देश में दो दिन बाद 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाने की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्यों से कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय टीके के लिए अग्रिम पंजीकरण कराने के साथ ही टीका केंद्रों पर भी पंजीकरण कराने की सुविधा मुहैया कराएगा। इसके अलावा राज्य सरकारें संभावित लाभार्थियों को जुटाने के लिए को-विन 2.0 ऐप पर कराए गए पंजीकरण का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
अभी इस बात की घोषणा भी नहीं हुई है कि निजी अस्पतालों में टीके का निर्धारित शुल्क क्या होगा। हालांकि ऐसी सूचना मिल रही है कि टीकाकरण शुल्क की सीमा 100 रुपये तक तय होगी। निजी और सरकारी अस्पतालों को अभी इन दिशानिर्देशों का इंतजार है कि टीकाकरण अभियान की शुरुआत किस तरह की जाए।
सूत्रों के अनुसार वास्तविक तौर पर टीकाकरण की शुरुआत में अभी कुछ दिन और लगेंगे और सरकार 1 मार्च से केवल पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अभी टीकाकरण सत्र की योजना बनाई जा रही है। इसके बाद लॉजिस्टिक्स के काम भी पूरे करने होंगे, टीके को टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचाना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ही तय करेगा कि टीकाकरण अभियान कब शुरू करना है।’ अधिकारी ने यह भी कहा कि कई मंच होंगे जिनके माध्यम से लोग को-विन पोर्टल पर टीके के लिए पंजीकरण करा सकेंगे।
सरकारी अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को नया को-विन 2.0 पोर्टल लॉन्च किया जाएगा और सप्ताहांत के दौरान इसका परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद सोमवार से यह पूरी तरह काम करने लगेगा। गुजरात में राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम इस बारे में विस्तृत अधिसूचना का इंतजार कर रहे हैं कि निजी अस्पतालों को टीके कैसे और किसके माध्यम से मिलेंगे।’
लाभार्थी कोविन 2.0 पोर्टल को डाउनलोड करके या आरोग्य सेतु जैसे दूसरे आईटी प्लेटफार्मों के माध्यम से अग्रिम स्व-पंजीकरण करा सकेंगे। इसके बाद सिस्टम उन्हें कोविड टीकाकरण करने वाले सरकारी तथा निजी अस्पतालों में उपलब्ध तारीख और समय की जानकारी देगा। उपयोगकर्ता टीका लगवाने के लिए अपनी पसंद का समय और जगह के लिए अग्रिम पंजीकरण करा सकेंगे।
यदि कोई व्यक्ति पहले से पंजीकरण करने के लिए उपलब्ध नहीं है, तो वे टीकाकरण केंद्र में जा सकते हैं और पंजीकरण करा सकता है। सरकार ने राज्यों को महिला स्वयं सहायता समूहों, आशा कार्यकर्ताओं, पंचायती राज प्रतिनिधियों आदि का उपयोग करके टीकाकरण के लिए लक्षित एवं पात्र लोगों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा है। कोविन-2.0 पर पंजीकृत इन संभावित लाभार्थियों के लिए टीकाकरण की विशिष्ट तिथियां तय की जाएंगी। फोटो पहचानपत्र के साथ, 45-59 वर्ष के आयु वर्ग वाले लोगों को टीका लगवाने के लिए पंजीकृत चिकित्सक के हस्ताक्षर वाला कोमॉर्बिडिटी प्रमाण पत्र लाना होगा।
सभी लाभार्थियों को टीकाकरण की पहली खुराक के साथ एक क्यूआर कोड तथा अनंतिम प्रमाणपत्र और दूसरी खुराक के बाद एक अंतिम प्रमाणपत्र दिया जाएगा। आकाश हेल्थकेयर के मुख्य परिचालन अधिकारी कौसर शाह ने कहा, ‘हम सीरिंज, कार्मिक क्षमता तथा उपयोग करने वाले क्षेत्र संबंधी खर्चों का वहन कर रहे हैं। वर्तमान में सरकार अप्रयुक्त टीकों को हमसे दैनिक आधार पर एकत्र कर रही है। अगर हमें इनका भंडारण करना पड़ा, तो लागत और भी बढ़ जाएगी। सरकार की ओर से इसे लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है।’