हैप्पिएस्ट माइंड टेक्नोलॉजीज के पहले आईपीओ को 151 गुना का अभिदान मिला है। इस आईपीओ ने 58,000 करोड़ रुपये से अधिक के आवेदन हासिल किए, जिसके साथ ही यह हाल के समय में सबसे ज्यादा अभिदान वाले निर्गमों में से एक बन गया है। तीन दिन की बोली प्रक्रिया बुधवार को समाप्त हुई और यह शेयर 17 सितंबर को सूचीबद्घ होने की संभावना है।
निर्गम के रिटेल निवेशक हिस्से को 20 लाख से ज्यादा आवेदनों के साथ 71 गुना अभिदान मिला। अमीर निवेशकों के हिस्से को 351 गुना से ज्यादा का अभिदान मिला, जबकि संस्थागत हिस्से के लिए 77 गुना अभिदान दर्ज किया गया।
विश्लेषकों का कहना है कि शानदार मांग से आईपीओ बाजार के लिए परिदृश्य मजबूत हुआ है। आईपीओ बाजार सुस्त बना हुआ था और इस साल बाजार में सिर्फ दो पेशकशें ही आईं।
आईपीओ के जरिये, हैप्पिएस्ट 110 करोड़ रुपये की ताजा पूंजी जुटाने की संभावना तलाश रही थी। इस निर्गम में 590 करोड़ रुपये की द्वितीयक शेयर बिक्री भी शामिल है।
इस हिस्सेदारी बिक्री के बाद कंपनी की वैल्यू 2,440 करोड़ रुपये पर रह गई है। यह कंपनी माइंडट्री के संस्थापक चेयरमैन अशोक सूटा द्वारा प्रवर्तित है। कंपनी क्लाउड, सास, सिक्युरिटी और एनालिटिक्स जैसी पेशकशों के साथ डिजिटल आईटी सेवा क्षेत्र में भी सक्रिय है।
कई ब्रोकरों ने अपने ग्राहकों को इस आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी थी।
मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट में कहा गया था, ‘कीमत के ऊपरी दायरे में निर्गम की वैल्यू वित्त वर्ष 2020 के पी/ई के 29 गुना पर है, जो बड़ी मझोले आकार की आईटी कंपनियों से तुलना योय है। हम डिजिटल सेवा में कंपनी की मजबूत उपस्थिति और उसके तेजी से सुधर रहे वित्तीय प्रदर्शन की वजह से उसे पसंद करते हैं।’
इस पेशकश की कीमत दायरा 165 रुपये से 166 रुपये प्रति इक्विटी शेयर पर तय किया गया है।
एवरेडी का कर पूर्व लाभ 234 फीसदी बढ़ा
जून तिमाही में भारत की सबसे बड़ी ड्राई सेल बैटरी निर्माता एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया का कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) 234 प्रतिशत बढ़कर 30.29 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी को कीमतों में तेजी और बेहतर उत्पाद मिश्रण से मदद मिली।
तिमाही के लिए परिचालन आय करीब 18 प्रतिशत तक घटकर 263.45 करोड़ रुपये रही। मुख्य तौर पर देशभर में लॉकडाउन के शुरुआती चरणों के दौरान आर्थिक गतिविधियां बाधित होने की वजह से कंपनी की परिचालन आय पर प्रभाव पड़ा। तिमाही के दौरान शुद्घ लाभ 245 प्रतिशत बढ़कर 23.61 करोड़ रुपये रहा। एवरेडी ने कहा है कि जून तिमाही में बैटरी और फ्लैशलाइट बिक्री पूर्ववर्ती वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले कमजोर थी, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से अप्रैल में बिक्री में तेजी दर्ज नहीं की जा सकी।
हालांकि मई और जून में, बैटरी बिक्री में तेजी आई और यह पूर्ववर्ती वर्ष के समीक्षाधीन महीनों के मुकाबले करीब 12 प्रतिशत तक बढ़ी। बीएस