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शेयर बाजार में आज क्यों आई आई गिरावट? Pharma टैरिफ का असर या RIL की कमजोरी, जानें पूरी वजह

गिरावट की प्रमुख वजहों में से एक अमेरिका द्वारा फार्मा सेक्टर पर टैरिफ लगाने की संभावना रही। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप फार्मा सेक्टर पर मोटा टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे हैं।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 04, 2025 | 3:38 PM IST

Why market is down today: भारतीय शेयर बाजारों में शुक्रवार (4 अप्रैल) को भारी गिरावट देखने को मिली। निवेशकों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के नए टैरिफ प्रस्तावों और संभावित ट्रेड वॉर को लेकर चिंताओं के कारण बाजार टूट गया।

बीएसई सेंसेक्स ने दिन के कारोबार में 860 अंकों की गिरावट के साथ 75,436 का निचला स्तर छुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 23,000 के अहम स्तर से नीचे गिरते हुए 22,921.60 तक लुढ़क गया और दिनभर में 329 अंक टूटा। ब्रॉडर मार्केट में भी बिकवाली हावी रही जहां निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2.3% से 2.7% तक की गिरावट दर्ज की गई।

बाजार में आज गिरावट की वजह ?

-फार्मा टैरिफ की आशंका से दबाव

गिरावट की प्रमुख वजहों में से एक अमेरिका द्वारा फार्मा सेक्टर पर टैरिफ लगाने की संभावना रही। रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप फार्मा सेक्टर (Pharma Sector) पर मोटा टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे हैं।

ट्रंप ने कहा, “हम फार्मास्यूटिकल्स को एक अलग श्रेणी के रूप में देख रहे हैं। इसका ऐलान जल्द ही किया जाएगा, इस पर फिलहाल समीक्षा की जा रही है।” इस खबर के बाद निफ्टी फार्मा इंडेक्स में दिनभर में 6% की गिरावट देखी गई, वहीं कई फार्मा शेयर 6.25% तक टूटे।

वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में फार्मा सेक्टर अमेरिका को भारत के कुल निर्यात का तीसरा सबसे बड़ा हिस्सा था, जो कुल $78 बिलियन के निर्यात में 10.3% हिस्सेदारी रखता है।

ट्रंप का यह रुख 2 अप्रैल 2025 को घोषित ‘रिसिप्रोकल टैरिफ्स’ के उलट है, जिसमें फार्मा सेक्टर को शुल्क से छूट दी गई थी। अब अगर फार्मा टैरिफ लागू होते हैं, तो यह भारत के निर्यात और जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) दोनों पर असर डाल सकता है।

-रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट

इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर आज बीएसई पर 4% से अधिक टूटकर ₹1,195.75 के दिन के निचले स्तर पर आ गए। सेंसेक्स में रिलायंस की हिस्सेदारी 11.25% है और आज की कुल गिरावट में लगभग 50% योगदान इसी स्टॉक से रहा। गिरावट की वजह ब्रेंट और WTI क्रूड के भाव में 7% तक की गिरावट रही, जो वैश्विक मांग की चिंता के कारण आई।

डब्ल्यूटीआई क्रूड $66 प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड $70 प्रति बैरल तक गिरा। OPEC+ ने मई में उत्पादन बढ़ाकर 4.11 मिलियन बैरल प्रतिदिन करने का फैसला किया, जो पहले 1.38 मिलियन बैरल प्रतिदिन अनुमानित था।

रिलायंस की कुल आय में तेल और पेट्रोकेम बिज़नेस का लगभग 60% हिस्सा होता है। ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से कंपनी की कमाई पर दबाव बढ़ सकता है।

-लार्जकैप शेयरों में मुनाफावसूली

रिलायंस के अलावा कई अन्य लार्जकैप शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, एचसीएल टेक, इंफोसिस, टीसीएस, मारुति सुजुकी, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स और टाइटन के शेयरों में 1% से 6% तक की गिरावट आई।

इनमें से टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और आईटी कंपनियों पर खास असर उनके वैश्विक बाजारों, खासकर अमेरिका, यूके और यूरोज़ोन पर निर्भरता के कारण हुआ।

-वैश्विक बाजारों में भी गिरावट

एशियाई बाजारों में लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट रही। ट्रंप के टैरिफ और अमेरिका में मंदी की आशंका से निवेशक सतर्क दिखे। जापान का निक्केई इंडेक्स 3% टूटा, ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 इंडेक्स 2.44% गिरा, और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.78% फिसला। चीन और हांगकांग के बाजार आज छुट्टी के चलते बंद थे।

अमेरिका में भी गुरुवार को बाजार में तेज गिरावट रही। S&P 500 में 4.84%, डाउ जोन्स में 3.98% और नैस्डैक में 5.97% की गिरावट दर्ज हुई। शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों के फ्यूचर्स भी दबाव में दिखे…डाउ जोन्स फ्यूचर्स 0.31%, S&P 500 फ्यूचर्स 0.29% और नैस्डैक 100 फ्यूचर्स 0.28% नीचे थे।

First Published : April 4, 2025 | 2:26 PM IST