शेयर बाजार

शेयर बाजार में छह हफ्ते से चली आ रही गिरावट का सिलसिला थमा, बैंकिंग-आईटी शेयरों से मिली मदद

बेंचमार्क सेंसेक्स 58 अंक यानी 0.07 फीसदी की बढ़त के साथ 80,598 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स 12 अंक यानी 0.05 फीसदी के इजाफे के साथ 24,631 पर टिका।

Published by
बीएस संवाददाता   
Last Updated- August 14, 2025 | 10:13 PM IST

देश के शेयर बाजार गुरुवार को करीब-करीब सपाट ही रहे। लेकिन महामारी के बाद की सबसे लंबी साप्ताहिक गिरावट का सिलसिला तोड़ने में कामयाब रहे। बैंकिंग और टेक्नॉलजी के दिग्गज शेयरों में बढ़त से रिकवरी को मदद मिली। यह सुधार आंशिक रूप से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की शॉर्ट कवरिंग के कारण हुआ जिनके मंदी के दांव पिछले सप्ताह कई वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे।

बेंचमार्क सेंसेक्स 58 अंक यानी 0.07 फीसदी की बढ़त के साथ 80,598 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स 12 अंक यानी 0.05 फीसदी के इजाफे के साथ 24,631 पर टिका। इस हफ्ते सेंसेक्स में 0.9 फीसदी और निफ्टी में 1.1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।

इन बढ़त के बावजूद निवेशक यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के लिए 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली रूस और अमेरिका की अहम शिखर बैठक से पहले सतर्क बने हुए हैं। बातचीत सफल होने पर अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए सेकंडरी शुल्क हटाए जा सकते हैं। ये शुल्क रूस से भारत के तेल आयात करने पर लगाए गए थे।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, उतार-चढ़ाव भरे साप्ताहिक एक्सपायरी वाले कारोबारी सत्र के बाद भारतीय शेयर बाजार सपाट बंद हुए। निवेशक भी अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन से पहले सतर्कता बरत रहे थे। अमेरिका में मुद्रास्फीति के कमजोर आंकड़ों और नरम रुख के कारण आईटी और दवा कंपनियों के शेयरों में तेजी आई।

खपत आधारित सुधार की उम्मीदों के चलते बैंकिंग और टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं के शेयरों में तेजी आई जबकि जिंसों की गिरती कीमतों और अधिक आपूर्ति की चिंताओं के कारण धातु और ऊर्जा सेक्टरों में कमजोरी आई। निकट भविष्य में बाजार भू-राजनीतिक घटनाक्रम का इंतजार करते हुए मिलेजुले रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार कर सकता है। बाजार में चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात कमजोर रहा और 2,414 शेयरों में गिरावट आई जबकि 1,659 शेयरों में तेजी दर्ज हुई। 0.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज करने वाले एचडीएफसी बैंक के शेयर का सेंसेक्स की बढ़त में सबसे ज्यादा योगदान रहा। इसके बाद इन्फोसिस रहा, जिसमें 1.5 फीसदी का इजाफा हुआ।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्र ने कहा, मौजूदा रुझान दर्शाते हैं कि बाजारों ने हाल की नकारात्मक खबरों को काफी हद तक पचा लिया है और अब रिकवरी के लिए संकेतकों का इंतजार कर रहे हैं। विभिन्न सेक्टरों के दिग्गज शेयरों में ज्यादा बिकवाली इस संभावना का समर्थन करती है। निफ्टी का 24,800 के ऊपर निर्णायक तौर पर पहुंचना नई गति को जन्म दे सकता है अन्यथा एक दायरे में मजबूती बरकरार रहेगी। निवेशकों को जोखिम प्रबंधन पर ध्यान देते हुए शेयर विशेष में ट्रेडिंग जारी रखनी चाहिए।

First Published : August 14, 2025 | 10:05 PM IST