प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
MV Photovoltaic Power IPO: बेंगलुरु स्थित सोलर एनर्जी सेक्टर की कंपनी MV फोटोवोल्टिक पावर लिमिटेड ने अपनी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया है। कंपनी इस IPO के जरिए 3,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रही है। इस पेशकश में 2,143.86 करोड़ रुपये की नई इक्विटी शेयरों की बिक्री और 856.14 करोड़ रुपये की ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है। OFS के तहत कंपनी के प्रमोटर शेयरधारक मंजूनाथ दोन्थी वेंकटारथनैया और शुभा मंजूनाथ दोन्थी अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे, जिसमें दोनों की ओर से 428.07 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री होगी।
कंपनी प्री-IPO प्लेसमेंट के जरिए 428.77 करोड़ रुपये तक जुटाने पर भी विचार कर रही है। अगर यह प्लेसमेंट होता है, तो नई शेयरों की पेशकश का आकार उसी हिसाब से कम किया जाएगा।
Also Read: निवेशक दें ध्यान! Adani Enterprises NCD के जरिए जुटाएगी ₹1,000 करोड़, 9 जुलाई से खुलेगा इश्यू
2007 में शुरू हुई MV फोटोवोल्टिक पावर लिमिटेड सौर फोटोवोल्टिक (PV) मॉड्यूल और सौर सेल बनाती है। 31 मई 2025 तक कंपनी की सौर मॉड्यूल उत्पादन क्षमता 7.80 गीगावाट और सौर सेल उत्पादन क्षमता 2.94 गीगावाट थी। कंपनी 2.50 गीगावाट की अतिरिक्त मॉड्यूल उत्पादन लाइन पर काम कर रही है, जो वित्तीय वर्ष 2026 तक शुरू होने की उम्मीद है। इसके अलावा, 6 गीगावाट की एकीकृत सौर सेल और मॉड्यूल सुविधा 2028 के पहले छमाही में शुरू होने की योजना है। 31 मार्च 2025 तक कंपनी का ऑर्डर बुक 4.89 गीगावाट था, जो 31 मई 2025 तक बढ़कर 5.26 गीगावाट हो गया।
वित्तीय वर्ष 2025 में कंपनी की कुल आय 2,360.33 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के 954.44 करोड़ रुपये से 147.3 फीसदी ज्यादा है। कंपनी का कर के बाद का मुनाफा ((PAT) भी 2024 के 28.90 करोड़ रुपये से बढ़कर 2025 में 369.01 करोड़ रुपये हो गया, जो 1,177.1 फीसदी की शानदार बढ़ोतरी है।
IPO से मिलने वाली राशि का बड़ा हिस्सा, यानी करीब 1,607.90 करोड़ रुपये, कंपनी और उसकी सहायक कंपनी के कुछ कर्ज और उस पर ब्याज चुकाने में इस्तेमाल होगा। यह राशि 14 जून 2025 तक के कुल कर्ज के 59 फीसदी से अधिक है। बाकी राशि सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए रखी जाएगी। कंपनी की सहायक कंपनी पर इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) से लिए गए 1,755.93 करोड़ रुपये के टर्म लोन बकाया हैं, जो 2022 से 2025 के बीच तीन किश्तों में लिए गए थे। ये लोन टॉपकॉन तकनीक से बड़े पैमाने पर सौर PV विनिर्माण सुविधाओं के लिए इस्तेमाल किए गए।
SEBI नियमों के अनुसार, कंपनी नई पेशकश से मिलने वाली राशि का 25 फीसदी, यानी 535.96 करोड़ रुपये, सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए उपयोग कर सकती है। इस इश्यू के लिए JM फाइनेंशियल, IIFL कैपिटल सर्विसेज, जेफरीज इंडिया और कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज को रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।