भारतीय शेयर बाजार में आज यानी बुधवार को लगातार दूसरे दिन सुस्ती देखने को मिली। निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) दोनों की आज गिरावट के साथ ओपनिंग हुई और क्लोजिंग भी लाल निशान में ही देखने को मिली। अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती के अनुमान के चलते आज निवेशक काफी सावधान दिखे।
विशेषज्ञों का मानना है कि ताइवान में आए भूकंप की वजह से भी बाजार में गिरावट देखने को मिली क्योंकि चिप बनाने वाली ज्यादातर कंपनियां ताइवान में ही हैं और यह आशंका जताई गई कि इसकी सप्लाई में गिरावट देखने को मिल सकती है।
भारतीय शेयर बाजार में बीएसई संसेक्स (BSE Sensex) 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 73,876.82 के लेवल पर और Nifty-50 0.08 फीसदी गिरकर 22,434.65 के लेवल पर बंद हुए।
सेक्टरों में, निफ्टी रियल्टी इंडेक्स (Nifty Realty Index) 2.6 फीसदी गिर गया और निफ्टी FMCG 0.46 फीसदी फिसल गया। टॉप परफॉर्मर में देखा जाए तो, निफ्टी PSU Bank ने 1.8 फीसदी की बढ़तरी दर्ज की।
हालांकि पावर, फार्मास्युटिकल और कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर की कंपनियों में देखी गई मजबूत तेजी के बाद, एसएंडपी बीएसई मिडकैप इंडेक्स (S&P BSE Midcap index ) बुधवार के इंट्राडे ट्रेड में लगभग 1 फीसदी की बढ़त के साथ 40,685.56 की नई ऊंचाई पर पहुंच गया।
एसएंडपी बीएसई मिडकैप इंडेक्स (S&P BSE Midcap index ) लगातार तीसरे दिन ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहा है, इस अवधि के दौरान इसमें 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
Nifty-50 पर आज बैंक, आईटी, फाइनैंशियल सर्विसेज (Financial Services), मीडिया जैसे सेक्टर्स में बढ़ोतरी देखने को मिली। कंपनियों की बात की जाए तो Nifty-50 पर टॉप-5 स्टॉक्स में श्रीराम फाइनैंस, NTPC, DIVI’S Laboratories Limited (Divis Labs), TCS और Tech Mahindra के शेयर रहे।
Nifty-50 पर नेस्ले इंडिया (Nestle India), बजाज ऑटो, डॉक्टर रेड्डी, कोटक बैंक और ब्रिटानिया टॉप-5 सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज करने वाले शेयर रहे।
गौरतलब है कि 10 साल के बेंचमार्क अमेरिकी ट्रेजरी का यील्ड करीब 14 बेसिस पॉइंट बढ़कर 4.34 फीसदी हो गया। यह मैन्युफैक्चरिंग के आंकड़े जारी होने के बाद हुआ, जब पिछले महीने में परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) अप्रत्याशित रूप से 50.3 पर पहुंच गया, जो सितंबर 2024 के बाद इसका पहली बढ़ोतरी है। इसके परिणामस्वरूप जून में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दर में कटौती की उम्मीद पर असर पड़ा है।