बाजार

Mutual Funds में निवेशकों की संख्या में 50% की वृद्धि, जनवरी में 10 लाख नए निवेशक जुड़े

निवेशकों की संख्या में वृद्धि के पीछे एसआईपी और नई फंड पेशकशों (एनएफओ) का योगदान है।

Published by
अभिषेक कुमार   
Last Updated- February 22, 2024 | 11:12 PM IST

म्युचुअल फंड (एमएफ) उद्योग ने जनवरी में नए निवेशकों की संख्या में शानदार तेजी दर्ज की। इसकी वजह बाजार में तेजी बने रहना और फंड हाउसों की फंड पेशकशों के जरिए निवेशकों तक पहुंच बनाने की अतिरिक्त कोशिशें रहीं। फंडों ने जनवरी 2024 में करीब 10 लाख नए निवेशक जोड़े जो दिसंबर 2023 के मुकाबले 50 प्रतिशत अधिक है। पिछली बार म्युचुअल फंडों ने फरवरी 2022 में 10 लाख निवेशक शामिल किए थे।

मिरै ऐसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के वाइस चेयरमैन एवं मुख्य कार्याधिकारी स्वरूप मोहंती ने कहा, ‘जनवरी के दौरान निवेशकों की संख्या में वृद्धि के लिए दो बातों को जिम्मेदार माना जा सकता है। पहला, एसआईपी पूंजी बाजारों में भारतीयों के लिए पसंदीदा विकल्प बन गया है।

यह निरंतर मासिक वृद्धि स्वयं में एक आकर्षक कहानी बयां करती है। दूसरा, जहां एसआईपी में लगातार तेजी आ रही है। उसके साथ ही नई फंड पेशकश (एनएफओ) नए निवेशकों को आकर्षित करने का मुख्य विकल्प बनी हुई हैं। जनवरी में बड़ी तादाद में एनएफओ आए।’

म्युचुअल फंडों ने जनवरी में 17 योजनाएं शुरू कीं। उन्होंने संयुक्त रूप से 6,430 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया। दिसंबर में नई योजनाओं की संख्या 14 थी। इक्विटी श्रेणी में खासकर बड़े फंड हाउसों द्वारा ज्यादा पेशकशों की अवधि के दौरान निवेशकों की संख्या भी बढ़ी क्योंकि प्रोत्साहन और विपणन गतिविधियों में इजाफा हुआ था।

भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी के अंत में कुल निवेशक संख्या 4.3 करोड़ थी। निवेशकों की कुल संख्या की गणना कुल पैन पंजीकरण के हिसाब से की गई है। फंड उद्योग ने वर्ष 2030 तक 1 करोड़ निवेशकों का लक्ष्य रखा है। फंड उद्योग के अधिकारियों के अनुसार ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्मों की बढ़ती पहुंच और निवेशकों की जागरूकता की वजह से निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

ऐक्सिस म्युचुअल फंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी बी गोपकुमार ने कहा, ‘ज्यादातर नए निवेशक फिनटेक के जरिये आ रहे हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि 40 प्रतिशत एसआईपी डायरेक्ट प्लान में पंजीकृत की जा रही हैं। इनमें ज्यादातर नए निवेशक हैं।

इस रुझान को निवेशकों की बदलती पसंद से भी मदद मिल रही है। वे अब बचत के बजाय निवेश करने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।’निवेशक संख्या में वृद्धि एसआईपी खातों में आई तेजी में भी स्पष्ट दिखी। जनवरी में निवेशकों ने 50 लाख से ज्यादा नए एसआईपी खाते शुरू किए जबकि दिसंबर 2023 में यह संख्या 40 लाख थी।

First Published : February 22, 2024 | 11:12 PM IST