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Education Loan: Private Bank vs NBFC– 30 लाख के स्टूडेंट लोन पर कहां ज्यादा फायदा? कैलकुलेशन और एक्सपर्ट से समझें

अप्रैल से देश दुनिया के अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी में दाखिले का दौर शुरू होगा। इसके साथ ही स्टूडेंट्स अपनी फीस के लिए अलग जगहों पर लोन के लिए अप्लाई करेंगे।

Published by
ऋषभ राज   
Last Updated- March 29, 2025 | 3:33 PM IST

Education Loan: देश-विदेश के अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन का दौर शुरू होने वाला है। अधिकतर जगहों पर अप्रैल के बाद नए सत्र की शुरुआत होती है और स्टूडेंट्स दाखिले के लिए आवेदन करते हैं। लेकिन इस दौरान स्टूडेंट्स और उनके परिवारजनों के मन में कॉलेज और यूनिवर्सिटी की फीस को लेकर एक परेशानी भी रहती है। जिन स्टूडेंट्स के पास कॉलेज और यूनिवर्सिटी की फीस देने के लिए सेविंग नहीं होती है वो अधिकतर स्टूडेंट लोन पर निर्भर रहते हैं। और अगर आज के समय की बात करें तो जिस हिसाब से पढ़ाई का खर्च तेजी से बढ़ रहा है, स्टूडेंट द्वारा लोन लेकर अपने सपने को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाना आम बात हो गई है।

आज अधिकतर स्टूडेंट्स पहले पढ़ाई के लिए लोन लेते हैं और फिर पढ़ाई के बाद नौकरी मिलने के बाद उसे चुका देते हैं। खासकर मेडिकल, इंजीनियरिंग या विदेशी संस्थानों में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेना आज स्टूडेंट्स के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्राइवेट बैंक से लोन लेना सही रहेगा या फिर NBFC (Non-Banking Financial Company) से? दोनों के अपने फायदे हैं, लेकिन ब्याज दरें, EMI और कुल खर्च के हिसाब से सही विकल्प चुनना जरूरी है। यहां हम देश के तीन बड़े प्राइवेट बैंक HDFC बैंक, ICICI बैंक और Axis बैंक और तीन बड़े NBFC – Bajaj Finance, Tata Capital और Aditya Birla Capital की 30 लाख रुपये के एजुकेशन लोन की ब्याज दरों का कैलकुलेशन के माध्यम से विश्लेषण करेंगे।

प्राइवेट बैंकों से एजुकेशन लोन: 2025 की ब्याज दरें

प्राइवेट बैंक लंबे समय से अपनी त्वरित सेवाओं के लिए जाने जाते हैं। आइए देखते हैं अगर आप देश के तीन सबसे बड़े प्राइवेट बैंक से 30 लाख रुपये का एजुकेशन लोन 5 साल की अवधि लिए लेते हैं तो आपको कौन बैंक क्या ब्याज दर ऑफर कर रह है और कहां आपको कितना पैसा चुकाना होगा।

HDFC बैंक  

ब्याज दर: HDFC बैंक की एजुकेशन लोन की ब्याज दर 9.55% से शुरू होती है। बाजार के रुझानों को देखते हुए, हम औसत दर 9.85% मानते हैं।

हिसाब: 30 लाख रुपये पर 9.85% ब्याज के साथ, 5 साल (60 महीने) की EMI करीब 63,300 रुपये होगी।

कुल ब्याज: 5 साल में 7,98,000 रुपये ब्याज देना होगा।

कुल भुगतान: 30,00,000 (मूल राशि) + 7,98,000 (ब्याज) = 37,98,000 रुपये।

ICICI बैंक  

ब्याज दर: ICICI बैंक की एजुकेशन लोन की ब्याज दर 9.50% से शुरू हो रही है। औसत दर 10% मानते हैं।

हिसाब: 30 लाख रुपये पर 10% ब्याज के साथ, 5 साल (60 महीने) की EMI करीब 63,500 रुपये होगी।

कुल ब्याज: 5 साल में ब्याज के तौर पर 8,10,000 रुपये चुकाने होंगे।

कुल भुगतान: 30,00,000 (मूल राशि) + 8,10,000 (ब्याज) = 38,10,000 रुपये।

Axis बैंक  

ब्याज दर: Axis बैंक की ब्याज दर 9.35% से शुरू होती है। औसत दर 9.80% मानते हैं।

हिसाब: 30 लाख रुपये पर 9.80% ब्याज के साथ, EMI 63,230 रुपये होगी।

कुल ब्याज: 7,93,800 रुपये।

कुल भुगतान: 30,00,000 + 7,93,800 = 37,93,800 रुपये।

NBFC से एजुकेशन लोन: 2025 की ब्याज दरें

NBFC तेज प्रोसेसिंग और आसान शर्तों के लिए जानी जाती हैं। इसलिए लोग कभी कभी झमेले से बचने के लिए बैंक की बजाय इसकी ओर रूख करते हैं। आइए देखें कि 2025 में ये संस्थान 30 लाख रुपये के लोन पर क्या ऑफर कर रहे हैं।

Bajaj Finance  

ब्याज दर: Bajaj Finance की ब्याज दर 10.75% से शुरू होती है। औसत दर 11.20% मानते हैं।

हिसाब: 30 लाख रुपये पर 11.20% ब्याज के साथ, EMI करीब 65,400 रुपये होगी।

कुल ब्याज: 5 साल में 9,24,000 रुपये ब्याज देना होगा।

कुल भुगतान: 30,00,000 + 9,24,000 = 39,24,000 रुपये।

Tata Capital  

ब्याज दर: Tata Capital की ब्याज दर 10.50% से शुरू है। औसत दर 10.90% मानते हैं।

हिसाब: 30 लाख रुपये पर 10.90% ब्याज के साथ, EMI लगभग 65,000 रुपये होगी।

कुल ब्याज: 9,00,000 रुपये।

कुल भुगतान: 30,00,000 + 9,00,000 = 39,00,000 रुपये।

Aditya Birla Capital  

ब्याज दर: Aditya Birla Capital की ब्याज दर 11.25% से शुरू है। औसत दर 11.60% मानते हैं।

हिसाब: 30 लाख रुपये पर 11.60% ब्याज के साथ, EMI 66,000 रुपये होगी।

कुल ब्याज: 9,60,000 रुपये।

कुल भुगतान: 30,00,000 + 9,60,000 = 39,60,000 रुपये।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

MoneyFront के CEO और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट मोहित गांग इसपर कहते हैं, “ अगर यह तय करना कि प्राइवेट बैंक या NBFCs में से कौन एजुकेशन लोन के लिए बेहतर है, तो यह पूरी तरह से स्टूडेंट्स के प्रोफाइल, लोन की राशि, सिक्योरिटी और रिपेमेंट पर निर्भर करता है। प्राइवेट बैंक आमतौर पर कम ब्याज दरें, टैक्स लाभ, और सख्त नियम-शर्तें ऑफर करते हैं, जबकि NBFCs का अप्रूवल प्रोसेस ज्यादा आसान हो सकता है, खासकर उन स्टूडेंट्स के लिए जिनका फाइनेंशियल बैकग्राउंड मजबूत नहीं है। हालांकि NBFCs की ब्याज दरें ज्यादा होती हैं, फिर भी स्टूडेंट्स अक्सर इन्हें चुनते हैं क्योंकि इनमें प्रोसेसिंग तेज होती है, कम या बिना सिक्योरिटी की जरूरत पड़ती है, और योग्यता के नियमों में ज्यादा लचीलापन होता है। इससे यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है जो ट्रेडिशनल बैंक लोन के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाते।”

मोहित आगे बताते हैं, “प्राइवेट बैंक और NBFCs के अलावा, सरकारी योजनाएं जैसे कि पब्लिक सेक्टर बैंकों द्वारा क्रेडिट गारंटी फंड फॉर एजुकेशन लोन्स के तहत दी जाने वाली स्कीम्स भी बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं, जिनमें 7.5 लाख रुपये तक के लोन के लिए सिक्योरिटी की जरूरत नहीं होती। स्कॉलरशिप्स, राज्य सरकार की योजनाएं, एम्प्लॉयर स्पॉन्सर्ड एजुकेशन लोन्स, और इंटरनेशनल लेंडर्स (विदेश में पढ़ाई के लिए) भी महत्वपूर्ण हैं।”

(डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट बैंकों और NBFC की ब्याज दरों पर आधारित है। ब्याज दरें, EMI, और कुल भुगतान ग्राहक के क्रेडिट स्कोर, कोर्स और संस्थान के आधार पर बदल सकते हैं। यह जानकारी सिर्फ सामान्य मार्गदर्शन के लिए है और अंतिम फैसले से पहले संबंधित संस्थानों से पुष्टि जरूरी है। किसी भी विसंगति के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं।)

First Published : March 29, 2025 | 3:33 PM IST