महज दो महीने पहले नई पीढ़ी की कंपनियों के शेयर बाजारों की जान थे और लाभ पर स्पष्टता नहीं रहने के बावजूद उन कंपनियोंं के लिए निवेशक डॉलर में खासी रकम चुकाने के लिए तैयार रहते थे। हालांकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी और बैलेंस शीट का आकार घटाने की बढ़ती संभावना से पूंजी की बढ़ती लागत को देखते हुए ऐसे दांव का खुमार अब धीरे-धीरे उतर रहा है।
देसी एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध चुनिंदा स्टार्टअप या तकनीकी कारोबारों वाली कंपनियोंं के शेयरों में रिकॉर्ड ऊंचाई से खासी गिरावट देखने को मिली है। न सिर्फ भारत में बल्कि तकनीक शेयरों की बिकवाली वैश्विक स्तर पर देखने को मिल रहा है क्योंंकि निवेशक इनके मूल्याकन के गुणक का दोबारा आकलन कर रहे हैं, जो इन शेयरों के लिए होना चाहिए।
पिछले साल काफी कम ब्याज दर वाले माहौल ने इन शेयरों में निवेशित रहना आकर्षक बना दिया, जो कुछ समय बाद यानी भविष्य में मुनाफा अर्जित कर सकती हैं। हालांकि 10 साल का अमेरिरकी ट्रेजरी प्रतिफल और ज्यादातर वैश्विक फंडों का प्रतिफल महंगाई की चिंता के बीच बढऩे लगा तो निवेशकोंं ने उन शेयरों की बिकवाली शुरू कर दी, जिनका कम मुनाफे या मुनाफा न होने का ट्रैक रिकॉर्ड था।
बिना बढ़त वाले शेयरों से रोटेशन ने तकनीकी केंद्रित नैसडेक 100 इंडेक्स को अमेरिका में गिरावट की श्रेणी में ला दिया। इस साल अब तक यह इंडेक्स 13 फीसदी टूट चुका है। अगर हम देसी टेक स्टार्टअप का इंडेक्स बनाते तो इसमें और ज्यादा गिरावट दर्ज होती। नई पीढ़ी की तकनीकी कंपनियों के तौर पर श्रेणीबद्ध करीब आठ शेयर अपने-अपने सर्वोच्च स्तर से औसतन 40 फीसदी टूटे हैं।
फस्र्ट ग्लोबल के सह-संस्थापक शंकर शर्मा ने कहा, मूल्यांकन की अहमियत होती है। खास तौर से तबत जबकि दरोंं का चक्र प्रतिकूल हो जाता है। भारत की नई पीढ़ी की कंपनियां और कुछ नहीं बल्कि पुरानी अर्थव्यवस्था के कारोबार हैं, जिनके पास ऐ और आसान मुद्रा है। ऐसे कारोबारी मॉडल ठीक से नहीं चलते।
फूड डिलिवरी स्टार्टअप जोमैटो का शेयर सोमवार को करीब 20 फीसदी टूटकर 91.4 रुपये पर बंद हुआ। अब उसका शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई से 46 फीसदी नीचे है और आईपीओ कीमत से सिर्फ 20 फीसदी ऊपर जबकि यह 2.2 गुना तक चढ़ा था। बीमा एग्रीगेटर पॉलिसी बाजार अब अपने सर्वोच्च स्तर से 47 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है और आईपीओ कीमत से 21 फीसदी नीचे है।
ऑनलाइन ब्यूटी मार्केटप्लेस नायिका, रेटगेन ट्रैवल, ऑनलाइन कार सेलिंग प्लेटफॉर्म कारट्रेड और डिजिटल मैपिंग सेवा प्रदाता मैपमाईइंडिया के शेयर हाल के हफ्तों में 25 फीसदी से लेकर 52 फीसदी तक टूटे हैं।
टेम्पलटन व फिलिप्स कैपिटल मैनेजमेंट की संस्थापक व अध्यक्ष लॉरेन टेम्पलटन ने कहा, हम उन कंपनियों मेंं निवेश नहींं करते जहां स्पष्ट लाभ का रिकॉर्ड न हो, लेकिन हम कभी-कभार शॉर्ट सेलिंग करते हैं। पूरी तरह से अलग प्राइसिंग के तहत ये आकर्षक निवेश हो सकते हैं। डॉटकॉम बुलबुले के समय एमेजॉन 94 फीसदी तक टूटा था और सितंबर 2001 में यह निश्चित तौर पर 5.97 डॉलर प्रति शेयर पर अच्छा सौदा था। ऐसे में हाल में शुरू कारोबार या नुकसान वाले कारोबारों में निवेश हम शायद ही करें लेकिन हम इसकी अहमियत पर खुले मन से विचार करते हैंं।