ड्राइविंग के तरीके से तय होगा प्रीमियम!

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 5:46 PM IST

अगर आप अपनी कार या बाइक कम चलाते हैं और जब भी चलाते हैं तब रफ्तार पर काबू रखते हैं, यातायात के नियमों का पालन करते हैं और अपनी गाड़ी की अच्छी देखरेख करते हैं तो जल्द ही वाहन बीमा रीन्यू कराते समय आपको प्रीमियम में छूट मिल सकती है। लेकिन अगर आप इसके ठीक उलट हैं तो आपका प्रीमियम बढ़ सकता है। असल में भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्रा​धिकरण (आईआरडीएआई) ने सामान्य बीमा कंपनियों को ‘वाहन चलाने’ (पे ऐज यू ड्राइव) और ‘वाहन चलाने के तरीके’ (पे हाउ यू ड्राइव) के आधार पर प्रीमियम का चलन शुरू करने की इजाजत दे दी है। इसे तय करने में प्रौद्योगिकी की मदद ली जाएगी।
नियामक ने एक ही व्यक्ति के दोपहिया वाहन और कार के लिए मोटर ओन डैमेज (ओडी) पॉलिसी में बतौर ऐड ऑन फ्लोटर पॉलिसी जारी करने की रजामंदी भी दे दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन ऐड-ऑन से मोटर ओन डैमेज पॉलिसी ग्राहक के गाड़ी चलाने के तरीके, इस्तेमाल और दूसरे पैमानों के आधार पर तैयार की जा सकती है ताकि ग्राहकों को बेहतर लाभ मिले। इससे बीमाकर्ताओं को अच्छे और कम अच्छे चालक के बीच अंतर करने में मदद मिलेगी, जिसका असर बीमा के प्रीमियम पर पड़ेगा। पहले वाहन चालकों को श्रेणी में बांटने का कोई तरीका नहीं था, ले​किन अब ऐसा संभव है और ग्राहकों को प्रीमियम में भारी छूट का लाभ भी मिलेगा। इससे ओन डैमेज कवर भी किफायती हो सकता है क्योंकि ज्यादातर लोग अनिवार्य होने की वजह से थर्ड पार्टी बीमा कवर लेते हैं।
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस में अंडरराइटिंग एवं क्लेम के प्रमुख संजय दत्ता ने कहा, ‘इससे बीमाकर्ताओं को रेटिंग के बेहतर पैमाने मिलेंगे, जो गाड़ी की कीमत के बजाय चालक पर निर्भर होंगे। इससे वाहन चलाने के तौर-तरीके के आधार पर अच्छे और खराब ड्राइवर के बीच अंतर करने में सहूलियत होगी। साथ ही अच्छे वाहन चालक को छूट मिलेगी और खराब चालक को ज्यादा प्रीमियम देना होगा। सावधानी से गाड़ी चलाने वाले पॉलिसीधारकों को इस ऐड-ऑन से फायदा होगा।’
‘पे ऐज यू ड्राइव’ में वाहन के इस्तेमाल के आधार पर प्रीमियम वसूला जाएगा। इसी तरह ‘पे हाउ यू ड्राइव’ में ग्राहक को वाहन चलाने के तरीके के आधार पर प्रीमियम देना होगा।
बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस के मुख्य तकनीकी अ​धिकारी टी ए रामलिंगम ने कहा कि मोटर बीमा ऐड-ऑन पर आईआरडीएआई का परिपत्र असल में वाहन इस्तेमाल के आधार पर ओन डैमेज पॉलिसी में दिया जाने वाला ऐड-ऑन कवर है। इससे वाहन सही तरीके से चलाने वालों और कम चलाने वालों को अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद वाहन बीमा को उनके लिए ज्यादा किफायती बनाना है, जो ओन डैमेज कवर को नजरअंदाज कर केवल थर्ड पार्टी बीमा कवर लेते हैं।
रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के मुख्य
कार्या​धिकारी राकेश जैन ने कहा, ‘इससे सभी के लिए एकसमान प्रीमियम का चलन खत्म हो जाएगा और ग्राहक वाहन के उपयोग तथा अन्य जरूरतों के हिसाब से प्रीमियम ले सकेंगे। बीमाकर्ताओं को ड्राइविंग से संबं​​धित जानकारी पर नजर रखने में कृत्रिम मेधा (एआई) और डेटा एनालिटिक्स की मदद मिलेगी। साथ ही लोग अपने वाहन की बेहतर देखरेख करने, यातायात के नियमों का पालन करने और वाहन सही तरीके से चलाने के लिए प्रोत्साहित होंगे।’
एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के अंडरराइटिंग एवं रीइंश्योरेंस प्रमुख सुब्रमण्यम ब्रह्मजोस्युला ने कहा कि वाहन बीमा में ‘पे ऐज यू ड्राइव’ और ‘पे हाउ यू ड्राइव’ कई देशों में काफी लोकप्रिय है लेकिन यहां इसका ज्यादा चलन नहीं है। मगर बीमा नियामक द्वारा सक्रियता दिखाने से बीमा कंपनियां पॉलिसी में इन ऐड-ऑन को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित होंगी और ग्राहकों को भी इसका लाभ मिलेगा।
बीमा नियामक के अनुसार वाहन बीमा का तरीका लगातार बदल रहा है। प्रौद्योगिकी आने से बीमा कंपनियां नई पीढ़ी के ग्राहकों की दिलचस्प और चुनौतीपर्ण मांग पूरी करने की होड़ में जुट गई हैं। सामान्य बीमा क्षेत्र को भी इस दिशा में तेजी लानी चाहिए।
यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्या​धिकारी शरद माथुर ने कहा कि ‘पे ऐज यू ड्राइव’ में प्रीमियम केवल इस पर निर्भर नहीं होता कि आप कितना वाहन चलाते हैं ब​ल्कि इस पर भी ध्यान दिया जाता है कि आप कैसे, कहां और कब वाहन चलाते हैं। कार चलाने का तरीका भी प्रीमियम कम करने में काफी मदद कर सकता है। ‘पे हाउ यू ड्राइव’ में वाहन चलाने की आदतों पर नजर रखी जाती है। इन फीचर्स के आधार पर प्रीमियम की दर तय करने में मदद मिलेगी।

First Published : July 7, 2022 | 12:46 AM IST