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NFO Alert: यूनिफाई म्यूचुअल फंड ने अपना नया यूनिफाई डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड लॉन्च किया है। यह एक ओपन-एंडेड हाइब्रिड फंड है, जो इक्विटी, फिक्स्ड इनकम साधनों और इक्विटी डेरिवेटिव्स में गतिशील रूप से निवेश करेगा। इस फंड का उद्देश्य नियमित आय और पूंजी वृद्धि देना है, लेकिन इसमें कोई गारंटीड रिटर्न नहीं होगा।
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इस योजना का मकसद इनकम और कैपिटल अप्रिसिएशन (पूंजी बढ़ोतरी) जनरेट करना है। इसके लिए यह फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स, इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव्स के साथ-साथ अन्य अनुमत इक्विटी/हाइब्रिड इंस्ट्रूमेंट्स में डायनामिक पोर्टफोलियो के जरिए इनवेस्ट करेगी। हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि योजना का इनवेस्टमेंट ऑब्जेक्टिव पूरा होगा। यह योजना किसी भी तरह का रिटर्न गारंटी या अश्वासन नहीं देती।
यह स्कीम ओपन-एंडेड होगी, 5 बिजनेस डेज में शुरू होगी सेल और रिडेम्पशन
यह म्यूचुअल फंड स्कीम एक ओपन-एंडेड स्कीम होगी, यानी इसमें निवेशक किसी भी बिजनेस डे पर यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं। स्कीम के अलॉटमेंट के 5 बिजनेस डेज के अंदर इसकी सेल और रिडेम्पशन शुरू हो जाएगी। चूंकि यह ओपन-एंडेड है, इसलिए निवेशक किसी भी बिजनेस डे पर रिडेम्पशन रिक्वेस्ट कर सकते हैं।
रिडेम्पशन की रकम तीन बिजनेस डेज के अंदर निवेशकों को भेजी जाएगी। हालांकि, कुछ एक्सेप्शनल सिचुएशंस में इसमें देरी हो सकती है, जैसा कि AMFI के दिशानिर्देशों में बताया गया है। अगर तय समयसीमा में भुगतान नहीं होता, तो 15% सालाना का पेनल इंटरेस्ट देना होगा, या SEBI के नए नियमों के अनुसार जो भी दर तय की जाएगी।
स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग नहीं होगी
Unifi Mutual Fund की यह स्कीम किसी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड नहीं होगी। हालांकि, भविष्य में ट्रस्टी अपनी डिस्क्रेशन पर इसे लिस्ट करने का फैसला ले सकते हैं।
बेंचमार्क इंडेक्स: CRISIL Hybrid 50 + 50 Moderate Index
इस स्कीम की परफॉर्मेंस को CRISIL Hybrid 50 + 50 Moderate Index से बेंचमार्क किया जाएगा। यह एक हाइब्रिड पोर्टफोलियो होगा, जिसमें BSE 200 (50%) और CRISIL Composite Bond Fund Index (50%) शामिल होगा। SEBI के 27 जून 2024 के मास्टर सर्कुलर के अनुसार, यह हाइब्रिड कैटेगरी में डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड्स के लिए पहला बेंचमार्क होगा। चूंकि फंड को इक्विटी और डेट में डायनामिक इन्वेस्टमेंट करना है, इसलिए यह इंडेक्स सबसे बेहतर बेंचमार्क माना गया है।
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म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए यह जानना जरूरी है कि इस स्कीम में एंट्री लोड (Entry Load) नहीं लगेगा, यानी निवेश करते समय कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। हालांकि, एग्जिट लोड (Exit Load) कुछ शर्तों पर लागू होगा। अगर निवेशक अपनी यूनिट्स 12 महीने के अंदर बेचते या स्विच करते हैं, तो कुल यूनिट्स का 20% तक बिना किसी चार्ज के रिडीम किया जा सकता है। लेकिन 20% से ज्यादा यूनिट्स निकालने पर 1.5% का एग्जिट लोड लगेगा। अगर यूनिट्स 12 महीने के बाद बेची जाती हैं, तो कोई एग्जिट लोड नहीं लगेगा। SEBI के नियमों के तहत, ट्रस्टी इस एग्जिट लोड स्ट्रक्चर को समय-समय पर बदल सकते हैं।
निवेश करने के लिए NFO (New Fund Offer) के दौरान मिनिमम लंपसम अमाउंट ₹5,000 रखा गया है, जो ₹1 के मल्टीपल्स में बढ़ाया जा सकता है। इसी तरह, SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए न्यूनतम ₹500 से निवेश शुरू किया जा सकता है। इस स्कीम में यूनिट्स के लिए न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की जरूरत नहीं है।
अगर कोई निवेशक अपनी मौजूदा होल्डिंग में और पैसा जोड़ना चाहता है, तो मिनिमम एडिशनल परचेज अमाउंट ₹1,000 रखा गया है, जो ₹1 के मल्टीपल्स में बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, SEBI के नियमों के तहत कुछ कर्मचारियों के लिए यह शर्त लागू नहीं होगी।
रिडेम्पशन के मामले में, निवेशक कम से कम ₹1, 1 यूनिट या अकाउंट बैलेंस (जो भी कम हो) रिडीम कर सकते हैं। अगर किसी निवेशक के अकाउंट में उतनी राशि नहीं बची है जितनी उन्होंने निकासी के लिए अनुरोध की है, तो म्यूचुअल फंड कंपनी उनकी पूरी बची हुई यूनिट्स को रिडीम कर देगी और पैसा निवेशक के अकाउंट में ट्रांसफर कर देगी।
इन नियमों को ध्यान में रखकर म्यूचुअल फंड में निवेश करें और अपने फाइनेंशियल प्लान को स्मार्ट तरीके से प्लान करें।
इस स्कीम का फंड निवेश उद्देश्य के अनुसार विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटीज़ में लगाया जाएगा। इसमें शामिल हैं:
यह निवेश IPO, सेकेंडरी मार्केट, प्राइवेट प्लेसमेंट, राइट्स ऑफर और नेगोशिएटेड डील्स के जरिए किया जा सकता है। इसके अलावा, स्कीम अपनी होल्डिंग्स में रेपो और रिवर्स रेपो ट्रांजैक्शंस भी कर सकती है।
सेबी के निर्देशों के अनुसार, किसी अन्य म्यूचुअल फंड स्कीम में ट्रांसफर भी किया जा सकता है। फंड मैनेजर को इस सूची में बदलाव करने की अनुमति होगी, बशर्ते कि वह निवेश उद्देश्य के अनुरूप हो।
(यह निवेश योजना SEBI Master Circular No. SEBI/HO/IMD/IMD-PoD-1/P/CIR/2024/90, दिनांक 27 जून 2024 के अनुसार संचालित होगी।)
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Saravanan V N (CIO & Fund Manager)
सरवनन वी एन यूनिफाई एसेट मैनेजमेंट के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) और फंड मैनेजर हैं। 45 साल के सरवनन के पास B. Com और C.A. की डिग्री है। उनके पास 24 साल का फाइनेंशियल एक्सपीरियंस है और वह 2006 से यूनिफाई ग्रुप के साथ जुड़े हैं। उन्होंने 12 साल तक यूनिफाई के इक्विटी और डेट AIFs मैनेज किए हैं। इससे पहले वह ICICI बैंक, Aithent Technologies और PWC में रिस्क मैनेजमेंट और ऑडिट में काम कर चुके हैं।
Aejas Lakhani (Equity Fund Manager)
एजस लखानी इस स्कीम का इक्विटी, इक्विटी आर्बिट्राज और हाइब्रिड पोर्टफोलियो संभाल रहे हैं। वह 37 साल के हैं और उनके पास M.A. (Economics), M.Com और MBA की डिग्री है। उनके पास 13 साल का एक्सपीरियंस है, जिसमें फंड मैनेजमेंट, इक्विटी रिसर्च और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग शामिल हैं। यूनिफाई कैपिटल में उन्होंने कंजम्पशन-थीम्ड इक्विटी PMS स्कीम को मैनेज किया है। इससे पहले, वह Edelweiss Asset Management में लीड एनालिस्ट रहे हैं।
Karthik Srinivas (Debt Fund Manager)
32 साल के कार्तिक श्रीनिवास इस स्कीम का डेट पोर्टफोलियो मैनेज कर रहे हैं। उनके पास C.A. और CFA की डिग्री है और 10 साल का फाइनेंशियल एक्सपीरियंस है। यूनिफाई कैपिटल में उन्होंने 3 साल तक डेट-ओरिएंटेड AIF को मैनेज किया। इससे पहले, वह The Sanmar Group और Deloitte में फाइनेंस और रिस्क एडवाइजरी में काम कर चुके हैं।
ध्यान दें: Unifi MF के NFO में निवेश करने से पहले अपनी जोखिम क्षमता, निवेश अवधि और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सही योजना का चुनाव करें। उपरोक्त NFOs से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए AMFI की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।