पिछले कुछ दिनों में बैंक निफ्टी में मुनाफावसूली देखी गई है, जिससे इसका शॉर्ट टर्म का ट्रेंड कमजोर हुआ है। ऐसे हालात में एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विशेषज्ञ नंदीश शाह का कहना है कि निवेशकों को बेयर स्प्रेड (Bear Spread) नाम की रणनीति अपनानी चाहिए। यह रणनीति तब सही रहती है जब बाजार में हल्की गिरावट की उम्मीद हो या शेयर ज्यादा ऊपर-नीचे न हों यानी बाजार सीमित दायरे में रहे।
इस रणनीति में निवेशक 25 नवंबर की एक्सपायरी के लिए बैंक निफ्टी का 58,000 पुट ₹532 पर खरीदते हैं और साथ ही 57,500 पुट ₹369 पर बेचते हैं। इस ट्रेड का लॉट साइज 35 है। इस रणनीति को अपनाने की कुल लागत ₹163 यानी करीब ₹6,930 प्रति रणनीति आती है। इसमें अधिकतम मुनाफा ₹11,795 हो सकता है, बशर्ते बैंक निफ्टी 25 नवंबर को 57,500 या उससे नीचे बंद हो। इस रणनीति का ब्रेक-ईवन पॉइंट ₹57,837 है और जोखिम-इनाम अनुपात 1:2.07 का है। इसे अपनाने के लिए लगभग ₹41,000 का मार्जिन जरूरी है।
इस रणनीति में निवेशक 25 नवंबर की एक्सपायरी के लिए बैंक निफ्टी का 58,000 पुट ₹532 में खरीद सकते हैं और साथ ही 57,500 पुट ₹369 में बेच सकते हैं। इस ट्रेड का लॉट साइज 35 है। इस रणनीति को अपनाने की कुल लागत ₹163 यानी करीब ₹6,930 प्रति ट्रेड होगी। अगर बैंक निफ्टी 25 नवंबर को 57,500 या उससे नीचे बंद होती है, तो निवेशक को ज्यादा से ज्यादा ₹11,795 का मुनाफा मिल सकता है। इसका ब्रेक-ईवन पॉइंट ₹57,837 है, यानी इस स्तर पर ना फायदा होगा, ना नुकसान। इसका रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो 1:2.07 है, यानी हर ₹1 के जोखिम पर लगभग ₹2 से ज्यादा का मुनाफा संभव है। इस रणनीति के लिए लगभग ₹41,000 का मार्जिन रखना जरूरी है।
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हाल ही में बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में मुनाफावसूली देखने को मिली है। इसमें ओपन इंटरेस्ट (OI) लगभग 1% घटा है और कीमतों में भी 0.61% की कमी आई है। बैंक निफ्टी अब अपने 5-दिवसीय ईएमए (Exponential Moving Average) के नीचे बंद हुई है, जो दिखाता है कि शॉर्ट टर्म का ट्रेंड कमजोर हो गया है। इसके अलावा, बैंक निफ्टी का पुट-काल रेशियो (PCR) पहले 1.08 था, जो अब घटकर 0.98 हो गया है। इसका मतलब है कि 58,000 से 58,500 के स्तरों पर कॉल राइटिंग बढ़ी है, यानी निवेशक मान रहे हैं कि बाजार में ऊपर की ओर बढ़त सीमित रहेगी। साथ ही, आरएसआई (Relative Strength Index) भी 24 अक्टूबर के स्तर से नीचे चला गया है, जो इस बात का संकेत देता है कि बाजार में तेजी की ताकत कमजोर पड़ रही है और आगे थोड़ी गिरावट की संभावना बढ़ गई है।
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नंदीश शाह का कहना है कि अगर इस रणनीति पर 20 प्रतिशत से अधिक रिटर्न (ROI) मिल जाए, तो मुनाफा बुक कर लेना चाहिए। उनका मानना है कि मौजूदा बाजार में उतार-चढ़ाव और कमजोर ट्रेंड के चलते यह रणनीति निवेशकों के लिए कम जोखिम और सीमित लाभ वाली सुरक्षित रणनीति साबित हो सकती है।
(डिस्क्लेमर: यह लेख एचडीएफसी सिक्योरिटीज में सीनियर तकनीकी और डेरिवेटिव विश्लेषक नंदीश शाह की राय पर आधारित है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय जरूर लें।)