शेयर बाजार

शेयर खरीद का मौका- 6: अच्छे वैल्यूएशन पर है TCS, खरीद कर रख लें

टीसीएस और व्यापक आईटी सेक्टर को स्थिर प्राइसिंग, एजेंटिक एआई के अवसरों और बीएफएसआई व हाई-टेक सेगमेंट में तेजी से लाभ मिलने की संभावना है

Published by
कृष्ण कांत   
राम प्रसाद साहू   
Last Updated- October 04, 2025 | 11:48 AM IST

आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) मौजूदा बाजार आउटलुक में बेहतर नजर आ रही है। इसके शेयर का दाम पिछले एक साल में 30.9 प्रतिशत गिरा है। फिर भी, हालिया तिमाहियों में स्थिर आय प्रदर्शन, अपेक्षाकृत कम वैल्यूएशन और 52 प्रतिशत की रिटर्न ऑन नेटवर्थ (RoNW) इसे कमजोर बाजार में निवेशकों को सुरक्षा और सेंटीमेंट सुधरने पर संभावित बढ़त दोनों का अवसर देता है।

भारत का इक्विटी बाजार लगातार दो वर्षों की मजबूत डबल-डिजिट वृद्धि के बाद कमजोर हुआ है। सितंबर 2025 को समाप्त 12 महीनों में बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 4.8 प्रतिशत टूटा, जो एक दशक से अधिक समय में इसका सबसे खराब वार्षिक प्रदर्शन है। इसके विपरीत, सितंबर 2024 में यह 28.1 प्रतिशत बढ़ा था और उससे पिछले वर्ष 14.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस तरह, सितंबर को समाप्त पिछले छह वर्षों में से तीन बार सेंसेक्स ने नकारात्मक रिटर्न दर्ज किया है।

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हालिया गिरावट में हालांकि 2024 के रिकॉर्ड हाई इक्विटी वैल्यूएशन को नीचे आया है। कई ब्लूचिप शेयर अब अधिक आकर्षक स्तरों पर उपलब्ध हैं, जिससे लंबी अव​धि के निवेशकों के लिए अवसर बने हैं। फिर भी, ब्रॉडर मार्केट का वैल्यूएशन लंबे समय के औसत से ऊपर है, इसलिए निवेश में सावधानी बरतना जरूरी है।

टीसीएस क्यों खरीदें?

  • स्थिर ग्रोथ आउटलुक: भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवाओं की कंपनी से उम्मीद है कि सितंबर तिमाही में इसकी क्रमिक राजस्व वृद्धि 1.2 प्रतिशत होगी, जबकि ऑपरेटिंग मार्जिन 10 बेसिस प्वाइंट सुधर सकता है।
  • मार्जिन सपोर्ट फैक्टर: वेतन संशोधन और कम उपयोगिता का एक महीने का असर रुपये में गिरावट और वर्कफोर्स ऑप्टिमाइजेशन से मिलने वाली बचत से संतुलित होगा।
  • सेक्टर टेलविंड: आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि टीसीएस और व्यापक आईटी सेक्टर को स्थिर प्राइसिंग, एजेंटिक एआई के अवसरों और बीएफएसआई व हाई-टेक सेगमेंट की गति से फायदा होगा।
  • रीअलाइनमेंट जारी: मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के मुताबिक, पिरामिड लेवरेज और प्रोडक्टिविटी मजबूत लीवर बने हुए हैं, लेकिन प्राइसिंग दबाव, बदलता क्लाइंट व्यवहार और जेनएआई ट्रांजिशन डिलीवरी और प्राइसिंग मॉडल में संरचनात्मक बदलाव की शुरुआत का संकेत हैं।

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First Published : October 4, 2025 | 10:27 AM IST