facebookmetapixel
SBI, PNB, केनरा से लेकर IOB तक ने लोन की दरों में कटौती की: आपके लिए इसका क्या मतलब है?Ola-Uber की बढ़ी टेंशन! दिल्ली में लॉन्च हो रही Bharat Taxi, ₹30 में 4 किमी का सफरExplainer: ओमान के साथ भी मुक्त व्यापार समझौता, अबतक 17 करार; भारत FTA पर क्यों दे रहा है जोर?खत्म नहीं हो रही इंडिगो की समस्या! अब CCI ने शिकायत पर उड़ानों में रुकावट को लेकर शुरू की जांचIndia-Oman FTA: भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौता, 98% भारतीय निर्यात को ड्यूटी-फ्री पहुंचबिहार में ग्रीन एनर्जी में ₹13,000 करोड़ का बड़ा निवेश, BSPGCL ने ग्रीनको एनर्जीज के साथ किया करारटैक्स डिपार्टमेंट ने ईमेल कर बड़े ट्रांजेक्शन और प्रॉपर्टी डील पर संदेह जताया है? जानें ऐसी स्थिति में क्या करेंचीन चुपचाप बना रहा दुनिया की सबसे ताकतवर चिप मशीन, जानिए अंदर की कहानीअब पर्स रखने की जरूरत नहीं! गूगल पे ने पहला UPI-पावर्ड डिजिटल क्रेडिट कार्ड किया लॉन्च, ऐसे करेगा कामKotak Nifty Next 50 ETF: नए ब्लूचिप शेयर लॉन्ग टर्म में बनाएंगे वेल्थ! NFO में ₹5000 के निवेश शुरू

ओमीक्रोन से बचाव में खुद सजग रहना देश की बड़ी ताकत

Last Updated- December 11, 2022 | 10:37 PM IST

ओमीक्रोन के लगातार बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोरोनावायरस के नए स्वरूप के खिलाफ लड़ाई में स्वयं की सजगता और अनुशासन देश की बड़ी ताकत हैं। मोदी ने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में कहा कि यदि भारत के टीकाकरण संबंधी आंकड़ों की वैश्विक आंकड़ों से तुलना की जाए तो देश ने अपनी टीकाकरण मुहिम में अभूतपूर्व काम किया है, लेकिन लोगों को ओमीक्रोन के मद्देनजर सतर्क रहना चाहिए।
 मोदी ने कहा, ‘हमारे वैज्ञानिक इस नए ओमीक्रोन स्वरूप का लगातार अध्ययन कर रहे हैं। उन्हें हर रोज नए आंकड़े मिल रहे हैं और उनके सुझावों के आधार पर कदम उठाए जा रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के नए स्वरूप के खिलाफ लड़ाई में खुद की सजगता और अनुशासन देश की बड़ी ताकत हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी सामूहिक ताकत कोरोनावायरस को हराएगी। हमें जिम्मेदारी की इस भावना के साथ 2022 में प्रवेश करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘टीकों की 140 करोड़ खुराक देने के पड़ाव को पार करना प्रत्येक भारतवासी की अपनी उपलब्धि है। यह प्रत्येक भारतीय का व्यवस्था पर भरोसा दिखाता है, विज्ञान पर भरोसा दिखाता है और वैज्ञानिकों पर भरोसा दिखाता है। यह समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभा रहे हम भारतीयों की इच्छाशक्ति का प्रमाण भी है।’
मोदी ने शनिवार को घोषणा की थी कि अगले साल 3 जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान आरंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि 10 जनवरी से स्वास्थ्यकर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डॉक्टरों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी।
 मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी जिक्र किया, जिन्होंने तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट हुए हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद पिछले सप्ताह बेंगलूरु के एक सैन्य अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। 8 दिसंबर को हुए इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन सिंह ही जीवित बचे थे। प्रधानमंत्री ने ग्रुप कैप्टन सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किए जाने के कुछ सप्ताह बाद उनके द्वारा अपने स्कूल को लिखे प्रेरणादायी पत्र का भी जिक्र दिया। उन्होंने कहा कि वायुसेना अधिकारी ने लिखा था कि यदि वह किसी एक छात्र को भी प्रेरित कर सके तो यह उनके लिए बहुत मायने रखेगा।     

बच्चों के टीकाकरण का निर्णय अवैज्ञानिक
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के वरिष्ठ महामारी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संजय के. राय ने बच्चों को कोविड रोधी टीका लगाने के केंद्र सरकार के निर्णय को अवैज्ञानिक करार देते हुए कहा है कि इससे कोई अतिरिक्त लाभ नहीं होगा। एम्स में वयस्कों और बच्चों पर कोवैक्सीन टीके के परीक्षणों के प्रधान जांचकर्ता और इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन के अध्यक्ष राय ने कहा कि इस निर्णय पर अमल करने से पहले बच्चों का टीकाकरण शुरू कर चुके देशों के आंकड़ों का भी विश्लेषण करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात राष्ट्र के नाम संबोधन में घोषणा की थी कि 15 से 18 साल की आयु तक के बच्चों का कोविड-19 रोधी टीकाकरण 3 जनवरी से शुरू किया जाएगा।

First Published - December 26, 2021 | 11:32 PM IST

संबंधित पोस्ट