प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
HDFC Bank UPI downtime: देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC बैंक के ग्राहकों को थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। इसको लेकर बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक जरूरी सूचना जारी की है। बैंक ने बताया है कि आगामी 8 जून को उसकी UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) सर्विस सहित कुछ डिजिटल सेवाएं चार घंटे के लिए बंद रहेंगी। यह बंदी सिस्टम को अपग्रेड करने के लिए की जाएगी, ताकि ग्राहकों को आगे और बेहतर सर्विस मिल सके। बैंक ने ग्राहकों से अपील की है कि वे अपने जरूरी लेन-देन पहले या बाद में कर लें, ताकि उन्हें परेशानी न हो।
HDFC बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह डाउनटाइम 8 जून 2025 को सुबह 2:30 बजे से शुरू होगा और सुबह 6:30 बजे तक चलेगा। यानी कुल चार घंटे तक UPI से जुड़ी सेवाएं काम नहीं करेंगी। इस दौरान HDFC बैंक के सेविंग और करंट अकाउंट से जुड़े सभी UPI लेन-देन पूरी तरह बंद रहेंगे। इसके अलावा, बैंक द्वारा जारी किए गए रुपे क्रेडिट कार्ड (RuPay Credit Card) के जरिए होने वाले UPI पेमेंट्स भी प्रभावित होंगे। बैंक ने साफ किया है कि सिर्फ यही सेवाएं प्रभावित होंगी और बाकी सभी सेवाएं सामान्य रूप से काम करती रहेंगी।
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इस चार घंटे के दौरान HDFC बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप और थर्ड-पार्टी ऐप्स (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm) के जरिए UPI लेन-देन नहीं हो पाएंगे। इसके अलावा, दुकानों या ऑनलाइन स्टोर्स पर UPI के जरिए किए जाने वाले मर्चेंट पेमेंट्स भी बंद रहेंगे। बैंक ने ग्राहकों को सलाह दी है कि वे अपने बिल पेमेंट्स, शॉपिंग या अन्य जरूरी लेन-देन को इस समय से पहले या बाद में करें।
HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों से कहा है कि वे इस डाउनटाइम को ध्यान में रखकर अपने जरूरी काम पहले ही निपटा लें। बैंक ने यह भी सुझाव दिया है कि इस दौरान PayZapp वॉलेट जैसे वैकल्पिक तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो UPI से अलग काम करता है। बैंक ने यह भी आश्वासन दिया है कि यह मेंटेनेंस सिस्टम को और मजबूत करने के लिए है, ताकि भविष्य में ग्राहकों को तेज और बेहतर सर्विस मिल सके।
यह पहली बार नहीं है जब HDFC बैंक ने अपनी डिजिटल सेवाओं के लिए मेंटेनेंस शेड्यूल किया है। इससे पहले बैंक ने 9 और 10 मई को भी सिस्टम अपग्रेड के लिए कुछ घंटों की बंदी की थी। उस दौरान भी UPI, नेट बैंकिंग और कार्ड से जुड़ी कुछ सेवाएं प्रभावित हुई थीं। बैंक का कहना है कि ऐसी मेंटेनेंस प्रक्रिया समय-समय पर जरूरी होती है, ताकि डिजिटल बैंकिंग का अनुभव और सुरक्षित और सुगम बनाया जा सके।