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FASTag इस्तेमाल करने वाले हो जाएं सावधान! हाथ में कार्ड लेकर टोल पार करना पड़ेगा महंगा, होंगे ब्लैकलिस्ट

NHAI ने फास्टैग के गलत इस्तेमाल पर सख्ती बढ़ाई है। इसके लिए लूज फास्टैग को तुरंत ब्लैकलिस्ट करने और टोल प्लाजा पर जाम रोकने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- July 11, 2025 | 5:43 PM IST

अगर आप भी हाइवे पर चलते हैं और फास्टैग का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए एक नया अपडेट आया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने टोल प्लाजा पर सुचारू व्यवस्था और फास्टैग के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। NHAI ने शुक्रवार को बताया कि उसने ‘लूज फास्टैग’ यानी बिना गाड़ी के विंडशील्ड पर चिपकाए फास्टैग के इस्तेमाल को रोकने के लिए अपनी नीति को और सख्त कर दिया है। ऐसे फास्टैग को तुरंत ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया को मजबूत किया गया है।

NHAI का कहना है कि कुछ लोग जानबूझकर फास्टैग को गाड़ी के शीशे पर नहीं चिपकाते और इसे हाथ में रखकर इस्तेमाल करते हैं। इससे टोल प्लाजा पर जाम की स्थिति बनती है, गलत चार्जबैक की समस्या आती है और इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम में रुकावट पैदा होती है। इससे न सिर्फ टोल प्लाजा पर देरी होती है, बल्कि दूसरे हाईवे यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

इस समस्या से निपटने के लिए NHAI ने टोल कलेक्शन एजेंसियों और कॉन्सेशनर्स को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे ‘लूज फास्टैग’ की तुरंत शिकायत करें। इसके लिए एक खास ईमेल आईडी भी दी गई है। NHAI ने कहा कि जैसे ही ऐसी शिकायत मिलेगी, वे तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित फास्टैग को ब्लैकलिस्ट या हॉटलिस्ट कर देंगे।

NHAI का कहना है कि यह कदम इसलिए भी जरूरी है क्योंकि वह जल्द ही एनुअल पास सिस्टम और मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) टोलिंग जैसी नई योजनाएं शुरू करने जा रही है। इनके लिए फास्टैग की सत्यता और सिस्टम की विश्वसनीयता बहुत जरूरी है।

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अब फास्टैग से हो सकते हैं कई काम

गौरतलब है कि बीते दिनों सरकार ने घोषणा की थी कि अब फास्टैग सिर्फ टोल टैक्स भरने तक सीमित नहीं रहेगा। सरकार इसे अब पार्किंग फीस, ट्रैफिक चालान, इंश्योरेंस प्रीमियम और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) चार्जिंग जैसे कई कामों के लिए भी उपयोगी बना रही है। इससे न केवल लोगों का समय बचेगा, बल्कि पेमेंट का सिस्टम भी ज्यादा स्मार्ट और सुविधाजनक हो जाएगा।

इसके लिए करीब 11 करोड़ फास्टैग अब तक बैंकों की ओर से जारी हो चुके हैं, और सरकार चाहती है कि इनका इस्तेमाल और ज्यादा कामों में हो ताकि लोगों को एक ही प्लेटफॉर्म से कई सेवाएं मिलें।

First Published : July 11, 2025 | 5:43 PM IST