बाजार

O2C सेगमेंट से रिलायंस की कमाई में होगा इजाफा

Published by
लविशा दाराद
Last Updated- April 20, 2023 | 10:17 PM IST

तेल एवं दूरसंचार दिग्गज रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) द्वारा वित्त वर्ष 2023 की जनवरी-मार्च तिमाही में राजस्व सालाना आधार पर 14 प्रतिशत तक बढ़कर 2.36 लाख करोड़ रुपये रह सकता है, क्योंकि विंडफॉल टैक्स में कमी, और मजबूत सकल रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) से तेल-रसायन (O2C) व्यवसाय को मदद ​मिल सकती है। रिलायंस समूह 21 अप्रैल, शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद वित्तीय नतीजों की घोषणा करेगा।

ब्रोकरों ने RIL के लिए प्रदर्शन अच्छा रहने का अनुमान जताया है। जहां ऊंची ग्राहक वृद्धि, और मजबूत एआरपीयू (प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व) से दूरसंचार सेगमेंट की आय बढ़ सकती है, वहीं रिटेल सेगमेंट का प्रदर्शन स्टोरों में बढ़ती ग्राहक संख्या पर आधारित होगा।

दूरसंचार सेगमेंट के लिए, उन्हें एबिटा मार्जिन सालाना आधार पर 16 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है, जबकि रिटेल सेगमेंट सालाना आधार पर 35 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकता है।

कुल मिलाकर, कर-बाद लाभ वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत तक बढ़कर 11,094 करोड़ रुपये, जबकि परिचालन मुनाफा मार्जिन 65 आधार अंक तक ढ़कर 17 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

चौथी तिमाही के नतीजों से पहले, RIL का शेयर गुरुवार के कारोबार में 2,345 रुपये पर सपाट बंद हुआ, जबकि बीएसई के सेंसेक्स में 0.1 प्रतिशत की तेजी रही। इस बीच, चौथी तिमाही में RIL के लिए ब्रोकरों के अनुमान यहां पेश किए जा रहे हैं:

प्रभुदास लीलाधर

ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि भू-राजनीतिक समस्याओं, और ऊंची गैस उपलब्धता की वजह से कंपनी रिफाइनिंग मार्जिन में तेजी का लाभ उठाने के लिए तैयार है। इसलिए, वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में बिक्री बढ़कर 3 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन रहने का अनुमान है, जो एक साल पहले की अव​धि में 1.9 करोड़ मीटर प्रतिदिन थी।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज

विश्लेषकों को वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में सुधरते जीआरएम के साथ RIL के सभी सेगमेंटों में मजबूत सुधार की उम्मीद है। उनका कहना है कि कम विंडफाल टैक्स से भी ओ2सी आंकड़ों को मदद मिलेगी। हालांकि इस रिफाइनिंग तेजी पर एकीकृत पेट्रोरसायन व्यवसाय में नरमी का प्रभाव पड़ेगा।

कुल मिलाकर, ब्रोकरेज फर्म ने RIL की समेकित एबिटा वृद्धि तिमाही आधार पर 7 प्रतिशत और पीएटी के लिए 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है, क्योंकि ऊंची ब्याज लागत से परिचालन आय प्रभावित हो सकती है।

कोटक इंस्टीट्यूशनल इ​क्विटीज

ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि RIL का समेकित एबिटा वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही तिमाही आधार पर 7 प्रतिशत और सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 16,019 करोड़ रुपये रहेगा, जिससे जीआरएम में तेजी, सुधरते पेट्रोरसायन मार्जिन का पता चलता है।

O2C सेगमेंट में, उन्हें रिफाइनिंग मार्जिन मजबूत बने रहने, पेट्रोरसायन में मार्जिन सुधरने, और विंडफॉल टैक्स का प्रभाव घटने का अनुमान है।

Also read: Tata के इस शेयर ने कराई Rekha Jhunjhunwala की बल्ले-बल्ले, मात्र 10 मिनट में 233 करोड़ रुपये बढ़ गई नेटवर्थ

दूरसंचार के लिए, रिलायंस जियो का एबिटा तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है और इसे 57 लाख ग्राहक वृद्धि का लाभ मिलेगा। हालांकि मिश्रित ARPU 178 रुपये पर सपाट रहने का अनुमान है।

शेयरखान

विश्लेषकों ने RIL का समेकित पीएटी तिमाही आधार पर 7 प्रतिशत बढ़कर 16,960 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया है, क्योंकि उसे मजबूत ओ2सी आय और रिटेल तथा जियो व्यवसाय की शानदार वृद्धि से मदद मिल सकती है।

हालांकि उन्हें वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कुल बिक्री ​तिमाही आधार पर 1.6 प्रतिशत घटकर 2.13 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। इस बीच, परिचालन मुनाफा मार्जिन तिमाही आधार पर 65 आधार अंक बढ़कर 16.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

First Published : April 20, 2023 | 10:17 PM IST