facebookmetapixel
Gold-Silver Outlook: सोना और चांदी ने 2025 में तोड़े सारे रिकॉर्ड, 2026 में आ सकती है और उछालYear Ender: 2025 में आईपीओ और SME फंडिंग ने तोड़े रिकॉर्ड, 103 कंपनियों ने जुटाए ₹1.75 लाख करोड़; QIP रहा नरम2025 में डेट म्युचुअल फंड्स की चुनिंदा कैटेगरी की मजबूत कमाई, मीडियम ड्यूरेशन फंड्स रहे सबसे आगेYear Ender 2025: सोने-चांदी में चमक मगर शेयर बाजार ने किया निराश, अब निवेशकों की नजर 2026 पर2025 में भारत आए कम विदेशी पर्यटक, चीन और दक्षिण-पूर्व एशिया वीजा-मुक्त नीतियों से आगे निकलेकहीं 2026 में अल-नीनो बिगाड़ न दे मॉनसून का मिजाज? खेती और आर्थिक वृद्धि पर असर की आशंकानए साल की पूर्व संध्या पर डिलिवरी कंपनियों ने बढ़ाए इंसेंटिव, गिग वर्कर्स की हड़ताल से बढ़ी हलचलबिज़नेस स्टैंडर्ड सीईओ सर्वेक्षण: कॉरपोरेट जगत को नए साल में दमदार वृद्धि की उम्मीद, भू-राजनीतिक जोखिम की चिंताआरबीआई की चेतावनी: वैश्विक बाजारों के झटकों से अल्पकालिक जोखिम, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूतसरकार ने वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत दी, ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर रोक

सुखोई सौदे से हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स की उड़ान

रक्षा मंत्रालय के साथ अनुबंध से शेयरों में तेजी, UBS ने शेयर का लक्ष्य ₹5,700 तय किया

Last Updated- December 13, 2024 | 10:14 PM IST
HAL may soon get Maharatna status, will get autonomy to invest up to Rs 5,000 crore HAL को जल्द मिल सकता है महारत्न का दर्जा, 5,000 करोड़ रुपये तक के निवेश की मिलेगी स्वायत्तता

एरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के शेयरों में शुक्रवार को तेजी देखी गई। दिन के कारोबार में यह शेयर 2.33 प्रतिशत चढ़कर 4,770 रुपये पर पहुंच गया। कारोबार के आखिर में यह 0.13 फीसदी की बढ़त के साथ 4,667.25 रुपये पर बंद हुआ।

एचएएल के शेयर में यह तेजी कंपनी द्वारा 12 सुखोई एसयू-30 एमकेआई विमानों और संबंधित उपकरणों की खरीद के अनुबंध की घोषणा के बाद आई। रक्षा मंत्रालय और कंपनी के बीच इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए। सौदे की लागत कर समेत लगभग 13,500 करोड़ रुपये है।

शेयर बाजारों को भेजी जानकारी में एचएएल ने कहा, ‘रक्षा मंत्रालय और कंपनी के बीच 12 एसयू-30 एमकेआई विमानों और संबंधित उपकरणों की खरीद के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो 13,500 करोड़ रुपये का है।’ इन एयरक्राफ्ट का निर्माण एचएएल की नासिक इकाई में किया जाएगा। इन एयरक्राफ्ट से भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता मजबूत होगी और देश की रक्षा तैयारियों को ताकत मिलेगी।

हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स ने यह भी कहा कि विमान में 62.6 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री होगी जो भारतीय रक्षा उद्योग द्वारा विनिर्मित कई पुर्जों के स्वदेशीकरण के कारण बढ़ जाएगी। यूबीएस के विश्लेषकों ने इस ऑर्डर के बाद कंपनी के शेयर के लिए 5,700 रुपये का लक्ष्य तय किया है जो पिछले बंद भाव (12 दिसंबर) 4,661.10 रुपये प्रति शेयर से 22.28 प्रतिशत की वृद्धि है। इस अनुबंध के साथ एएचएल का ऑर्डर बैकलॉग करीब 10,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

First Published - December 13, 2024 | 10:14 PM IST

संबंधित पोस्ट