देश की दूसरी सबसे बड़ी अस्पताल शृंखला मनिपाल हॉस्पिटल्स ने कोलकाता की एएमआरआई हॉस्पिटल्स की बहुलांश हिस्सेदारी यानी 84 फीसदी का अधिग्रहण कर लिया, जो इमामी समूह का हिस्सा है। पूर्वी भारत में अपनी मौजूदगी में इजाफा करने के लिए मनिपाल ने यह सौदा किया है, जहां पड़ोसी देशों के मरीज भी मिलते हैं।
कंपनी ने हालांकि सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है।मनिपाल हॉस्पिटल्स के पास अब 9,500 बिस्तर हो गए हैं, जिसमें एएमआरआई के 1,200 बिस्तर शामिल हैं। साथ ही कंपनी की नजर तीन साल में खुद के दम पर व विलय-अधिग्रहण के जरिये 12,000 बिस्तर पर पहुंचने पर है।
बाजार सूत्रों के मुताबिक, यह सौदा अनुमानित तौर पर करीब 2,300 करोड़ रुपये का हो सकता है। बातचीत व कानूनी संघर्ष के तहत सौदे में तीन महीने का समय लगा। मनिपाल समूह ने कहा कि यह उनकी बढ़त की रणनीति में फिट बैठता है क्योंकि समूह पूर्वी भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहता है और उस इलाके में सबसे बड़ी अस्पताल शृंखला बनाना चाहता है। इमामी समूह ने कहा है कि उन्होंने एएमआरआई की बहुलांश हिस्सेदारी का विनिवेश अपने मुख्य कारोबारों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए किया है।
मनिपाल एजुकेशन ऐंड मेडिकल ग्पुर के चेयरमैन डॉ. रंजन पई ने कहा, मनिपाल हॉस्पिटल्स के पास हमेशा से ही पूर्वी भारत व उस इलाके में अवस्थित देश मसलन बांग्लादेश के पैट्रन रहे हैं। यह अधिग्रहण अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने व पूर्वी भारत के मरीजों की सेवा करने के हिसाब से सही है, जहां स्वास्थ्य सेवा की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मनिपाल हॉस्पिटल्स अब भारत के 17वें शहर भुवनेश्वर के मरीजों को भी सेवाएं देगी। मनिपाल हॉस्पिटल्स के प्रबंध निदेशक व सीईओ दिलीप जोस ने कहा, अब कोलकाता में उनके पास चार अस्पताल हैं और करीब 1,300 बिस्तर हैं।
वह पश्चिम बंगाल के अन्य छोटे शहरों में भी विस्तार करने पर विचार करेंगे। हम पहले ही बेंगलूरु में तीन अस्पताल (750 बिस्तर) बना रहे हैं और रायपुर में 350 बिस्तर जोड़ रहे हैं। इससे कुल 1,100 बिस्तर जुड़ेंगे।