ऑनलाइन निवेश प्लेटफार्मों की बढ़ती पहुंच और शीर्ष प्रदर्शन करने वाले फंडों के लिए निवेशकों की प्राथमिकता के कारण लगभग प्रत्येक दो में से एक इक्विटी म्युचुअल फंड (एमएफ) खाता, या फोलियो, अब तीन सबसे जोखिमपूर्ण श्रेणियों – सेक्टोरल और थीमैटिक, स्मॉलकैप और मिडकैप फंडों से जुड़ा हुआ है। हाल के वर्षों में खुले नए निवेश खातों में इन श्रेणियों का योगदान बढ़ा है। नवंबर 2022 से, सेक्टोरल, मिडकैप और स्मॉलकैप फंडों ने संयुक्त रूप से लगभग 3.9 करोड़ फोलियो जोड़े हैं, जो पिछले दो वर्षों में इक्विटी फंडों में कुल वृद्धि का 65 प्रतिशत है।
इस तेजी की वजह से फोलियो की सूची में बड़ा फेरबदल हुआ है और अब ये तीन सर्वाधिक जोखिम वाली श्रेणियां इसमें शीर्ष स्थान पर हैं। इससे पहले, इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस), लार्जकैप फंड और फ्लेक्सीकैप फंड जैसे लार्जकैप-केंद्रित फंड फोलियो की संख्या के मामले सबसे आगे थे।
एडलवाइस ऐसेट मैनेजमेंट की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी राधिका गुप्ता ने कहा, ‘निवेशक आमतौर पर ऊंचे रिटर्न वाली श्रेणियों की ओर आकर्षित होते हैं। पिछले चार वर्षों में, मिडकैप और स्मॉलकैप फंडों ने लगातार लार्जकैप और अन्य श्रेणियों की योजनाओं के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है, जिससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिला है।’गुप्ता का कहना है, ‘दमदार प्रदर्शन और कई नए फंडों की पेशकश की वजह से सेक्टोरल और थीमेटिक फंडों की लोकप्रियता भी बढ़ी है।’
ऊंचे जोखिम वाले निवेश खातों में कई गुना वृद्धि शुद्ध प्रवाह डेटा में भी स्पष्ट दिखाई देती है। हाल के वर्षों में स्मॉलकैप, मिडकैप और थीमैटिक फंडों ने ज्यादातर पूंजी प्रवाह पर कब्जा जमाया है। 2024 के पहले 11 महीनों में, इन श्रेणियों ने कुल इक्विटी फंड प्रवाह का 2 लाख करोड़ रुपये या 56 प्रतिशत आकर्षित किया है।
मार्केट्समोजो समूह के मुख्य कार्याधिकारी अमित गोलिया ने कहा कि नए निवेशकों की जोखिम लेने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण भी इन योजनाओं में उनकी रुचि बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘तेजी के बाजार के दौरान निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी, इन फंडों का हाल में बेहतर प्रदर्शन और युवाओं, अधिक जोखिम लेने वाले निवेशकों के बीच ऊंचे रिटर्न के लिए बढ़ती भूख की वजह से भी ऐसी योजनाओं का आकर्षण बढ़ रहा है।’
पिछले दो-तीन साल में स्मॉलकैप और मिडकैप फंड के साथ-साथ चुनिंदा थीमैटिक फंड सभी समय-सीमाओं में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली एमएफ स्कीम रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर निवेशक पिछले प्रदर्शन के आधार पर फंडों का चयन करते हैं।
थीमेटिक फंडों के मामले में, फोलियो में तेजी पिछले दो वर्षों में इस श्रेणी में फंड पेशकशों की रिकॉर्ड संख्या की वजह से भी आई। जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में वरिष्ठ निवेश रणनीतिकार श्रीराम बीकेआर ने कहा, ‘नवंबर 2023 और नवंबर 2024 के बीच, इक्विटी में नई फंड पेशकशें (एनएफओ) ने 68 योजनाओं के जरिये लगभग 88,000 करोड़ रुपये जुटाए जिनमें से 73,346 करोड़ रुपये 47 सेक्टर फंडों से जुटाए गए। एनएफओ आमतौर पर मौजूदा और नए निवेशकों दोनों द्वारा नए फोलियो को आकर्षित करते हैं।’