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Buying Gold on Diwali: सोना खरीदने से पहले जानें गोल्ड की प्योरिटी कैसे जांचें, आसान तरीका जो हर निवेशक को जानना चाहिए

Gold Buying on Diwali: दिवाली से पहले सोने के भाव रिकॉर्ड हाई पर, खरीदी से पहले शुद्धता और BIS हॉलमार्क की जांच जरूरी।

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मानसी वार्ष्णेय   
Last Updated- October 14, 2025 | 12:09 PM IST

Buying Gold on Diwali: भारत में सोना सिर्फ धातु नहीं, बल्कि परंपरा, संस्कृति और समृद्धि का प्रतीक है। शादी, त्योहार या अन्य खास मौकों पर सोने की अपनी अलग पहचान है। लेकिन इन दिनों सोने की कीमत आसमान छू रही है, और आम आदमी के लिए सोना खरीदना भी बड़ी चुनौती बन गया है।

दिवाली से पहले सोने के भाव रिकॉर्ड हाई पर

इस सप्ताह सोने के वायदा कारोबार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। घरेलू बाजार में लगातार दूसरे दिन गोल्ड के भाव ऑल टाइम हाई पर पहुंचे। घरेलू बाजार में सोने के भाव 14 अक्टूबर, मंगलवार को 1,26,550 रुपये के करीब कारोबार करते दिखे।

सोने के वायदा भाव की शुरुआत तेजी के साथ हुई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट 1,412 रुपये की तेजी के साथ 1,26,041 रुपये पर खुला। पिछला बंद भाव 1,24,629 रुपये था। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 1,26,552 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान इसका उच्च स्तर 1,26,561 रुपये और निचला स्तर 1,25,585 रुपये दर्ज किया गया।

सोने की शुद्धता क्यों जरूरी है

सोने की शुद्धता (Purity) जानना आज पहले से भी ज्यादा जरूरी हो गया है। इसकी शुद्धता को कैरट (Karat) में मापा जाता है। उदाहरण के लिए, 24 कैरट सोना सबसे शुद्ध होता है, जबकि 22 कैरट सोने में 91.6% सोना और बाकी धातुएं होती हैं।

कैसे चेक करें गोल्ड की प्योरिटी:

  • एसिड टेस्ट: नाइट्रिक एसिड से प्रतिक्रिया देखी जाती है।

  • इलेक्ट्रॉनिक टेस्टर: सोने की कंडक्टिविटी से शुद्धता मापते हैं।

  • फ्लोट टेस्ट: पानी में डालने पर शुद्ध सोना डूबता है।

  • हॉलमार्किंग: भारत में BIS हॉलमार्क सबसे भरोसेमंद तरीका है।

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ज्वेलरी खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

  • BIS हॉलमार्क देखें।

  • कैरट मीटर से शुद्धता जांचें।

  • प्रमाण पत्र (Certificate) लें, जिसमें सोने का वजन और प्योरिटी हो।

  • 22K सोना रोजमर्रा की ज्वेलरी के लिए टिकाऊ और लोकप्रिय है।

कैरट मीटर और लोन के लिए शुद्धता

कैरट मीटर से इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी मापकर सही शुद्धता पता लगाई जा सकती है।
सोने के लोन के लिए शुद्धता महत्वपूर्ण है। उच्च शुद्धता (22K या 24K) होने पर लोन राशि ज्यादा मिलती है, जबकि कम शुद्धता पर लोन कम।

22K और 24K सोने में अंतर

  • 24K सोना: 99.9% शुद्ध, बहुत नरम, ज्वेलरी के लिए कम उपयुक्त, निवेश और सिक्कों में ज्यादा इस्तेमाल।

  • 22K सोना: 91.6% शुद्ध, बाकी धातुएं मिश्रित, टिकाऊ और रोजमर्रा की ज्वेलरी के लिए उपयुक्त।

हॉलमार्किंग और सोने की शुद्धता

सरकार ने 16 जून, 2021 से सोने की हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है। यह नियम 14KT, 18KT, 20KT, 22KT, 23KT और 24KT सोने पर लागू होता है। 24 कैरेट सोने के लिए हॉलमार्किंग में 995 फिननेस मानक अपनाया जाता है।

हॉलमार्किंग से यह सुनिश्चित होता है कि खरीदा गया सोना शुद्ध है और इसमें मिलावट नहीं है।

First Published : October 14, 2025 | 12:09 PM IST