Stock Market: चुनाव बाद किए गए एक्जिट पोल (Exit Poll) में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को तकरीबन दो-तिहाई बहुमत मिलने की संभावना से शेयर बाजार आज खिल उठा। चुनावी सर्वेक्षण कराने वाली ज्यादातर एजेंसियों ने शनिवार के अपने एक्जिट पोल में राजग को 316 से 400 के बीच सीटें मिलने की बात कही और एक तरह से नरेंद्र मोदी के फिर प्रधानमंत्री बनने की गारंटी दे दी। यह देखकर बेंचमार्क सूचकांक करीब तीन साल में सबसे बड़ी एक दिनी छलांग लगा गए।
सेंसेक्स 2,508 अंक या 3.4 फीसदी की तेजी के साथ 76,469 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 733 अंक या 3.3 फीसदी बढ़त के साथ 23,264 पर बंद हुआ। दोनों सूचकांक पहले कभी इतने ऊंचे नहीं गए थे। प्रतिशत के लिहाज से 1 फरवरी, 2021 के बाद सूचकांक की यह सबसे बड़ी बढ़त है।
निवेशक यह मानकर उत्साहित हैं कि जबरदस्त बहुमत मिलने पर राजग सरकार बाजार के अनुकूल सुधार लागू करती रहेगी। वित्त वर्ष 2024 में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि के उम्मीद से बेहतर आंकड़े आने और S&P द्वारा भारत के प्रति अपना नजरिया स्टेबल से पॉजिटिव किए जाने से भी बाजार खुश हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने लिवाली कर उसकी खुशी कई गुना बढ़ा दी।
बाजार में चौतरफा तेजी का असर छोटे-मझोले शेयरों पर भी दिखा। निफ्टी मिडकैप 100 लगभग 3.2 फीसदी और स्मॉलकैप 100 करीब 2.4 फीसदी तेजी के साथ बंद हुए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण (total mcap) 13.8 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 426 लाख करोड़ रुपये (5.13 लाख करोड़ डॉलर) पर पहुंच गया।
मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के संस्थापक और मुख्य निवेश अधिकारी सौरभ मुखर्जी ने कहा, ‘बाजार को उम्मीद नहीं थी कि एक्जिट पोल इतनी सीधी तस्वीर दिखाएंगे और राजग को इतना भारी बहुमत मिलने का अनुमान जताएंगे। अब बाजार नतीजों के प्रति आश्वस्त है, इसलिए तेजी आई है।’
बाजार में उठापटक बताने वाला इंडिया VIX15 फीसदी गिरकर 20.9 रह गया। 19 अप्रैल को चुनाव शुरू होने के बाद से यह 82 फीसदी चढ़कर दो साल के उच्च स्तर 24.6 पर पहुंच गया था। बाजार को सत्तारूढ़ गठबंधन के दोबारा जीतने की उम्मीद तो थी मगर कम मतदान और कुछ राज्यों में कड़े मुकाबले ने नतीजों और नीतियों में निरंतरता पर चिंता पैदा कर दी थी। कम मतदान को राजग के प्रति मतदाताओं की बेरुखी माना गया था और अटकलें बढ़ गई थीं कि सत्तारूढ़ गठबंधन को पर्याप्त सीटें नहीं मिल रही हैं।
अवेंडस कैपिटल पब्लिक मार्केट्स अल्टरनेट स्ट्रैटजीज (Avendus Capital Public Markets Alternate Strategies) के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड (CEO Andrew Holland) ने कहा, ‘पिछले हफ्ते बाजार 2 फीसदी टूटा था मगर आज की तेजी ने उस नुकसान से ज्यादा की भरपाई कर दी। शॉर्ट कवरिंग के कारण भी कुछ तेजी हो सकती है।’
एक्जिट पोल के बाद निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि पिछले दो महीने से लिवाली से ज्यादा बिकवाली करने वाले विदेशी फंड अब खरीदारी करेंगे। आज की तेजी में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) की शॉर्ट कवरिंग का भी हाथ रहा। उन्होंने 6,851 करोड़ रुपये के और देसी संस्थागत निवेशकों ने 1,914 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
BSE के सभी 20 सेक्टर इंडेक्स बढ़त में रहे। BSE Power 7.6 फीसदी, तेल एवं गैस 7.4 फीसदी और बैंकेक्स 4.5 फीसदी चढ़कर बंद हुए।
आगे बैंकिंग शेयरों में तेजी से बाजार में और भी उछाल आ सकती है। हॉलैंड ने कहा, ‘बैंकिंग क्षेत्र का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से कमजोर रहा है और विदेशी निवेशक बाजार में लौटे तो बैंकिंग शेयरों में लिवाली बढ़ेगी। जेपी मॉर्गन के सूचकांक में भारतीय बॉन्ड भी शामिल होने से बॉन्ड बाजार में निवेश बढ़ेगा और यील्ड घटेगी, जो बैंकों के लिए अच्छा संकेत है।’
सेंसेक्स में 5 शेयरों को छोड़कर सभी लाभ में रहे। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 5.6 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और सेंसेक्स की बढ़त में सबसे बड़ा योगदान इसी का रहा। HDFC बैंक 2.7 फीसदी ऊपर बंद हुआ।
राजग सरकार की नोटबंदी, वस्तु एवं सेवा कर, ऋणशोधन अक्षमता एवं दिवालिया संहिता लागू करने और कॉर्पोरेट कर में कटौती करने जैसी नीतियों से अर्थव्यवस्था को औपचारिक बनाने में मदद मिली है, जो सूचीबद्ध कंपनियों के लिए फायदेमंद है।