हैदराबाद की लिकिता इन्फ्रास्ट्रक्चर का आईपीओ कामयाब हो गया जब कंपनी ने अपने इश्यू के ढांचे में कई बदलाव किए। 61 करोड़ रुपये के आईपीओ को 9.5 गुना आवेदन मिले। यह आईपीओ गुरुवार को बंद होना था, लेकिन क्यूआईबी में कम बोली के कारण इसकी तारीख बढ़ाई गई। खुदरा श्रेणी में हालांकि मजबूत मांग देखने को मिली। लिकिता ने अपने आईपीओ का कीमत दायरा घटाया और क्यूआईबी का हिस्सा 20.5 लाख शेयर से घटाकर महज 51,000 शेयर कर दिया, जो आईपीओ आकार 51 लाख शेयरों का महज एक फीसदी है। धनाढ्य निवेशकों (एचएनआई) श्रेणी को इश्यू के 15 फीसदी से बढ़ाकर इश्यू का 64 फीसदी कर दिया गया। घटा हुए क्यूआईबी श्रेणी में 22 गुना आवेदन मिले और कुल मिलाकर 11 लाख शेयरों के लिए बोली मिली।
एचएनआई श्रेणी में 1.5 गुना आवेदन मिले और खुदरा श्रेणी में 24 गुना। लिकिता तेल व गैस पाइपलान इन्फ्रास्ट्रक्चर सेवा प्रदाता कंपनी है। कंपनी ऊर्जा क्षेत्र और सिटी वितरण परियोजनाओं को पाइपलाइन मुहैया कराती है। बीएस
नीलेश शाह फिर बने एम्फी के चेयरमैन
कोटक म्युचुअल फंड के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह को फिर से एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। यह निर्णय मंगलवार को हुई सालाना आम बैठक में लिया गया था। शाह इससे पहले वित्त वर्ष 2019-2020 के लिए चेयरमैन के तौर पर चुना गया था। एम्फी ने कहा है कि वह अगली एजीएम का निष्कर्ष आने तक कार्यालय का संचालन बरकरार रखेगा। इन्वेस्को एमएफ के मुख्य कार्याधिकारी सौरभ नानावती को वाइस चेयरमैन के तौर पर पुन: चुना गया है। बीएस
एलवीबी के बॉन्डों की रेटिंग घटाई
ब्रिकवर्क रेटिंग्स ने लक्ष्मी विलास बैंक के टियर -2 बॉन्डों के लिए रेटिंग ‘बीबी+’ से घटाकर ‘बी+’ कर दी है। शेयरधारकों द्वारा सात निदेशकों की नियुक्ति को ठुकराए जाने, कमजोर पूंजीकरण और परिसंपत्ति गुणवत्ता पर चिंताओं को देखते हुए इस रेटिंग में कमी की गई है। बीएस