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Post Office Scheme: शादी होते ही बना लें ये परफेक्ट इन्वेस्टमेंट प्लान, ₹10 लाख के निवेश पर हर महीने ₹6,167 की गारंटीड इनकम; पूरी डीटेल

Post Office Scheme: 1 जनवरी 2024 से इस योजना में निवेशकों को 7.4% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो हर महीने खाते में जमा होता है।

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मानसी वार्ष्णेय   
Last Updated- June 18, 2025 | 2:05 PM IST

Post Office Scheme: हाल ही में शादी के बंधन में बंधे युवा जोड़े अगर अपने भविष्य को लेकर सुरक्षित और स्थिर निवेश की योजना बना रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) उनके लिए एक भरोसेमंद विकल्प हो सकती है। सरकार समर्थित इस स्कीम में निवेश पर हर महीने तयशुदा ब्याज मिलता है और इसमें जोखिम भी नहीं है।

संयुक्त खाते में मिलती है ज्यादा लिमिट

पोस्ट ऑफिस की इस योजना की खासियत यह है कि इसमें संयुक्त खाता (Joint Account) भी खोला जा सकता है, जिसमें पति-पत्नी दोनों की बराबर की हिस्सेदारी होती है। संयुक्त खाते में अधिकतम ₹15 लाख तक निवेश किया जा सकता है, जबकि अकेले खाते की सीमा ₹9 लाख है।

हर महीने गारंटीड इनकम, देखें कैलकुलेशन

 1 जनवरी 2024 से इस योजना में निवेशकों को 7.4% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो हर महीने खाते में जमा होता है। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में हर महीने तय इनकम की गारंटी मिलती है। मान लीजिए, किसी नवविवाहित जोड़े ने संयुक्त खाता (ज्वॉइंट अकाउंट) खुलवाया और उसमें 10 लाख रुपये जमा कराए। इस रकम पर मौजूदा 7.4 फीसदी सालाना ब्याज की दर से कुल 74,000 रुपये सालाना ब्याज बनता है। इस राशि को 12 महीनों में बांटें तो हर महीने करीब 6,167 रुपये की तय इनकम मिलती है।

नियमों के अनुसार, MIS में दो या तीन लोग मिलकर संयुक्त खाता खोल सकते हैं। इस खाते में जमा रकम पर मिलने वाला ब्याज सभी खाताधारकों में बराबर बांटा जाता है। यानी पति-पत्नी दोनों की हिस्सेदारी समान होती है।

जरूरत पड़ने पर ज्वॉइंट अकाउंट को सिंगल अकाउंट में बदला जा सकता है और सिंगल अकाउंट को ज्वॉइंट अकाउंट में भी बदला जा सकता है। लेकिन खाता बदलवाने के लिए सभी खाताधारकों की ओर से संयुक्त आवेदन देना अनिवार्य होता है।

यह स्कीम खासतौर से ऐसे नवविवाहित निवेशकों के लिए मुफीद है जो नियमित मासिक इनकम के साथ सुरक्षित और गारंटीड निवेश विकल्प तलाश रहे हैं।

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POMIS: बिना जोखिम की योजना

यह स्कीम सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए इसमें जोखिम नहीं के बराबर है। साथ ही, ब्याज की रकम ECS या उसी पोस्ट ऑफिस के सेविंग खाते में ऑटो क्रेडिट के जरिए ली जा सकती है।

POMIS: प्री-मैच्योर क्लोजर की सुविधा भी उपलब्ध

अगर किसी कारणवश खाता निर्धारित समय से पहले बंद करना पड़े, तो यह सुविधा भी उपलब्ध है। हालांकि इसमें कुछ कटौती होती है—1 से 3 साल के भीतर बंद करने पर 2% और 3 से 5 साल के बीच बंद करने पर 1% की कटौती मूलधन से की जाती है।

POMIS: कब मिलेगा पूरा पैसा वापस?

पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) की मैच्योरिटी अवधि 5 साल की होती है। 5 साल पूरे होने पर निवेशक खाता बंद कर सकते हैं और उन्हें पूरा मूलधन मिल जाता है।

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POMIS: नाबालिग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी अलग प्रावधान

इस स्कीम में नाबालिग के नाम पर खाता खोला जा सकता है, और उसकी निवेश सीमा अभिभावक की सीमा से अलग मानी जाती है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी भारतीय डाक विभाग (Post Office) की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण पर आधारित है। निवेश से पहले संबंधित पोस्ट ऑफिस या वेबसाइट www.indiapost.gov.in से जानकारी की पुष्टि करें।

First Published : June 18, 2025 | 1:51 PM IST