता कोई भी वयस्क अपने नाम से खोल सकता है। इसके अलावा, संयुक्त खाता (Joint Account) भी खोला जा सकता है जिसमें तीन लोगों तक को जोड़ा जा सकता है। अभिभावक किसी नाबालिग या मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के लिए खाता खोल सकते हैं। यहां तक कि 10 साल से ऊपर का बच्चा भी अपने नाम से खाता खोल सकता है। एक व्यक्ति कितने भी खाते खोल सकता है, इसकी कोई सीमा नहीं है।
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डिपॉज़िट कैश या चेक से किया जा सकता है। चेक की तारीख वही मानी जाएगी जिस दिन वह क्लियर होता है। अगर खाता महीने की 15 तारीख तक खुला है, तो हर महीने की 15 तक अगली किश्त जमा करनी होगी। अगर खाता 16 तारीख के बाद खुला है, तो महीने के आखिरी वर्किंग डे तक जमा करना जरूरी है।
अगर तय तारीख तक किश्त नहीं जमा की जाती है, तो उसे डिफॉल्ट माना जाता है और ₹100 की किश्त पर ₹1 का जुर्माना लगता है। यदि लगातार 4 महीनों तक किश्त नहीं जमा की गई तो खाता डिसकंटिन्यू हो जाता है। इसे 2 महीने के भीतर दोबारा शुरू किया जा सकता है। अगर डिफॉल्ट 4 से कम हैं, तो आप उतने महीनों का समय बढ़ाकर किश्तें बाद में जमा कर सकते हैं।
आप एडवांस में एक बार में कई महीनों की किश्त जमा कर सकते हैं – अधिकतम 5 साल तक। अगर आप 6 महीने की किश्त एडवांस में जमा करते हैं तो ₹100 के अमाउंट पर ₹10 की छूट मिलती है, और 12 महीने की किश्त पर ₹40 की छूट मिलती है। यह एडवांस डिपॉज़िट खाता खोलते समय या बाद में किसी भी समय किया जा सकता है।
अगर खाता कम से कम 1 साल पुराना है और उसमें 12 किश्तें जमा हो चुकी हैं, तो आप जमा राशि का 50% तक लोन ले सकते हैं। यह लोन एकमुश्त या मासिक किश्तों में वापस किया जा सकता है। इस लोन पर ब्याज दर RD की ब्याज दर से 2% अधिक होगी। अगर लोन समय पर नहीं चुकाया गया, तो मैच्योरिटी अमाउंट से काट लिया जाएगा।
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अगर खाता खोलने के बाद 3 साल पूरे हो चुके हैं, तो आप इसे बंद कर सकते हैं। लेकिन अगर मैच्योरिटी से एक दिन पहले भी खाता बंद किया गया तो आपको सिर्फ सेविंग्स अकाउंट की ब्याज दर ही मिलेगी। यदि आपने एडवांस डिपॉज़िट किया है, तो खाता तभी बंद किया जा सकता है जब एडवांस पीरियड पूरा हो गया हो।
यह खाता 5 साल यानी 60 महीने के लिए होता है। मैच्योरिटी के बाद इसे 5 साल और बढ़ाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आवेदन देना होगा। एक्सटेंशन के दौरान किसी भी समय खाता बंद किया जा सकता है। पूरी साल पर आरडी की रेट और अधूरे साल पर सेविंग्स की रेट से ब्याज दिया जाएगा। खाता मैच्योरिटी के बाद बिना किसी डिपॉज़िट के 5 साल तक चालू रखा जा सकता है।
यदि खाताधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नामांकित व्यक्ति या कानूनी वारिस पोस्ट ऑफिस में क्लेम करके जमा राशि प्राप्त कर सकता है। क्लेम मंज़ूर होने के बाद, वे चाहें तो खाता चालू भी रख सकते हैं और आगे किश्तें भरते हुए मैच्योरिटी तक बढ़ा सकते हैं।
यह स्कीम National Savings Recurring Deposit Account Rules, 2019 के अंतर्गत आती है। संबंधित सभी फॉर्म्स नजदीकी पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध हैं। यह स्कीम खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो धीरे-धीरे सेविंग करना चाहते हैं और सुरक्षित रिटर्न पाना चाहते हैं।
अगर आप हर महीने ₹3,000 की बचत कर सकते हैं और सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, तो पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit – RD) स्कीम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। वर्तमान में पोस्ट ऑफिस आरडी पर सालाना 6.7% ब्याज मिल रहा है।
इस योजना के तहत अगर कोई व्यक्ति हर महीने ₹3,000 जमा करता है, तो 5 साल (60 महीने) में कुल ₹1,80,000 जमा होंगे। इस पर ब्याज के रूप में कुल ₹34,097 मिलेंगे। यानी मैच्योरिटी पर कुल राशि ₹2,14,097 होगी।
पोस्ट ऑफिस आरडी (Recurring Deposit) पर कंपाउंड ब्याज कैसे निकालें?
पोस्ट ऑफिस आरडी पर ब्याज तिमाही चक्रवृद्धि (Quarterly Compound Interest) के आधार पर जोड़ा जाता है। इसके लिए एक विशेष गणितीय सूत्र का उपयोग किया जाता है।
M = R x {(1 + n) x n – 1} / 1- (1 + i) (-1/3)
जहां:
M = मैच्योरिटी पर मिलने वाली कुल राशि
R = हर महीने जमा की जाने वाली राशि
i = त्रैमासिक ब्याज दर = वार्षिक ब्याज दर / 4
n = कुल तिमाही = कुल महीने / 3
यह फॉर्मूला थोड़ा जटिल है, इसलिए आइए एक आसान गणना उदाहरण से इसे समझते हैं।
मासिक जमा | कुल जमा | अनुमानित ब्याज | मैच्योरिटी अमाउंट |
---|---|---|---|
₹500 | ₹30,000 | ₹5,820 | ₹35,820 |
₹1000 | ₹60,000 | ₹11,640 | ₹71,640 |
₹2000 | ₹1,20,000 | ₹23,280 | ₹1,43,280 |
₹3000 | ₹1,80,000 | ₹34,920 | ₹2,14,920 |
₹5000 | ₹3,00,000 | ₹58,200 | ₹3,58,200 |
यह पूरे निवेश को समय के साथ और ज्यादा बढ़ा देता है।