लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान में अंतरराष्ट्रीय कार्यपालक प्रबंधन पाठयक्रम (आईपीएमएक्स) के पहले बैच को नौकरी दिलाने की प्रक्रिया अप्रैल 2009 में शुरू होगी।
नियोजन की पूरी प्रक्रिया वैश्विक मंदी के असर से अछूती रहेगी, ऐसी उम्मीद की जा रही है।
संस्थान ने अपने नोएडा स्थित कैंपस के 45 छात्रों को नौकरी दिलाने के लिए 100 कंपनियों को कैंपस में बुलाया है। आईपीएमएक्स एक साल का आवासीय कार्यपालक पाठयक्रम है।
संस्थान को उम्मीद है कि इस साल ढांचागत संरचना और विनिर्माण क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां नौकरियों की पेशकश में अव्वल रहेंगी। आईपीएमएक्स की अध्यक्ष पूनम सहगल ने बताया कि ‘दो वर्षीय पोस्ट ग्रैजुएट कार्यक्रम के विपरीत इस कार्यक्रम में कोई नियोजन सप्ताह का प्रावधान नहीं है।
हमारे कार्यक्रम के लिए भर्ती करने वाले नौकरी की पेशकश करने से पहले छात्रों से एक या दो बैठकें करना चाहते हैं। आर्थिक मंदी के कारण वित्तीय कंपनियों की पेशकश प्रभावित हो सकती है लेकिन ढांचागत क्षेत्र, विनिर्माण और आईटी कंपनियों की ओर से हमें काफी अच्छे रुझान मिल रहे हैं। ये कंपनियां छात्रों को उच्च प्रबधंन पदों पर नियुक्त करना चाहती हैं।’