आईपीओ

SEBI से मंजूरी के बाद स्नैपडील की मूल कंपनी ऐसवेक्टर ने IPO का रिवाइज्ड ड्राफ्ट फिर किया दाखिल

इस आईपीओ में 300 करोड़ रुपये के नए शेयरों की पेशकश और मौजूदा निवेशकों की 6.38 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- December 08, 2025 | 9:48 PM IST

सॉफ्टबैंक के निवेश वाली ऐसवेक्टर ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी मिलने के बाद अपना संशो​धित मसौदा दस्तावेज (यूडीआरएचपी) दाखिल किया है। कंपनी ने गोपनीय फाइलिंग मार्ग चुना है। इस आईपीओ में 300 करोड़ रुपये के नए शेयरों की पेशकश और मौजूदा निवेशकों की 6.38 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है।

संशो​धित मसौदा दस्तावेज के अनुसार ऐसवेक्टर इस शुद्ध आमदनी का उपयोग मार्केटिंग और कारोबार बढ़ाने, अपने मार्केटप्लेस संचालन के तकनीकी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अधिग्रहणों के जरिये बढ़ोतरी के अवसरों को आगे बढ़ाने की योजना बना रही है।

ऐसवेक्टर के प्रवर्तक समूह में सॉफ्टबैंक और सह-संस्थापक कुणाल बहल तथा रोहित बंसल शामिल हैं। सॉफ्टबैंक के पास कंपनी की लगभग 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बहल और बंसल के पास संयुक्त रूप से लगभग 34 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अन्य प्रमुख निवेशकों में नेक्सस वेंचर पार्टनर्स (9 प्रतिशत से अधिक) के साथ-साथ ईबे, फॉक्सकॉन, टेमासेक, प्रेमजी इन्वेस्ट और आरएनटी एसोसिएट्स जैसे वैश्विक नाम शामिल हैं।

बहल और बंसल द्वारा संचालित ऐसवेक्टर विविध क्षेत्रों वाले डिजिटल कॉमर्स तंत्र का संचालन करती है। इसमें मूल्य पर केंद्रित लाइफस्टाइल मार्केटप्लेस स्नैपडील, ई-कॉमर्स सक्षम सास प्लेटफॉर्म यूनिकॉमर्स और ओमनीचैनल उपभोक्ता ब्रांड वाला उद्यम स्टेलैरो ब्रांड्स शामिल है।

First Published : December 8, 2025 | 9:48 PM IST