रेल मंत्रालय ने यात्री किरायों में वृद्धि सोमवार को अधिसूचित कर दी है और यह मंगलवार से लागू हो जाएगी। इसके तहत वातानुकूलित डिब्बों का किराया दो पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ जाएगा जबकि अन्य श्रेणियों के किराये में मामूली वृद्धि होगी।
उपनगरीय रेल नेटवर्क के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। हालांकि मासिक रेल टिकटों का किराया भी अपरिवर्तित रहेगा। द्वितीय श्रेणी (गैर मेल और एक्सप्रेस) की यात्री रेलगाड़ियों के 500 किलोमीटर तक के किराए में बदलाव नहीं होगा जबकि 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर एक पैसा प्रति किलोमीटर की दर से किराया बढ़ेगा। मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की स्लीपर, प्रथम और द्वितीय श्रेणी के टिकटों में एक पैसा प्रति किलोमीटर का इजाफा होगा।
केंद्रीय बजट के दस्तावेज की गणना के आधार पर रेल मंत्रालय इन वृद्धियों की बदौलत इस वित्तीय वर्ष में करीब 700 करोड़ रुपये और और पूरे वित्त वर्ष में 1300 करोड़ रुपये की कमाई करेगा। मंत्रालय के अनुसार पुरानी दरों पर जारी रेल टिकटों पर बढ़े हुए किराए लागू नहीं होंगे। आरक्षण चार्ट में 1 जुलाई और उसके बाद की तिथि की रेल यात्राओं के किराए के अंतर को नहीं दर्शाया जाएगा। हालांकि पहले रेल का किराया बढ़ने पर टिकट क्लेक्टर के यात्रियों से अतिरिक्त राशि वसूलने की प्रथा रही है। फरवरी में पेश बजट में रेल के यात्री खंड से 92,800 करोड़ रुपये का राजस्व रखा गया था और यह वित्त वर्ष 25 के संशोधित अनुमान 82,000 करोड़ रुपये से 11 प्रतिशत अधिक था।