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स्मॉलकैप के ऊंचे मूल्यांकन से प्रतिफल पर दबाव

मिडकैप और स्मॉलकैप ने पिछले 12 महीनों में लार्जकैप सेगमेंट को 20 प्रतिशत के अंतर से मात दी है। महामारी के निचले स्तर के बाद से भी प्रदर्शन बेहतर हुआ है।

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- December 25, 2023 | 12:43 PM IST

मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों की सालाना आय वृद्धि लार्जकैप की तुलना में 8-9 फीसदी ज्यादा रहने का अनुमान है। कोटक महिंद्रा म्युचुअल फंड के मुख्य निवेश अ​धिकारी हर्ष उपाध्याय ने अ​भिषेक कुमार के साथ ईमेल साक्षात्कार में कहा कि प्रदर्शन में यह तेजी उनके ऊंचे मूल्यांकन को बनाए रखने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि वाहन, सीमेंट और निर्माण जैसे घरेलू खपत केंद्रित क्षेत्र अब बेहतर दांव हैं। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:

मिडकैप और स्मॉलकैप ने इस साल लार्जकैप को बड़े अंतर से मात दी है। अब इनका मूल्यांकन कैसा है?
मिडकैप और स्मॉलकैप ने पिछले 12 महीनों में लार्जकैप सेगमेंट को 20 प्रतिशत के अंतर से मात दी है। महामारी के निचले स्तर के बाद से भी प्रदर्शन बेहतर हुआ है। इसके परिणामस्वरूप, मिडकैप और स्मॉलकैप अब लार्जकैप शेयरों की तुलना में ज्यादा महंगे बन गए हैं। आय प्रतिफल के संदर्भ में, मौजूदा समय में मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंटों में सुरक्षा का मार्जिन नहीं है।

क्या आप अगले साल बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं?
मिडकैप और स्मॉल के लिए मूल्यांकन मजबूत बनाए रखने के लिए भविष्य में आय वृद्धि जरूरी होगी। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2025 के दौरान दो साल में लार्जकैप के मुकाबले मिड और स्मॉलकैप के लिए आय में 8-9 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की जाएगी।

मौजूदा समय में स्मॉलकैप थीम पर क्या नजरिया अपनाया जाना चाहिए?
विविधीकृत स्मॉलकैप एमएफ में अनुशासित तरीके से दीर्घाव​धि निवेश करना सही है। इसके अलावा, निवेशकों को हाल के समय की तुलना में प्रतिफल उम्मीदें कम रखनी चाहिए और महंगे मूल्यांकन पर ध्यान देने की जरूरत होगी। इससे पिछले समय की तुलना में ज्यादा उतार-चढ़ाव को बढ़ावा मिल सकता है।

वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2025 के दौरान आय वृद्धि का क्या अनुमान है?
हमें वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2025 के दौरान एनएसई के निफ्टी के लिए आय में 17 प्रतिशत सीएजीआर का अनुमान है।

क्या दूसरी तिमाही के प्रदर्शन के बाद निफ्टी के लिए मूल्यांकन सहज हुआ है?
हमारी नजर में, निफ्टी 18.5 गुना के एक वर्षीय पीई मल्टीपल के दीर्घाव​धि औसत की तुलना में मूल्यांकन की उचित सीमा में कारोबार कर रहा है। ताजा तिमाही की आय बाजार अनुमानों के मुकाबले काफी बेहतर रही है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि लार्जकैप के संबंध में मूल्यांकन ज्यादा अनुकूल है।

अगले साल के आम चुनाव से बाजार किस तरह से प्रभावित होंगे? क्या निवेशकों को इस बड़े घटनाक्रम की वजह से अपने पोर्टफोलियो में बदलाव लाने की जरूरत है?
निवेशकों को परिसंप​त्ति वर्ग में विविधता लाने की को​शिश बरकरार रखनी चाहिए और अल्पाव​धि घटनाक्रम के नजरिये के साथ पोर्टफोलियो बनाने के बजाय दीर्घाव​धि पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। भारत की वृद्धि का इतिहास मजबूत है और कॉरपोरेट आय चक्र काफी तेजी से सुधरा है। आपको जो​खिम का प्रबंधन करते वक्त भारत की दीर्घाव​धि वृद्धि में भागीदारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। य​दि हम ऊंचे मूल्यांकन पर चुनावी दौर में प्रवेश करें तो निवेशकों को अपने परिसंप​त्ति आवंटन की समीक्षा करने की सलाह दी जा रही है।

क्या आप मानते हैं कि अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में नरमी आने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दर कटौती की उम्मीद बढ़ने से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक प्रवाह फिर से तेजी से बढ़ेगा?
2024 में फेड द्वारा संभावित ब्याज दर कटौती के साथ हम उभरते बाजारों (ईएम) में निवेश बढ़ते देख सकते हैं। भारत अपनी शानदार वृद्धि दर और ईएम इंडेक्स में बढ़ते भारांक की वजह से उभरते बाजारों में पसंदीदा निवेश बाजार बना रहेगा।

मूल्यांकन चिंताओं के बावजूद स्मॉलकैप फंडों में निवेश ऊंचा बना हुआ है। क्या मौजूदा समय में यह बड़ी चुनौती है?
हम हमेशा से अपने दृष्टिकोण में बहुत संतुलित रहे हैं। अल्पकालिक घटनाक्रम से ज्यादा प्रभावित नहीं होते हैं और पोर्टफोलियो बनाते समय हमेशा व्यावसायिक बुनियादी सिद्धांतों और मूल्यांकन पर ध्यान केंद्रित करते हैं। मौजूदा समय में ऊंचे मूल्यांकन को देखते हुए, हमने धीरे धीरे ​निवेश किया है और एक बेहद संतुलित पोर्टफोलियो कायम रखा है।

कोटक एमएफ का तुलनात्मक तौर पर वाहन, सीमेंट, निर्माण और पूंजीगत वस्तु जैसे क्षेत्रों में ज्यादा निवेश आवंटन रहा है। इसका क्या कारण है?
घरेलू वृद्धि की क्षमता सुस्त वै​श्विक वृद्धि के मुकाबले काफी मजबूत है। दूसरी तिमाही में, भारतीय अर्थव्यवस्था 7.6 प्रतिशत की दर से बढ़ी और हमारा मानना है कि यह तेजी बनी रहेगी। हमें घरेलू व्यवसायों में मध्याव​धि में अच्छी वृद्धि की उम्मीद है।

आईटी और एनबीएफसी क्षेत्रों पर आपकी क्या राय है?
वै​श्विक वृद्धि लगातार सुस्त बनी हुई है, जिस पर आईटी सेवा क्षेत्र को ध्यान देने की जरूरत है। हमें घरेलू वृद्धि की रफ्तार वै​श्विक वृद्धि के मुकाबले ज्यादा तेज रहने की उम्मीद है और इसलिए वै​श्विक के मुकाबले घरेलू व्यवसायों को अ​धिक पसंद कर रहे हैं।

First Published : December 25, 2023 | 12:43 PM IST