भारतीय शेयरों के बेंचमार्क ने नई ऊंचाई को छुआ है। निफ्टी में बढ़त का अब तक सबसे लंबा सिलसिला बरकरार है। घरेलू निवेशकों से बाजार को लगातार समर्थन मिल रहा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व और अन्य वैश्विक केंद्रीय बैंकों की दर कटौती की बढ़ती उम्मीदों के बीच वैश्विक संकेत भी अनुकूल रहे हैं।
निफ्टी ने 25,268.4 अंकों की नई ऊंचाई को छुआ लेकिन थोड़ी बढ़त गंवाते हुए कारोबार की समाप्ति 84 अंकों के इजाफे के साथ 25,236 पर की। सेंसेक्स 231 अंकों की बढ़त के साथ 82,366 पर बंद हुआ। दोनों ही सूचकांकों ने कारोबारी सत्र और बंद आधार पर नई ऊंचाई को छुआ।
शुक्रवार की बढ़त के साथ सेंसेक्स लगातार नौवें कारोबारी सत्र में चढ़ा। यह सितंबर 2023 के बाद बढ़त का सबसे लंबा सिलसिला है। निफ्टी की बढ़त का सिलसिला ज्यादा लंबा है और उसने लगातार 12 कारोबारी सत्रों में बढ़ोतरी दर्ज की।
सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 1.6 फीसदी चढ़ा जबकि निफ्टी में 1.7 फीसदी का उछाल आया। दोनों सूचकांकों में लगातार तीसरे कारोबारी महीने में इजाफा हुआ और सेंसेक्स व निफ्टी ने अगस्त में क्रमश: 0.8 फीसदी व 1.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। पिछले 12 कारोबारी सत्रों में निफ्टी में 4.5 फीसदी का इजाफा हुआ।
देसी संस्थागत निवेशकों की मजबूत खरीदारी से बाजारों में बढ़ोतरी हुई। अगस्त में देसी संस्थागत निवेशकों ने 48,347 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जबकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक 10,174 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। एफपीआई 5,318 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे जबकि देसी संस्थागत निवेशकों ने 3,198 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। शुक्रवार को एफपीआई की खरीदारी की वजह एमएससीआई इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स रही। विकसित देशों में ब्याज दरों में कटौती को लेकर बढ़ते भरोसे के बीच अन्य बाजारों में इजाफे से भी मनोबल में बढ़ोतरी हुई।
अमेरिका के ज्यादातर आर्थिक आंकड़ों से संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था को मंदी की चपेट में आने से पहले ही फेड महंगाई को नीचे लाने में कामयाब रहा है। अब जो आंकड़े जारी होंगे, उनसे ब्याज दर कटौती की राह पर शायद असर नहीं होगा। कुछ निवेशकों का अनुमान है कि फेड 50 आधार अंकों की कटौती करेगा और साल के अंत तक एक बार और 50 आधार अंक घटाएगा।
यूरो वाले इलाकों में महंगाई के साल 2021 के बाद के निचले स्तर पर पहुंचने से यूरोपीय केंद्रीय बैंक के भी कुछ हफ्तों में ब्याज कटौती करने की उम्मीद बढ़ी है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि एमएससीआई में अच्छे खासे निवेश ने बाजारों को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। हमें लगता है कि चुनिंदा शेयरों की गतिविधियों के साथ बाजार में तेजी जारी रहेगी।
अगले सप्ताह के दौरान जारी होने वाले वैश्विक आर्थिक आंकड़े भारतीय बाजारों को सकारात्मक संकेत देते रहेंगे। क्षेत्र के लिहाज से वाहन पर ध्यान बना रहेगा क्योंकि वाहन कंपनियां मासिक बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी।
बाजार में चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात सकारात्मक रहा और बीएसई पर 2,157 शेयर चढ़े जबकि 1,784 में गिरावट आई। चीनी उत्पादक कंपनियों के शेयर चढ़े क्योंकि सरकार ने गन्ने के रस या सिरप का इस्तेमाल एथनॉल के उत्पादन में करने के लिए चीनी मिलों पर लगाई पाबंदी हटा दी है।